*🗓*आज का पञ्चाङ्ग*🗓*
*⛅दिनांक - 07 फरवरी 2025*
*⛅दिन - शुक्रवार*
*⛅विक्रम संवत् - 2081*
*⛅अयन - उत्तरायण*
*⛅ऋतु - शिशिर*
*⛅मास - माघ*
*⛅पक्ष - शुक्ल*
*⛅तिथि - दशमी रात्रि 09:25:39 तक तत्पश्चात एकादशी*
*⛅नक्षत्र - रोहिणी 06:38:59 शाम तक, तत्पश्चात मृगशीर्षा*
*⛅योग - ऐन्द्र 04:15:24 शाम तक, तत्पश्चात वैधृति*
*⛅राहु काल_हर जगह का अलग है- दोपहर 11:27 से दोपहर 12:49 तक*
*🌦️सूर्योदय - 07:18:35*
*🌦️सूर्यास्त - 06:19:53*
*🌦️दिशा शूल - दक्षिण दिशा में*
*🌦️ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 05:34 से 06:26 तक*
*🌦️अभिजीत मुहूर्त - 12:27 पी एम से 01:11 पी एम*
*⛅निशिता मुहूर्त - 12:23 ए एम, फरवरी 08 से 01:15 ए एम, फरवरी 08 तक*
*⛅व्रत पर्व विवरण - दशमी व्रत
*⛅विशेष - दशमी के दिन, तामसिक भोजन से परहेज़ करना चाहिए. दशमी के दिन इन चीज़ों का सेवन नहीं करना चाहिए:
चने की दाल,मसूर की दाल,साग
कलंबी,मांस-मदिरा,घटिया सामग्री से बनी मिठाइयां (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
*⛅ चोघडिया, दिन⛅*
चर 07:19 - 08:41 शुभ
लाभ 08:41 - 10:04 शुभ
अमृत 10:04 - 11:27 शुभ
काल 11:27 - 12:49 अशुभ
शुभ 12:49 - 14:12 शुभ
रोग 14:12 - 15:35 अशुभ
उद्वेग 15:35 - 16:57 अशुभ
चर 16:57 - 18:20 शुभ
*⛅चोघडिया, रात⛅*
रोग 18:20 - 19:57 अशुभ
काल 19:57 - 21:34 अशुभ
लाभ 21:34 - 23:12 शुभ
उद्वेग 23:12 - 24:49* अशुभ
शुभ 24:49* - 26:26* शुभ
अमृत 26:26* - 28:04* शुभ
चर 28:04* - 29:41* शुभ
रोग 29:41* - 31:18* अशुभ
*⛅ जया एकादशी का व्रत,खास है।
*⛅ इस दिन करें भगवान विष्णु की ऐसे पूजा।
*⛅एक साल में 24 बार एकादशी व्रत रखे जाते हैं जो सभी भगवान विष्णु की पूजा को समर्पित है। मान्यता है कि इस तिथि पर उनकी उपासना करने से जीवन में सुख-समृद्धि का वास होता है और धन की देवी माता लक्ष्मी भी प्रसन्न होती हैं। और धन की देवी माता लक्ष्मी भी प्रसन्न होती हैं। इस दौरान सभी एकादशी अपने विशेष महत्व और पूजा के लिए जानी जाती है। परंतु माघ शुक्ल की जया एकादशी सबसे महत्वपूर्ण है। इस दिन सृष्टि के संचालक भगवान श्री हरि की पूजा अर्चना करने और उपवास रखने से साधक को मोक्ष की प्राप्ति होती है, इतना ही नहीं प्रभु के प्रभाव से भूत-प्रेत, नकारात्मक शक्ति और आर्थिक समस्याओं से छुटकारा मिलता है।
*⛅पंचांग के अनुसार माघ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को जया एकादशी मनाई जाती है और इस साल 8 फरवरी 2025 को जया एकादशी का व्रत रखा जा रहा है। ज्योतिष की मानें तो इस तिथि पर मृगशिर्षा नक्षत्र और वैधृति योग बन रहा है। इस योग में विष्णु जी की पूजा करने से साधक के धन धान्य में वृद्धि होती हैं और लंबे समय से रुके हुए काम भी पूरे होते हैं। जया एकादशी पर भगवान विष्णु के माधव रूप की पूजा की जाती है।
क्यों खास है जया एकादशी ?
