*🗓*आज का पञ्चाङ्ग*🗓*
🌤️*दिनांक -15 दिसम्बर2024*
🌤️*दिन - रविवार*
🌤️*विक्रम संवत - 2081*
🌤️*शक संवत -1946*
🌤️*अयन - दक्षिणायन*
🌤️*ऋतु - हेमंत ॠतु*
🌤️*मास - मार्गशीर्ष*
🌤️*पक्ष - शुक्ल*
🌤️*तिथि - पूर्णिमा सायं02:30:44 तक तत्पश्चात प्रथम*
🌤️ *नक्षत्र मृगशीर्षा 02:19:04am* तक तत्पश्चात आद्रा*
🌤️*योग - शुभ 02:02:22am तक तत्पश्चात शुक्ल*
🌤️*राहुकाल - दोपहर 04:24 से शाम 05:42तक*
🌤️*सूर्योदय 07:18:34*
🌤️*सूर्यास्त - 5:42:10*
👉 *दिशाशूल - पश्चिम दिशा मे*
*⛅*चोघडिया, दिन*⛅*
उद्वेग 07:19 - 08:37 अशुभ
चर 08:37 - 09:54 शुभ
लाभ 09:54 - 11:12 शुभ
अमृत 11:12 - 12:30 शुभ
काल 12:30 - 13:48 अशुभ
शुभ 13:48 - 15:06 शुभ
रोग 15:06 - 16:24 अशुभ
उद्वेग 16:24 - 17:42 अशुभ
*⛅*चोघडिया, रात *⛅*
शुभ 17:42 - 19:24 शुभ
अमृत 19:24 - 21:06 शुभ
चर 21:06 - 22:49 शुभ
रोग 22:49 - 24:31 अशुभ
काल 24:31 - 26:13 अशुभ
लाभ 26:13 - 27:55 शुभ
उद्वेग 27:55 - 29:37 अशुभ
शुभ 29:37 - 31:19 शुभ
🚩 *व्रत पर्व विवरण - पूर्णिमा के दिन किसी भी व्यक्ति के लिए कटुवचन नहीं बोलने चाहिए, इसके साथ ही अपने मन को शांत रखें और गुस्सा करने से बचना चाहिए। पूर्णिमा के दिन मास-मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए। मार्गशीर्ष पूर्णिमा के दिन झूठ बोलने से भी बचना चाहिए।*🚩 🙏🙏
🚩15 दिसंबर के दिन सुनफा योग, शुभ संयोग समेत कई प्रभावशाली योग बन रहे हैं, जिससे कल का दिन धनु, मकर, मीन समेत अन्य 5 राशियों के लिए अच्छा रहने वाला है। साथ ही रविवार का दिन इच्छाशक्ति, अधिकार, मान-सम्मान, उच्च पद के कारक ग्रह सूर्यदेव को समर्पित है, ऐसे में कल इन 5 राशियों को सूर्यदेव का आशीर्वाद भी मिलेगा। आइए जानते हैं कल यानी रविवार का दिन इन राशियों के लिए कैसा रहने वाला है।*
🚩आज 15 दिसंबर दिन रविवार को चंद्रमा वृष उपरांत मिथुन राशि पर संचार करने वाले हैं और चंद्रमा के मिथुन राशि में जाने पर मंगल ग्रह के द्वितीय भाव में होने से सुनफा योग बन रहा है। साथ ही कल मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि है और इस तिथि को मार्गशीर्ष पूर्णिमा का व्रत किया जाएगा। मार्गशीर्ष पूर्णिमा के दिन सुनफा योग के साथ शुभ योग और मृगशिरा नक्षत्र का शुभ संयोग बन रहा है, जिससे आज के दिन का महत्व भी बढ़ गया है।*
🚩*खरमास*' :
इस माह दिनांक 15 दिसंबर 2024, मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि से सूर्य के गोचरवश धनु राशि में प्रवेश करने के कारण 'मलमास' प्रारंभ होगा, जो दिनांक 14 जनवरी 2025 माघ कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि तक मान्य रहेगा। इस अवधि में 'मलमास' (खरमास) प्रभावी होने के कारण समस्त शुभ कार्यों का निषेध रहेगा।*
*🚩खरमास के दौरान क्या नहीं करना चाहिए?*
1. नया घर खरीदना या गृह प्रवेश करना मना है।
2. नए व्यापार की शुरुआत न करें।
3. शादी, मुंडन, जनेऊ, सगाई आदि कार्य न करें।
4. 16 संस्कारों वाले कार्य करने की मनाही है।
*🚩खरमास के दौरान क्या करना चाहिए?
