🗓आज का पञ्चाङ्ग🗓
🌤️*दिनांक -28 सितम्बर 2024*
🌤️ *दिन - शनिवार*
🌤️ *विक्रम संवत - 2081*
🌤️ *शक संवत -1946*
🌤️ *अयन - दक्षिणायन*
🌤️ *ऋतु - शरद ॠतु*
🌤️ *मास - अश्विन*
🌤️ *पक्ष - कृष्ण*
🌤️ *तिथि - एकादशी 02:49:17 दोपहर तक तत्पश्चात द्वादशी*
🌤️ *नक्षत्र - आश्लेषा 02:36:53 रात्रि तक तत्पश्चात मघा*
🌤️ *योग - सिद्ध 11:49:33 रात्रि तक तत्पश्चात साध्य*
🌤️ *चन्द्र राशि~ सिंह*
🌤️ *सूर्य राशि~ कन्या*
🌤️ *राहुकाल - सुबह 09:26 से दोपहर 10:56 तक*
🌤️ *सूर्योदय -06:27:58*
🌤️ *सूर्यास्त- 06:22:05*
👉 *दिशाशूल - पूर्व दिशा मे*
🌤️ *व्रत पर्व विवरण - एकादशी का श्राद्ध*
🌤️*चोघडिया, दिन*🌤️
काल 06:28 - 07:57 अशुभ
शुभ 07:57 - 09:26 शुभ
रोग 09:26 - 10:56 अशुभ
उद्वेग 10:56 - 12:25 अशुभ
चर 12:25 - 13:55 शुभ
लाभ 13:55 - 15:24 शुभ
अमृत 15:24 - 16:54 शुभ
काल 16:54 - 18:23 अशुभ
🌤️*चोघडिया, रात🌤️*
लाभ 18:23 - 19:54 शुभ
उद्वेग 19:54 - 21:24 अशुभ
शुभ 21:24 - 22:55 शुभ
अमृत 22:55 - 24:26 शुभ
चर 24:26 - 25:56 शुभ
रोग 25:56 - 27:27 अशुभ
काल 27:27 - 28:57 अशुभ
लाभ 28:57 - 30:28 शुभ
🌤️**व्रत पर्व विवरण - इंदिरा एकादशी*
🌤️*हर एकादशी को श्री विष्णु सहस्रनाम का पाठ करने से घर में सुख शांति बनी रहती है l राम रामेति रामेति । रमे रामे मनोरमे ।। सहस्त्र नाम त तुल्यं । राम नाम वरानने ।।*
🌤️*आज एकादशी के दिन इस मंत्र के पाठ से विष्णु सहस्रनाम के जप के समान पुण्य प्राप्त होता है l*
🌤️ *इंदिरा एकादशी व्रत से बड़े – बड़े पापों का नाश हो जाता है | यह नीच योनियों में पड़े हुए पितरों को भी सद्गति देनेवाली है | इसका माहात्म्य पढ़ने-सुनने से मनुष्य सब पापों से मुक्त हो जाता है | - पद्म पुराण*
🌤️*प्रदोष व्रत* 🌤️
🌤️*प्रत्येक महिने की दोनों पक्षों की त्रयोदशी तिथि पर प्रदोष व्रत किया जाता है। ये व्रत भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए किया जाता है। इस बार 29 सितम्बर, रविवार को प्रदोष व्रत है। इस दिन भगवान शिव की विशेष पूजा की जाती है। प्रदोष पर व्रत व पूजा कैसे करें और इस दिन क्या उपाय करने से आपका भाग्योदय हो सकता है, जानिए…*
🌤️*ऐसे करें व्रत व पूजा*
🌤️ *- प्रदोष व्रत के दिन सुबह स्नान करने के बाद भगवान शंकर, पार्वती और नंदी को पंचामृत व गंगाजल से स्नान कराएं।*
🌤️ *- इसके बाद बेल पत्र, गंध, चावल, फूल, धूप, दीप, नैवेद्य (भोग), फल, पान, सुपारी, लौंग, इलायची भगवान को चढ़ाएं।*
🌤️ *- पूरे दिन निराहार (संभव न हो तो एक समय फलाहार) कर सकते हैं) रहें और शाम को दुबारा इसी तरह से शिव परिवार की पूजा करें।*
🌤️*- भगवान शिवजी को घी और शक्कर मिले जौ के सत्तू का भोग लगाएं। आठ दीपक आठ दिशाओं में जलाएं।*
🌤️ *- भगवान शिवजी की आरती करें। भगवान को प्रसाद चढ़ाएं और उसीसे अपना व्रत भी तोड़ें।उस दिन ब्रह्मचर्य का पालन करें।*
💥 *विशेष - चांदी का हाथी और वास्तु :
चाँदी का हाथी घर में रखेंगे तो आश्चर्यजनक फायदे मिलेंगे
