🌤️* 🗓*आज का पञ्चाङ्ग*🗓
🌤️*दिनांक-13अक्टूबर 2024*
🌤️ *दिन - रविवार*
🌤️ *विक्रम संवत - 2081*
🌤️ *शक संवत -1946*
🌤️ *अयन - दक्षिणायन*
🌤️ *ऋतु - शरद ॠतु*
🌤️ *मास - अश्विन*
🌤️ *पक्ष - शुक्ल*
🌤️ *तिथि - दशमी सुबह 09:08:13 तक एकादशी*
🌤️ *नक्षत्र - धनिष्ठा 14 अक्टूबर रात्रि 02:50:44तक तत्पश्चात शतभिषा*
🌤️ *योग - शूल रात्रि 09:24:30 तक तत्पश्चात गण्ड*
🌤️ *राहुकाल - शाम 04:40 से शाम 06:07 तक*
🌤️* चन्द्र राशि~ मकर till 15:43:13*
🌤️* चन्द्र राशि~कुम्भ from 15:43:13*
सूर्य राशि कन्या
🌤️ *सूर्योदय -06:34:57*
🌤️ *सूर्यास्त- 06:06:55*
👉 *दिशाशूल - पश्चिम दिशा मे*
🚩 *व्रत पर्व विवरण - पापांकुशा-पाशांकुशा एकादशी (स्मार्त),भरत-मिलाप,पंचक (आरंभ :दोपहर 03:44)*
💥 *विशेष - रविवार के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)*
💥 *रविवार के दिन मसूर की दाल, अदरक और लाल रंग का साग नहीं खाना चाहिए।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, श्रीकृष्ण खंडः 75.90)*
💥 *रविवार के दिन काँसे के पात्र में भोजन नहीं करना चाहिए।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, श्रीकृष्ण खंडः 75)*
💥 *स्कंद पुराण के अनुसार रविवार के दिन बिल्ववृक्ष का पूजन करना चाहिए। इससे ब्रह्महत्या आदि महापाप भी नष्ट हो जाते हैं।*
सभी विद्वानों को नमन।
💥 *राहु काल वैसे तो दूषित काल माना गया है और कोई भी शुभ या मांगलिक कार्य इस समय करने की सख्त मनाही है। मान्यता है कि इस समय शुरू किया काम पूरा नहीं होता और पूजा पाठ आदि का पुण्य फल प्राप्त नहीं होता। साथ ही यह भी कहा जाता है कि ऐसे समय में किया मांगलिक कार्य बुरे फल देते हैं आदि आदि।
💥 *लेकिन यह समझना जरूरी है कि राहु काल वह समय है जो छाया ग्रह राहु से प्रभावित रहता है और इसलिए उपरोक्त सभी प्रकार के शुभ कार्य और पूजा पाठ आदि निषिद्ध बताए गए हैं। साथ ही यह भी समझना होगा कि
💥 *राहु दोष और राहु के कुफल को कम करने के लिए शिव आराधना, हनुमान जी की पूजा, भैरव की साधना और मां दुर्गा/ शक्ति पूजा आदि बताया गया है। इन देवों/ शक्तियों की विधिवत् पूजा राहु के कुफल को दूर कर सफलता और संपन्नता के द्वार खोलती है।अतः राहु काल में दुर्गा सप्तशती पाठ बिना किसी संशय के किया जा सकता है और राहु के दुष्प्रभावो को कम करता है।*
💥 *कष्ट निवारण के लिए
हमारे घर में ही कई ऐसी भाग्यवर्धक चीजें होती है, जिनका प्रयोग करने पर हम स्वयं अपने घर-ऑफिस आदि के नकारात्मक ऊर्जा को दूर करके स
कारात्मक ऊर्जा में वृद्धि कर सकते हैं। ऐसे आसान उपाय जिससे हम सकारात्मक ऊर्जा का विकास कर अपने भाग्य को बदल सकते हैं, अपना भाग्य जागृत कर सकते हैं। *
💥 *एक बिना दाग वाला पीला नींबू लें उसके चार बराबर टुकड़े कर लें. जब दिन ढल जाये तब चौराहे पर जाकर चारों दिशाओं में उन्हे एक-एक फेंक दें और बिना पीछे मुड़े देखे घर आ जायें. आपको शीध्र ही लाभ होगा. यह प्रयोग सात दिन लगातार करें. आपका काम शीध्र बनेगा व आपको रोजगार मिलेगा.*
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*🌷~यह पंचांग नागौर (राजस्थान) सूर्योदय के अनुसार है।*
*अस्वीकरण(Disclaimer)पंचांग, धर्म, ज्योतिष, त्यौहार की जानकारी शास्त्रों से एवं उचित माध्यमों से ली गई है।*
*हमारा उद्देश्य मात्र आपको केवल जानकारी देना है। इस संदर्भ में हम किसी प्रकार का कोई दावा नहीं करते हैं।*
*राशि रत्न,वास्तु आदि विषयों पर प्रकाशित सामग्री केवल आपकी जानकारी के लिए हैं अतः संबंधित कोई भी कार्य या प्रयोग करने से पहले किसी संबद्ध विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लेवें...*
*रमल ज्योतिर्विद आचार्य दिनेश प्रेम शर्मा नागौर (राजस्थान)*
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