1. प्रतिदिन सूर्य को जल अर्पित करें।
2. पशुओं और पक्षी की सेवा करें।
3. भगवान विष्णु और तुलसी की पूजा करें।
4. जप, तप और दान का भी खास महत्व है।
5. गंगा या अन्य पवित्र नदी में स्नान करना चाहिए।
*🚩# सावधान रहें ,इन अशुभ संकेतों से..यदि गृहस्वामिनी के हाथ से बार बार बिना किसी कारण के भोजन नीचे जमीन पर गिरता है। तो, यह संकेत शुभ नहीं होता है। समझ लो कि धन हानि या दरिद्रता का आगमन होने वाला है। ऐसे अशुभ संकेत प्रकृति हमारे सामने प्रगट करती रहती है। परन्तु हम उन्हें समझ नहीं पाते या हमे इस बात का कोई ज्ञान नहीं होता कि इस संकेत का अर्थ क्या है।*
*१:- घर के परिसर में बिल्ली या बिलाव का रोना या आपस में झगड़ा करना विपत्ति या घर में क्लेश का सूचक है।*
*२:- यदि घर के मुख्य द्वार से सांप का प्रवेश होता है। तो, यह गृहस्वामी या गृहस्वामिनी के स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं होता है।*
*३:-यदि घर में कोई चोट खाया या घायल पक्षी या उसका कोई काटा हुआ अंग आँगन में गिरता है। तो, समझ लीजिए कि महासंकट आने वाला है।*
*४:- घर में यदि कुतिया प्रसव करती है। तो यह गृहस्वामी के लिए अच्छा संकेत नहीं है। इसके कारण शत्रु की वृद्धि होती है। तथा अपने ही परिवार में मतभेद होने लगते है।
५:- यदि घर में कौवा, गिद्ध, चील या कबूतर नित्य बैठते है। और छह मास तक लगातार निवास बनाए हुए है। तो गृहस्वामी पर नाना प्रकार की विपत्ति आने का सूचक होता है।
६:- यदि घर में काले रंग के चूहे बहुत अधिक तादाद में दिन और रात भर घूमते रहते हो तो, समझ लीजिए कि किसी रोग या शत्रु का आक्रमण होने वाला है।
७:- यदि घर की छत पर, दीवार पर या घर के किसी भी कोने में लाल रंग की चींटिया घुमती या रेंगती हुई दिखाई दे, तो समझ लीजिए कि संपत्ति का क्षय होता है। या संपत्ति का कोई नुक्सान हो जाता है। और यदि पंख वाली चींटियां हो तो घर में बिना किसी कारण के क्लेश की स्थिति उत्पन्न होने लगती है।
८:- यदि पालतू गाय अपना दूध पीती हो या अत्यधिक सिर हिलाती हो, तो घर के गृहस्वामी के ऊपर कर्ज बढ़ता है। और भाग्य खराब होने लगता है।
९:- यदि किसी खुशी के कार्य पर घर में आग लग जाय तो धन हानि की संभावना बन जाति है।
१०:- यदि घर में बने मंदिर की कोई मूर्ति या चित्र अपने आप खंडित या जल जाए, या जमीन पर हाथ से छूट कर टूट जाए तो, यह संकेत पूरे परिवार के लिए शुभ नहीं होता तथा इसके कारण समाज में मां हानि और कलंक लगता है। घर में विवाह आदि शुभ कार्यों में अनावश्यक बाधाओं का सामना करना पडता है।
११:- यदि घर में रसोई का प्लेटफार्म का चटकना या टूटना, चाकले का टूटना या तड़क जाना दरिद्रता की निशानी होती है।
१२:- यदि घर में दूध बार बार जमीन पर गिरता हो, किसी भी कारण से तो घर में क्लेश और विवाद की स्थिति बनती है।
१३:- यदि सुबह के समय या शाम के समय कौवा मांस या हड्डी लाकर गिराता है। तो, समझ लीजिए कि अमंगल होने वाला है। और बिमारी, चोट आदि पर धन खर्च होगा.
१४:- यदि कोई भी पक्षी घर में किसी भी समय कोई लोहे का टुकड़ा गिराता है। तो, यह अशुभ संकेत होता है। जिसके कारण अचानक छापा या कारावास होने की पूरी पूरी संभावना बनने लगती है।
१५:- यदि जिस दिन नए घर में प्रवेश करना हो तो, उसी दिन सूर्योदय के समय कोई भी पशु रोता है। तो उस दिन गृह प्रवेश टाल दें यह संकेत शुभ नहीं होता है। घर में प्रवेश करते ही दुःख आरम्भ हो जायेंगे।
ॐ राम रामाय नमः
.......... 🙏।।धन्यवाद ।।🙏
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*🌷~यह पंचांग नागौर (राजस्थान) सूर्योदय के अनुसार है।*
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रमल ज्योतिर्विद आचार्य दिनेश प्रेम शर्मा, नागौर (राज,)