🗓आज का पंचांग 🗓
*⛅दिनांक ~12 अगस्त 2024*
*⛅दिन ~ सोमवार*
*⛅विक्रम संवत् ~ 2081*
*⛅अयन ~ दक्षिणायन*
*⛅ऋतु ~ वर्षा*
*⛅मास ~श्रावण*
*⛅पक्ष ~ शुक्ल*
*⛅तिथि ~ सप्तमी प्रातः 07:54:38 तक तत्पश्चात अष्टमी*
*⛅नक्षत्र ~ स्वाति प्रातः 08:32 तक तत्पश्चात विशाखा*
*⛅योग ~ शुक्ल शाम 04:24:16 तक तत्पश्चात ब्रह्म*
*⛅चन्द्र राशि~ तुला till 28:14:13*
*⛅चन्द्र राशि~ वृश्चिक from 28:14:13*
*⛅सूर्य राशि ~ कर्क
*⛅राहु काल_हर जगह का अलग है- सुबह 07:44 से सुबह 09:23 तक*
*⛅सूर्योदय - 06:06:02*
*⛅सूर्यास्त - 07:13:39*
*⛅दिशा शूल - पूर्व दिशा में*
*⛅ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 04:38 से 05:22 तक*
*⛅ अभिजीत मुहूर्त - दोपहर 12:14 से दोपहर 01:06 तक*
*⛅निशिता मुहूर्त- रात्रि 12:18 अगस्त 13 से रात्रि 01:02 अगस्त 13 तक*
*⛅विशेष - अष्टमी को नारियल का फल खाने से बुद्धि का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
*⛅ व्रत पर्व विवरण - भगवान शिव को शुद्ध घी से भगवान शिव का अभिषेक करें। इस उपाय को करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। अगर आप भी कुंडली में मंगल ग्रह को मजबूत करना चाहते हैं, तो सोमवार के दिन शुद्ध शहद से देवों के देव महादेव का अभिषेक करें। इस उपाय को करने से कुंडली में मंगल दोष भी दूर होता है।*
सावन के सोमवार के दिन किसी शिव मंदिर में शिवलिंग पर 108 बेलपत्र चढ़ाएं. इस दौरान ऊँ नम: शिवाय मंत्र का जाप करते रहें. प्रत्येक सोमवार के दिन भगवान शिव के साथ माता पार्वती की पूजा जरूर करें. इस उपाय को करने से विवाह कार्यों में आने वाली बाधाएं दूर हो जाती है और शीघ्र ही विवाह के योग बनते हैं.
👌❤️ चोघडिया,दिन ❤️👌
अमृत 06:06 - 07:44 शुभ
काल 07:44 - 09:23 अशुभ
शुभ 09:23 - 11:01 शुभ
रोग 11:01 - 12:40 अशुभ
उद्वेग 12:40 - 14:18 अशुभ
चर 14:18 - 15:57 शुभ
लाभ 15:57 - 17:35 शुभ
अमृत 17:35 - 19:14 शुभ
👌❤️ चोघडिया, रात❤️👌
चर 19:14 - 20:35 शुभ
रोग 20:35 - 21:57 अशुभ
काल 21:57 - 23:18 अशुभ
लाभ 23:18 - 24:40 शुभ
उद्वेग 24:40 - 26:02 अशुभ
शुभ 26:02 - 27:23 शुभ
अमृत 27:23 - 28:45 शुभ
चर 28:45 - 30:07 शुभ
🔱शरीर में ग्रह नक्षत्र का प्रभाव
👉🏻हमारे शरीर के हरेक अंग में ग्रहों एवं नक्षत्र का निवास है।सर से लेकर पैर तक कोई न कोई नक्षत्र निवास करता हैं । जब भी शरीर का कोई अंग बीमार पड़ता है या कमजोर होता है तो हमे ये समझना चाहिये की उस अंग से संबंधित ग्रह नक्षत्र पीड़ित है। अगर हम उस ग्रह नक्षत्र का उपाय करते है तो हमे लाभ अवश्य मिलता है।
👉🏻जैसे- कभी कभी सर में बहुत दर्द होता है उस दर्द से छुटकारा पाने के लिये हम बहुत कोशिस करते है डॉक्टर से दवाई भी लाकर खाते है फिर भी सर दर्द से छुटकारा नही मिलता है।
ऐसे में अगर हम उस नक्षत्र का उपाय करते है तो हमे सर दर्द से छुटकारा मिल जायेगा । 27 प्रकार के नक्षत्र होते है और यही नक्षत्र हमारे शरीर के सताइस अंग पर अपना प्रभाव दिखाते है।
👉🏻जिस दिन हम इन नक्षत्रों का खेल समझ गये उस दिन सारी समस्याओं का निवारण हो जायेगा।27 नक्षत्र के साथ साथ 9 ग्रह औऱ 12 राशीया भी हमारे शरीर पर असर डालते हैं
जैसे- सूर्य हमारे सिर को, चंद्रमा मुख को, मंगल छाती को, बृहस्पति उदर (पेट) को, शुक्र यौन अंगों को (लिंग मूत्राशय ),बुध पीठ को , शनि कमर को ,राहु और केतु हाथ पैरों का प्रतिनिधि करते हैं।
👉🏻नक्षत्र का शरीर में स्थान
👉🏻सिर में कृत्तिका
मस्तक में रोहिणी
भौंह में मृगशिरा
कानों में आश्लेषा
आँखों में आर्द्रा
नासिका में पुनर्वसु
होंठों में मघा
गर्दन में चित्रा
गालों में पुष्य
दाई छाती में विशाखा
बाई छाती में स्वाति
बाई कलाई पू ० फाल्गुनी
दाई कलाई उ ० फाल्गुनी
कमर में श्रावण
आमाशय में ज्येष्ठा
रीढ़ में उ ० आषाढ़ा
पेट में अनुराधा
पीठ में पू ० आषाढ़ा
कोख में मूल
अंगुली में हस्त
गुदा में धनिष्ठा
दाई जंघा में पू ० भाद्रपद
बाई जंघा में शतभिषा
घुटनों में रेवती
पिंडुली में उ ० भाद्रपद
पैरों में भरणी .
पैरों के नीचे अश्विनी
▬▬▬▬▬▬▬ஜ۩۞۩ஜ
🕉️📿🔥🌞🚩🔱🚩🔥🌞🔯🔮
*🌷~यह पंचांग नागौर (राजस्थान) सूर्योदय के अनुसार है।*
*अस्वीकरण(Disclaimer)पंचांग, धर्म, ज्योतिष, त्यौहार की जानकारी शास्त्रों से ली गई है।*
*हमारा उद्देश्य मात्र आपको केवल जानकारी देना है। इस संदर्भ में हम किसी प्रकार का कोई दावा नहीं करते हैं।*
*राशि रत्न,वास्तु आदि विषयों पर प्रकाशित सामग्री केवल आपकी जानकारी के लिए हैं अतः संबंधित कोई भी कार्य या प्रयोग करने से पहले किसी संबद्ध विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लेवें...*
*रमल ज्योतिर्विद आचार्य दिनेश प्रेम शर्मा 8387869068*
🕉️📿🔥🌞🚩🔱🚩🔥🌞*