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जया एकादशी पर भगवान विष्णु के माधव रूप की पूजा की जाती है। इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा का भी विधान है। मान्यता है कि विधि विधान से विष्णु जी और माता लक्ष्मी की पूजा करने से व्यक्ति के समस्त पाप नष्ट होते हैं।
*⛅जया एकादशी पर सुबह ही स्नान कर लें और साफ वस्त्र धारण करें।
*⛅इस दौरान घर की साफ-सफाई का भी खास ध्यान रखें।
अब पूजा के लिए सबसे पहले एक चौकी लें।
फिर उसपर भगवान विष्णु की मूर्ति रखें और उसे गंगाजल से शुद्ध कर दें।
अब पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद और गंगाजल) से भगवान का अभिषेक करें।
इसके बाद भगवान विष्णु की प्रतिमा को पीले वस्त्र अर्पित करें।
उन्हें फूल माला, मिठाई और फल अर्पित करते जाए।
भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी के सामने घी का दीप जलाएं।
अब एकादशी व्रत की कथा का पाठ करें।
*⛅भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप करें।अंत में मां लक्ष्मी और विष्णु जी की आरती करें और प्रसाद वितरित कर दें।
*⛅भगवान विष्णु का बीज मंत्र
।।ॐ बृं बृहस्पतये नमः।।
जाप करे।
*⛅विष्णु गायत्री मंत्र
ॐ नारायणाय विद्महे वासुदेवाय धीमहि तन्नो विष्णुः प्रचोदयात:
विष्णु का स्तुति मंत्र
शांताकारं भुजगशयनं, पद्मनाभं सुरेशं, विश्वाधारं गगनसदृशं, मेघवर्णं शुभाङ्गम्।लक्ष्मीकान्तं कमलनयनं, योगिभिर्ध्यानगम्यम्, वन्दे विष्णुं भवभयहरं, सर्वलोकैकनाथम्।।
*⛅विष्णु का शक्तिशाली मंत्र
ॐ नमो भगवते वासुदेवाय
*⛅भगवान विष्णु की आरती
ॐ जय जगदीश हरे, स्वामी! जय जगदीश हरे।
भक्तजनों के संकट क्षण में दूर करे॥ करे। ..........
फिर भगवान की मंत्र पुष्पांजलि कर अच्छे के लिए आशीर्वाद मांगे।
👉किसी भी समस्या हेतु आप मुझसे संपर्क कर सकते हैं
जय मां भवानी 🙏🙏❤️
*☠️🐍जय श्री महाकाल सरकार ☠️🐍*🪷*
▬▬▬▬▬▬▬ஜ۩۞۩ஜ
*🌷~यह पंचांग नागौर (राजस्थान) सूर्योदय के अनुसार है।*
*अस्वीकरण(Disclaimer)पंचांग, धर्म, ज्योतिष, त्यौहार की जानकारी शास्त्रों से ली गई है।*
*हमारा उद्देश्य मात्र आपको केवल जानकारी देना है। इस संदर्भ में हम किसी प्रकार का कोई दावा नहीं करते हैं।*
*राशि रत्न,वास्तु आदि विषयों पर प्रकाशित सामग्री केवल आपकी जानकारी के लिए हैं अतः संबंधित कोई भी कार्य या प्रयोग करने से पहले किसी संबद्ध विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लेवें...*
*👉कामना-भेद-बन्दी-मोक्ष*
*👉वाद-विवाद(मुकदमे में) जय*
*👉दबेयानष्ट-धनकी पुनः प्राप्ति*।
*👉*वाणीस्तम्भन-मुख-मुद्रण*
*👉*राजवशीकरण*
*👉* शत्रुपराजय*
*👉*नपुंसकतानाश/ पुनःपुरुषत्व-प्राप्ति*
*👉 *भूतप्रेतबाधा नाश*
*👉*सर्वसिद्धि*
*👉 *सम्पूर्ण साफल्य हेतु, विशेष अनुष्ठान हेतु। संपर्क करें।*
*रमल ज्योतिर्विद आचार्य दिनेश "प्रेमजी", नागौर (राज,)*
।। आपका आज का दिन शुभ मंगलमय हो।।
🕉️📿🔥🌞🚩🔱🚩🔥🌞