*🗓*आज का पञ्चाङ्ग*🗓*
🌤️*दिनांक - 24नवम्बर 2024*
🌤️ *दिन - रविवार*
🌤️ *विक्रम संवत - 2081*
🌤️ *शक संवत -1946*
🌤️ *अयन - दक्षिणायन*
🌤️ *ऋतु - हेमंत ॠतु*
🌤️ *मास - मार्गशीर्ष (गुजरात-महाराष्ट्र कार्तिक)*
🌤️ *पक्ष - कृष्ण*
🌤️ *तिथि - नवमी रात्रि 10:19:14 तक तत्पश्चात दशमी*
🌤️ *नक्षत्र - पूर्वाफाल्गुनी रात्रि 10:15:34 तक तत्पश्चात उत्तरफाल्गुनी*
🌤️ *योग वैधृति~ 12:16:25*
🌤️ *करण तैतुल~ 09:04:31*
🌤️सूर्योदय~ 07:03:37 *
🌤️सूर्यास्त~ 17:39:56*
🌤️ *राहुकाल - सुबह 04:20 से सुबह 05:40 तक*
🌤️* दिशा शूल~ पश्चिम दिशा में*
🌤️*ब्रह्म मुहूर्त 05:16 ए एम से 06:09 ए एम*
🌤️*अभिजित मुहूर्त 12:00 पी एम से 12:43 पी एम*
🌤️*सर्वार्थ सिद्धि योग 10:16 पी एम से 07:03 ए एम, नवम्बर 25*
🌤️*निशिता मुहूर्त 11:55 पी एम से 12:49 ए एम, नवम्बर 25*
🌤️*चोघडिया, दिन*🌤️
काल 07:03 - 08:23 अशुभ
शुभ 08:23 - 09:42 शुभ
रोग 09:42 - 11:02 अशुभ
उद्वेग 11:02 - 12:21 अशुभ
चर 12:21 - 13:41 शुभ
लाभ 13:41 - 15:01 शुभ
अमृत 15:01 - 16:20 शुभ
काल 16:20 - 17:40 अशुभ
🌤️* चोघडिया, रात*🌤️
लाभ 17:40 - 19:21 शुभ
उद्वेग 19:21 - 21:01 अशुभ
शुभ 21:01 - 22:41 शुभ
अमृत 22:41 - 24:22 शुभ
चर 24:22 - 26:02 शुभ
रोग 26:02 - 27:43 अशुभ
काल 27:43 - 29:23 अशुभ
लाभ 29:23 - 31:04 शुभ
🌤️*बिना गुरु के मंत्र जाप करने से कई परिणाम हो सकते हैं, जो सकारात्मक और नकारात्मक दोनों हो सकते हैं। यहाँ कुछ संभावित परिणाम हैं:
🌤️*सकारात्मक परिणाम:
1. मानसिक शांति और एकाग्रता में वृद्धि।
2. आत्म-विश्वास और आत्म-शक्ति में वृद्धि।
3. आध्यात्मिक ज्ञान और समझ में वृद्धि।
4. मन की शुद्धि और पवित्रता में वृद्धि।
🌤️*नकारात्मक परिणाम:
1. मंत्र का गलत उच्चारण या अर्थ समझने से नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
2. मंत्र जाप के दौरान मन में विकार या नकारात्मक विचार आ सकते हैं।
3. मंत्र जाप के दौरान शरीर में अस्वस्थता या दर्द हो सकता है।
4. मंत्र जाप के दौरान आत्म-विश्वास की कमी या संदेह हो सकता है।
🌤️*बिना गुरु के मंत्र जाप करने से बचने के कारण:
1. मंत्र का सही अर्थ और उच्चारण न समझना।
2. मंत्र जाप के दौरान नकारात्मक विचारों का प्रभाव।
3. मंत्र जाप के दौरान शरीर में अस्वस्थता या दर्द।
4. मंत्र जाप के दौरान आत्म-विश्वास की कमी या संदेह।
🌤️*गुरु की आवश्यकता:
1. गुरु मंत्र का सही अर्थ और उच्चारण सिखाते हैं।
2. गुरु मंत्र जाप के दौरान नकारात्मक विचारों को दूर करते हैं।
3. गुरु मंत्र जाप के दौरान शरीर में अस्वस्थता या दर्द को दूर करते हैं।
4. गुरु मंत्र जाप के दौरान आत्म-विश्वास और आत्म-शक्ति में वृद्धि करते हैं।
इसलिए, मंत्र जाप करने से पहले गुरु या आध्यात्मिक मार्गदर्शक से परामर्श लेना उचित होगा। ॐ नमः शिवाय।
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*🌷~यह पंचांग नागौर (राजस्थान) सूर्योदय के अनुसार है।*
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