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पंचांग - 13-11-2024

 

jyotish

shyam

hero

intirir

achar

tvs

parihar

hundai

toyta

goyal

lucky

*राशि रत्न,वास्तु आदि विषयों पर प्रकाशित सामग्री केवल आपकी जानकारी के लिए हैं अतः संबंधित कोई भी कार्य या प्रयोग करने से पहले किसी संबद्ध विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लेवें...*
💥*🗓*आज का पञ्चाङ्ग*🗓
*⛅दिनांक - 13 नवम्बर 2024*
*⛅दिन - बुधवार*
*⛅विक्रम संवत् - 2081*
*⛅अयन - दक्षिणायन*
*⛅ऋतु - हेमन्त*
*⛅मास - कार्तिक*
*⛅पक्ष - शुक्ल*
*⛅तिथि - द्वादशी दोपहर 01:00:57 तक तत्पश्चात त्रयोदशी*
*⛅नक्षत्र - रेवती रात्रि 03:10:18 नवम्बर 14 तक तत्पश्चात अश्विनी*
*⛅योग - वज्र दोपहर 03:24:16 तक तत्पश्चात सिद्धि*
*⛅राहु काल_हर जगह का अलग है- दोपहर 12:22 से दोपहर  01:43 तक*
*⛅सूर्योदय - 06:56:30*
*⛅सूर्यास्त - 05:47:36*
*⛅दिशा शूल - उत्तर दिशा में*
*⛅ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 05:09 से 06:01 तक*
*⛅अभिजीत मुहूर्त - कोई नहीं*
*⛅निशिता मुहूर्त- रात्रि 11:53 नवम्बर 13 से रात्रि 12:046  नवम्बर 14 तक*
*⛅ व्रत पर्व विवरण - तुलसी विवाह, प्रदोष व्रत*
*⛅विशेष - द्वादशी को पूतिका (पोई) खाने से पुत्र का नाश होता है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
🙏आज फिर बात करते हैं कुछ दैनिक सवालों पर 🙏
। आजकल जो भी जातक हमारे पास आता हैं या पूछता हैं ओ मेन सवाल -मेरे पर कर्ज़ा बहुत हैं लोन लेकर बिज़निस शुरू किया था चला जरूर जैसे चला और कर्ज़ा लेकर उसे बढ़ाया पर धीरे धीरे चौपट हों गया और उसको बंद करना पड़ा ये तोह था खुद के धंदे का अब दूसरी बात आती हैं लोग जॉब पर हैं फिर भी घर, गाडी के लिए लोन लिया अचानक जॉब चली गयी अब किस्त कैसे भरे।
ये सवाल लिखने मे जितना छोटा लगता हैं उतना ही भयानक हैं क्योंकि इसकी सच्चाई ये भी हैं की बहुतो क़ो आत्म हत्या करते देखा और सुना हैं बहुत कुंडलिया आयी और स्टडी के लिए मंगाई हैं हमने और आधे से अधिक लोगो के परिजन लेकर आये हैं की ओ तोह दुनिया छोड़ गए पर ओ समस्या वैसे की वैसे ही हैं उसका थोड़ी न अंत हुआ घर नीलाम हों गया जो था गया सब अब क्या बचा वही दुख के साथ रोज मर मर के जीना उनकी पत्नी बच्चे माँ बाप का।
जन्म कुंडली मे सिर्फ राहु शनि ही ख़राब करते बल्कि शनि इतनी तकलीफ नहीं देता सिर्फ डर हैं बस जौ फैलता जारा हैं अगर किसी क़ो जिन्दगी के पैसा और सेटेलमेंट चाइये तोह शनि क़ो मजबूत करिये लम्बे अरसे तक का सुख देके जायेगा आपको। सबसे घातक चोट गुरु, मंगल, सूर्य देता हैं बस इनको हम देखना नी चाहते सभी का टिकरा राहु, शनि पर दें दिया।
मंगल 4,6,8,12 का सबसे खातरनाक हैं खासतर 8,12,का ऊपर से लग्न का स्वामी 1, लाभ, घर की जिम्मेदारी 4,7,का हुआ और चद्र राहु से या मंगल, राहु, बुध साथ हों जाय जैसे मंगल 8 -और राहु, बुध, चंद्र या सूर्य 12वे मे हों जाय तो और गोचर मे सड्डास्टक योग बन जाय जो ऊपर स्थति बताई हैं कोई नी रोक सकता बस एक मिनट की देरी लगती हैं। पिछले 12 दिन से यही सब मेरे पास कुंडली आरी हैं सब मे मंगल की स्थति ने सबके तोते उड़ा रखे हैं और उपाय राहु का कर रहे हैं कोई गुरु का कर रा हैं। अब 12वे घर मे जातक के अगर मंगल,+शुक्र +राहु बैठ जाय करमेश और सुप्तमेश पीड़ित हुए तलाख होंना तय और बन्दे का काम धंदा चौपट। कुंडली मे मंगल अगर 