💥 *चांदी एक शुभ धातु मानी जाती है। हाथ शुभ पशुओं में शामिल किया जाता है। जब दो शुभ वस्तुओं का मिलन होता है तो घर में खुशियों की बारिश होना तय है। चांदी का हाथी घर में शुभ समाचार लाता है, धन की दिक्कतें दूर करता है, सफलता के दरवाजे खोलता है। संपदा में वृद्धि करता है। परस्पर रिश्तों में मिठास लाता है। घर को अनैतिकता से दूर रखता है। घर में सात्विक्ता और पवित्रता का वातावरण बनता है।
💥 *वास्तु शास्त्र में हाथी को घर के लिए सौभाग्यशाली बताया गया है। घर की उत्तर दिशा में छोटी सी ठोस चांदी की हाथी मूर्ति रखने से घर में सुख शांति और ऐश्वर्य में वृद्धि होती है। इससे भगवान और मां लक्ष्मी दोनों का आशीर्वाद मिलता है।
💥 *घर में हाथी रखने वाले व्यक्ति की इच्छाशक्ति मजबूत होती है। संतान प्राप्ति होती है। बौद्धिक विकास होता है। सामाजिक और राजनीतिक स्तर पर मान-सम्मान में भी वृद्धि होती है।
💥 *हाथी बहुत समझदार प्राणी है, इसकी लंबी आयु, बड़े कान और धैर्य इसे महत्वपूर्ण बनाते हैं। हाथी शक्ति, लंबी आयु, निष्ठा, ज्ञान और धैर्य का जीता जागता प्रमाण है।
💥 *घर की उत्तर दिशा में हाथी का जोड़ा रखने से पॉजिटिव एनर्जी आती है और धन लाभ होता है।
💥 *अगर कुंडली में पांचवें या बारहवें स्थान पर राहु बैठा हो तो घर में हाथी की मूर्ति रखने से राहु शांत होता है।
💥 *घर में चांदी के हाथियों का जोड़ा रखने से धन के नए नए स्त्रोत खुलते हैं और करियर तथा व्यापार में तरक्की की संभावनाएं बनती हैं।
💥 *अगर हाथी की मूर्ति को स्टडी रूम में रखा जाए तो बच्चों का पढ़ाई में मन लगता है औऱ मस्तिष्क में एकाग्रता आती है।
💥 *हाथी के जोड़े की मूर्ति को मुख्य द्वार के बिलकुल सामने रखा जाए तो धन के रास्ते घर तक आते हैं, ऐसा वास्तु कहता है।
💥 *बेडरूम में हाथी की मूर्ति जोड़े में रखी जाए तो पति पत्नी के संबंधों में मधुरता आती है।
💥 *हाथी की मूर्ति दक्षिण या पश्चिम दिशा में नहीं रखनी चाहिए।
💥 *अगर धन लाभ के लिए घर या दुकान में हाथी की मूर्ति रख रहे हैं तो हाथी की सूंड ऊपर की ओर उठी हुई होनी चाहिए।
💥 *अगर परिवार में सुख शांति के लिए हाथी की मूर्ति रख रहे हैं तो हाथी की सूंड नीचे की ओर झुकी हुई होनी चाहिए।
💥 *अगर आप चांदी का हाथी नही रख सकते तो हाथी की पीतल की मूर्ति रख सकते हैं।
💥 *अगर आप हाथी की चांदी या पीतल की मूर्ति नहीं रख सकते तो पत्थर की मूर्ति रखी जा सकती है लेकिन प्लास्टिक या प्लास्टर पेरिस की मूर्ति बिलकुल ना रखें।
💥 *चांदी के हाथी का जोड़ा रखते वक्त उनके मुंह एक दूसरे के सामने होने चाहिए, विपरीत दिशा में नहीं।
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*🌷~यह पंचांग नागौर (राजस्थान) सूर्योदय के अनुसार है।*
*अस्वीकरण(Disclaimer)पंचांग, धर्म, ज्योतिष, त्यौहार की जानकारी शास्त्रों से एवं उचित माध्यमों से ली गई है।*
*हमारा उद्देश्य मात्र आपको केवल जानकारी देना है। इस संदर्भ में हम किसी प्रकार का कोई दावा नहीं करते हैं।*
*राशि रत्न,वास्तु आदि विषयों पर प्रकाशित सामग्री केवल आपकी जानकारी के लिए हैं अतः संबंधित कोई भी कार्य या प्रयोग करने से पहले किसी संबद्ध विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लेवें...*
*रमल ज्योतिर्विद आचार्य दिनेश प्रेम शर्मा नागौर (राजस्थान)*
*Mobile. 8387869068*
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