*🗓*आज का पञ्चाङ्ग*🗓*
*⛅दिनांक - 12 जनवरी 2025*
*⛅दिन - रविवार*
*⛅विक्रम संवत् - 2081*
*⛅अयन - दक्षिणायन*
*⛅ऋतु - शिशिर*
*⛅मास - पौष*
*⛅पक्ष - शुक्ल*
*⛅तिथि - त्रयोदशी प्रातः 06:33 :16तक, तत्पश्चात चतुर्दशी प्रातः 05:02:31 जनवरी 13 तक*
*⛅नक्षत्र - मृगशिरा प्रातः 11:23:40 तक तत्पश्चात आर्द्रा*
*⛅योग - ब्रह्म सुबह 09:08:13 तक, तत्पश्चात इन्द्र*
*⛅राहु काल_हर जगह का अलग है- शाम 04:41 से शाम 05:59 तक*
*⛅सूर्योदय - 07:27:34*
*⛅सूर्यास्त - 05:59:31*
*⛅दिशा शूल - पश्चिम दिशा में*
*⛅ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 05:39 से 06:33 तक*
*⛅अभिजीत मुहूर्त - दोपहर 12:22से दोपहर 01:05 तक*
*⛅निशिता मुहूर्त - रात्रि 12:17 जनवरी 13 से रात्रि 01:10 जनवरी 13 तक*
*⛅ व्रत पर्व विवरण - स्वामी विवेकानंद जयंती, राष्ट्रीय युवा दिवस, रवि योग, चतुर्दशी आर्द्रा नक्षत्र योग (दोपहर 11:24 से प्रातः 05:03 जनवरी 14 तक)*
*⛅विशेष - चतुर्दशी को स्त्री सहवास तथा तिल का तेल खाना व लगाना निषिद्ध है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
*⛅ चोघडिया, दिन⛅*
उद्वेग 07:28 - 08:47 अशुभ
चर 08:47 - 10:06 शुभ
लाभ 10:06 - 11:25 शुभ
अमृत 11:25 - 12:44 शुभ
काल 12:44 - 14:03 अशुभ
शुभ 14:03 - 15:22 शुभ
रोग 15:22 - 16:41 अशुभ
उद्वेग 16:41 - 17:59 अशुभ
*⛅ चोघडिया, रात⛅*
शुभ 17:59 - 19:41 शुभ
अमृत 19:41 - 21:22 शुभ
चर 21:22 - 23:03 शुभ
रोग 23:03 - 24:44* अशुभ
काल 24:44* - 26:25* अशुभ
लाभ 26:25* - 28:06* शुभ
उद्वेग 28:06* - 29:47* अशुभ
शुभ 29:47* - 31:28* शुभ
*⛅रविवार विशेष⛅*
*⛅रविवार को करें , पकौड़े का यह उपाय, भैंरू बाबा देंगे मनचाहा आशीर्वाद
*⛅यूं तो भैंरू बाबा को मनाना बहुत ही आसान है और अगर वो मान जाएं तो फिर बड़े से बड़े दुर्भाग्य को भी सौभाग्य में बदलने में देर नहीं लगती। अगर किसी व्यक्ति को शनि, राहू या केतु की दशा या महादशा के चलते कोई कष्ट हो रहा है तो वो भैंरू बाबा की कृपा से तुरंत ही दूर हो जाता है। आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ आसान से उपाय जिनके द्वारा भैरवनाथ को प्रसन्न कर मनचाहा वरदान पा सकते हैं। रविवार, बुधवार तथा गुरुवार को भैंरू बाबा का दिन माना जाता है। उनके उपाय भी इन्हीं तीन दिनों में किए जाते हैं।
*⛅ बुधवार के दिन सवा किलो जलेबी भैरव नाथ को चढ़ाकर कुत्तों को खिलादें। इससे कुंडली के समस्त बुरे ग्रहों का असर टल जाता है और बड़ी से बड़ी विपदा भी हल्की होकर निकल जाती है।
*⛅पांच गुरुवार तक भैंरव जी को पांच नींबू चढ़ाएं। आपको रूका हुआ काम पूरा होगा।
*⛅बुधवार के दिन सवा सौ ग्राम काले तिल, सवा सौ ग्राम काले उड़द, सवा 11 रुपए, सवा मीटर काले कपड़े में पोटली बनाकर भैंरूजी के मंदिर में चढ़ा दें तथा अपनी मनोकामना कह दें। तुरंत ही आपकी कामना पूरी होगी।
*⛅अपने शहर या गांव में ऐसा कोई भी भैंरू बाबा का मंदिर ढूंढे जहां उनकी नियमित पूजा न होती हो या लोगों ने उन्हें पूजना छोड़ दिया हो। उस मंदिर में रविवार की सुबह जल्दी ही सिंदूर, तेल, नारियल, पुए और जलेबी लेकर पहुंच जाएं। वहां उनका प्रसन्नचित हो सच्चे मन से पूजा करें तथा पूजा के बाद 5 लेकर 7 साल के बटुकों (लड़कों) को चने-चिरौंजी तथा साथ लाए जलेबी, नारियल, पुए का प्रसाद बांट दें। ज्योतिषियों की मान्यता है कि ऐसा करने से बड़े से बड़ा ग्रह भी अपना बुरा स्वभाव छोड़ सौभाग्य देने वाला बन जाता है।