8और 12 मे हैं और शुक्र और चंद्र की स्थति ठीक हैं तोह लोग कर्ज़े से ही कर्ज़ा उतार लेते हैं और क़र्ज़ से ही उनके पास सबकुछ होता हैं ओ चकता रहता हैं अरसे तक एक लिया दुशरा चुकाया तीसरा और बढा के लिया बस फिर क्या हैं। और शुक्र चंद्र ख़राब हुए तोह " हम तो डूबेंगे सनम तुमको भी ले डूबेंगे " वाली कहानी, पर मध्यम वर्ग इससे बहुत टूट जाता हैं इसलिए ख्वाब बड़े देखो जरूर पर हक़ीक़त भी ध्यान रखो उतना क़र्ज़ लो जितना झेल सको काम छोटे से शुरू करो सबकुछ सीखा देता हैं वक्त। अब देखो जो आदमी ब्याज पर लोगो क़ो क़र्ज़ देता हैं उशकी घर की आने वाली पीढ़ी सब ले डूबती हैं भले ही आज सब कुछ हों उनमे ब्याज भी सभी क़ो सूट नहीं करता हैं। तोह क्या कब करना हैं उसे आराम से सोचे समझें फिर आगे बढ़े। क़र्ज़ दूर करने का कोई उपाय पूजा नहीं हैं क़र्ज़ सिर्फ आपकी आमदनी, कामकाम मे वृद्धि से चुकेगा आपकी मेहनत आपकी लगन और उसके साथ हमारे उपाय दिशा निर्देस होंगे तब ओ धीरे अपनी अवस्था मे आएगा।
--और एक बड़ी बात जो लोग कुलदेवी कुलदेवी के राग अलाप अलाप के आपमे भ्र्म देरे हैं सावधान रहे ऐसी गलती मत करना इसके परिणाम बहुत घातक होते हैं मैं राजस्थान से हूं और वही से ये पोस्ट भी लिख रहा हूं आप समान्य ढंग से देवी की पूजा करो देविसूक्त पढो कोई दिक्कत नी। उन लोगो क़ो ये नी पता की कुलदेवी क्या देती हैं क्या लेती हैं क्या विधान हैं कुलदेवी क़ो स्थान देने का जिस बात की जानकारी आपको न हों ओ करना मत बाकी आपकी इच्छा। उनके बारे मे जानना हों तो पूछना कभी फुर्सत मे हमसे कुलदेवी, कुलदेवता, नागराजा, नारसिंह, भैरव, सबके बारे मे विस्तार से बताऊंगा पर यहाँ नहीं। हम खुद इससे परहेज़ मे रहते हैं भले ही मेरी हैं कुलदेवी है , कुलदेवता है,ग्राम देवता है ,लेकिन पुरखो से है इनका विधान पूर्वक उनको स्थान दिया गया हैं हर गोत्र हर जाती की अपनी कुल देवी हैं कुलदेवता हैं हमारे यहाँ जिनको उनका स्थान दिया गया हैं ये रक्षा करते हैं बड़े से बड़े खतरे से आपके जीवन की लेकिन जबतक उनकी विधिपूर्वक पूजा पाठ हवन न हों। उनको स्थान दिया जाय गलती अगर हुयी तो इनका दोष कोई सह नहीं सकता। साधरणतः आप माता रानी क़ो मान के उनकी पूजा भले ही करें।
।               उपाय
1÷यदि आपको हर काम मे अडचन आरी हैं रास्ता मुश्किल लग रा हैं,टेंशन से मन हर वक्त ख़राब रहने लगा हैं, कोई साथ नहीं दें रहा हैं तो कृष्ण राधा जी की शरण मे जाये, शुक्रवार क़ो एक बांशुरी ले उसमे पुरे छेद हों और छेद से ही बजती हों न मिले तो बनवाओ कम से 9 बनवा लेना, ईश्मे मिश्री भर के हर छेद के अंदर एक कटोरी मक्खन ताज़ा उसका भोग शुक्रवार के दिन राधा कृष्ण जी लगाना हैं और बांसुरी उनके हाथ मे या सामने रख के प्रार्थना करें जो आप मन मे रखे हों। 9 शुक्रवार क़ो करना हैं और मोरपँख अपने सिरहाने रख दो या सिरहाने वाली दीवाल पर लगा दें। राधा रानी ने चाहा तोह सब ठीक होगा 🙏🙏

🌹किसी भी समस्या के लिए जुड़ सकते हैं बात कर सकते है 🙏🌹
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*🌷~यह पंचांग नागौर (राजस्थान) सूर्योदय के अनुसार है।*
*अस्वीकरण(Disclaimer)पंचांग, धर्म, ज्योतिष, त्यौहार की जानकारी शास्त्रों से ली गई है।*
*हमारा उद्देश्य मात्र आपको  केवल जानकारी देना है। इस संदर्भ में हम किसी प्रकार का कोई दावा नहीं करते हैं।*
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