*🗓*आज का पञ्चाङ्ग*🗓*
*⛅दिनांक - 08 फरवरी 2025*
*⛅दिन - शनिवार*
*⛅विक्रम संवत् - 2081*
*⛅अयन - उत्तरायण*
*⛅ऋतु - शिशिर*
*⛅मास - माघ*
*⛅पक्ष - शुक्ल*
*⛅तिथि - एकादशी रात्रि 08:15:23 तक तत्पश्चात द्वादशी*
*⛅नक्षत्र - मृगशिरा शाम 06:05:59तक, तत्पश्चात आर्द्रा*
*⛅योग - वैधृति दोपहर 02:03:06 तक, तत्पश्चात विषकम्भ*
*⛅राहु काल_हर जगह का अलग है- सुबह 10:04 से सुबह 11:27 तक*
*⛅सूर्योदय - 07:18:08*
*⛅सूर्यास्त - 06:20:40*
*⛅दिशा शूल - पूर्व दिशा में*
*⛅ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 05:33 से 06:25 तक*
*⛅अभिजीत मुहूर्त - दोपहर 12:27 से दोपहर 01:12 तक*
*⛅निशिता मुहूर्त - रात्रि 12:23 फरवरी 09 से रात्रि 01:15 फरवरी 09 तक*
*⛅व्रत पर्व विवरण - जया एकादशी*
*⛅विशेष - एकादशी को शिम्बी (सेम) खाने से पुत्र का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
*⛅चोघडिया, दिन⛅*
काल 07:18 - 08:41 अशुभ
शुभ 08:41 - 10:04 शुभ
रोग 10:04 - 11:27 अशुभ
उद्वेग 11:27 - 12:49 अशुभ
चर 12:49 - 14:12 शुभ
लाभ 14:12 - 15:35 शुभ
अमृत 15:35 - 16:58 शुभ
काल 16:58 - 18:21 अशुभ
*⛅चोघडिया, रात⛅*
लाभ 18:21 - 19:58 शुभ
उद्वेग 19:58 - 21:35 अशुभ
शुभ 21:35 - 23:12 शुभ
अमृत 23:12 - 24:49* शुभ
चर 24:49* - 26:26* शुभ
रोग 26:26* - 28:03* अशुभ
काल 28:03* - 29:40* अशुभ
लाभ 29:40* - 31:17* शुभ
*⛅1. एकादशी को लकड़ी का दातुन तथा पेस्ट का उपयोग न करें । नींबू, जामुन या आम के पत्ते लेकर चबा लें और उँगली से कंठ शुद्ध कर लें । वृक्ष से पत्ता तोड़ना भी वर्जित है, अत: स्वयं गिरे हुए पत्ते का सेवन करें ।*
*⛅2. स्नानादि कर के गीता पाठ करें, श्री विष्णुसहस्रनाम का पाठ करें ।*
*⛅हर एकादशी को श्री विष्णुसहस्रनाम का पाठ करने से घर में सुख-शांति बनी रहती है ।*
*राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे ।*
*सहस्रनाम तत्तुल्यं रामनाम वरानने ।।*
*एकादशी के दिन इस मंत्र के पाठ से श्री विष्णुसहस्रनाम के जप के समान पुण्य प्राप्त होता है l*
*⛅3. `ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’ इस द्वादश अक्षर मंत्र अथवा गुरुमंत्र का जप करना चाहिए ।*
*☠️🐍जय श्री महाकाल सरकार ☠️🐍*🪷*
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*🌷~यह पंचांग नागौर (राजस्थान) सूर्योदय के अनुसार है।*
*अस्वीकरण(Disclaimer)पंचांग, धर्म, ज्योतिष, त्यौहार की जानकारी शास्त्रों से ली गई है।*
*हमारा उद्देश्य मात्र आपको केवल जानकारी देना है। इस संदर्भ में हम किसी प्रकार का कोई दावा नहीं करते हैं।*
*राशि रत्न,वास्तु आदि विषयों पर प्रकाशित सामग्री केवल आपकी जानकारी के लिए हैं अतः संबंधित कोई भी कार्य या प्रयोग करने से पहले किसी संबद्ध विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लेवें...*
*👉कामना-भेद-बन्दी-मोक्ष*
*👉वाद-विवाद(मुकदमे में) जय*
*👉दबेयानष्ट-धनकी पुनः प्राप्ति*।
*👉*वाणीस्तम्भन-मुख-मुद्रण*
*👉*राजवशीकरण*
*👉* शत्रुपराजय*
*👉*नपुंसकतानाश/ पुनःपुरुषत्व-प्राप्ति*
*👉 *भूतप्रेतबाधा नाश*
*👉*सर्वसिद्धि*
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*रमल ज्योतिर्विद आचार्य दिनेश "प्रेमजी", नागौर (राज,)*
।। आपका आज का दिन शुभ मंगलमय हो।।
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