*⛅ रविवार या शुक्रवार को अपने नजदीक के किसी भी भैरव मंदिर में जाएं और गुलाब, चंदन तथा गूगल की खुशबूदार 33 अगरबत्तियां जलाएं
*⛅ शनिवार के दिन उड़द के पकौड़े सरसों के तेल में बना लें तथा पूरी रात उन्हें ढंककर रख दें। अगले दिन (रविवार को) सुबह जल्दी उठकर बिना किसी से कुछ बोले सूर्योदय के समय पकौड़े लेकर घर से निकल जाएं और रास्ते में जो भी कुत्ता सबसे पहले दिखाई दें, उसे खिला दें। ध्यान रखें कि पकौड़े कुत्ते को डालने के बाद वापस पलटकर न देखें और घर चले आएं। इस दौरान किसी से कोई बात न करें, न किसी बात का जवाब दें। आपका काम हर हाल में पूरा होगा।
*⛅ बुधवार, गुरुवार या रविवार के दिन एक रोटी लेकर उस पर अपनी तर्जनी (हाथ की पहली) और मध्यमा (दूसरी) अंगुली तेल में डुबोकर लाइन खींच लें। इस रोटी को किसी भी दोरंगे कुत्ते को खाने के लिए दे दीजिए। यदि कुत्ता इस रोटी को खा लेता है तो समझिए आपको साक्षात भैंरू बाबा का आशीर्वाद मिल गया। परन्तु कुत्ता रोटी खाने के बजाय सूंघ कर आगे बढ़ जाए तो इस उपाय को दो बार (कुल तीन बार से अधिक न करें) और करें। ध्यान रखें यह उपाय केवल बुधवार, गुरुवार या रविवार को ही करना है, अन्य दिन नहीं।
*⛅ रविवार के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)*
*⛅ रविवार के दिन मसूर की दाल, अदरक और लाल रंग का साग नहीं खाना चाहिए । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, श्रीकृष्ण खंडः 75.90)*
*⛅रविवार के दिन काँसे के पात्र में भोजन नहीं करना चाहिए । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, श्रीकृष्ण खंडः 75)*
*⛅ रविवार सूर्यदेव का दिन है, इस दिन क्षौर (बाल काटना व दाढ़ी बनवाना) कराने से धन, बुद्धि और धर्म की क्षति होती है ।*
*⛅ रविवार को आँवले का सेवन नहीं करना चाहिए ।*
*⛅ स्कंद पुराण के अनुसार रविवार के दिन बिल्ववृक्ष का पूजन करना चाहिए । इससे ब्रह्महत्या आदि महापाप भी नष्ट हो जाते हैं ।*
*⛅ रविवार के दिन पीपल के पेड़ को स्पर्श करना निषेध है ।*
*⛅ रविवार के दिन तुलसी पत्ता तोड़ना वर्जित है ।*
*☠️🐍जय श्री महाकाल सरकार ☠️🐍*🪷*
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*🌷~यह पंचांग नागौर (राजस्थान) सूर्योदय के अनुसार है।*
*अस्वीकरण(Disclaimer)पंचांग, धर्म, ज्योतिष, त्यौहार की जानकारी शास्त्रों से ली गई है।*
*हमारा उद्देश्य मात्र आपको केवल जानकारी देना है। इस संदर्भ में हम किसी प्रकार का कोई दावा नहीं करते हैं।*
*राशि रत्न,वास्तु आदि विषयों पर प्रकाशित सामग्री केवल आपकी जानकारी के लिए हैं अतः संबंधित कोई भी कार्य या प्रयोग करने से पहले किसी संबद्ध विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लेवें...*
*👉कामना-भेद-बन्दी-मोक्ष*
*👉वाद-विवाद(मुकदमे में) जय*
*👉दबेयानष्ट-धनकी पुनः प्राप्ति*।
*👉*वाणीस्तम्भन-मुख-मुद्रण*
*👉*राजवशीकरण*
*👉* शत्रुपराजय*
*👉*नपुंसकतानाश/ पुनःपुरुषत्व-प्राप्ति*
*👉 *भूतप्रेतबाधा नाश*
*👉*सर्वसिद्धि*
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*रमल ज्योतिर्विद आचार्य दिनेश "प्रेमजी", नागौर (राज,)*
।। आपका आज का दिन शुभ मंगलमय हो।।