🗓आज का पंचांग 🗓
*⛅दिनांक - 10 अगस्त 2024*
*⛅दिन - शनिवार*
*⛅विक्रम संवत् - 2081*
*⛅अयन - दक्षिणायन*
*⛅ऋतु - वर्षा*
*⛅मास - श्रावण*
*⛅पक्ष - शुक्ल*
*⛅तिथि - षष्ठी
*⛅04:44:29amतक तत्पश्चात सप्तमी*
*⛅नक्षत्र चित्रा 29:47:40*
*⛅योग साध्य 14:50:25*
*⛅करण कौलव 16:30:43*
*⛅करण तैतुल 29:44:29*
*⛅राहु काल_हर जगहकाअलगहै- दोपहर 09:23 से शाम 11:01 तक*
*⛅सूर्योदय - 06:05:02*
*⛅सूर्यास्त - 07:15:20*
*⛅दिशा शूल - पूर्व दिशा में*
*⛅ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 04:38 से 05:21 तक*
*⛅अभिजीत मुहूर्त - दोपहर 12:14 से दोपहर 01:07*
*⛅निशिता मुहूर्त- रात्रि 05:49am अगस्त 11 से रात्रि 06:04am अगस्त 11 तक*
*⛅सर्वार्थ सिद्धि योग 05:49 am, अगस्त 11 से 06:04 am, अगस्त 11*
*⛅ व्रत पर्व विवरण - मासिक कात्यायनी व्रत*
👌❤️ चोघडिया,दिन ❤️👌
काल 06:05 - 07:44 अशुभ
शुभ 07:44 - 09:23 शुभ
रोग 09:23 - 11:01 अशुभ
उद्वेग 11:01 - 12:40 अशुभ
चर 12:40 - 14:19 शुभ
लाभ 14:19 - 15:58 शुभ
अमृत 15:58 - 17:37 शुभ
काल 17:37 - 19:15 अशुभ
👌❤️ चोघडिया, रात❤️👌
लाभ 19:15 - 20:37 शुभ
उद्वेग 20:37 - 21:58 अशुभ
शुभ 21:58 - 23:19 शुभ
अमृत 23:19 - 24:40 शुभ
चर 24:40 - 26:02 शुभ
रोग 26:02 - 27:23 अशुभ
काल 27:23 - 28:44 अशुभ
लाभ 28:44- 30:06 शुभ
*⛅स्वर्ग से आए हैं तीन फूल अपराजिता, पारिजात और मधुकामिनी, जानिए मधुकामिनी क्या है?*
*⛅मधुकामिनी के फूल गर्मियों में खिलते हैं। घर में अगर एक बार आपने कामिनी के फूल का पौधा लगा दिया तो ४-५ वर्ष या इससे अधिक समय तक फूल आते रहेंगे। सौंधी और मनमोहक खुशबू के कारण इसे अपने घर की बालकनी में लगाना बहुत ही आसान है।*
*⛅मधुकामिनी प्लांट को सबसे अच्छे इनडोर और आउटडोर पौधों में से एक माना जाता है। वास्तु के अनुसार यह प्लांट घर-आंगन को खुशियों से भर सकता है।जरूरी बात यह है कि यह कम रखरखाव वाला पौधा है और इसमें सुगंधित फूलों के गुच्छे होते हैं जो सुंदर तितलियों और चिड़ियों को बहुत आकर्षित करते हैं।*
*⛅मधुकामिनी फूल का वनस्पति नाम है मुराया पैनीकुलेटम। यह एक सफेद रंग का फूल है जो घर की सज्जा के साथ औषधि के लिए भी प्रयोग किया जाता है*
*⛅खूशबूदार फूलों में से मधुकामिनी दिन रात महकने वाला प्लांट है। यह एक सदाबहार झाड़ीनुमा पौधा है जिसका आकार ५-१५ फिट तक होता है। नारंगी यानी संतरा जैसी सुगंध आने के कारण इसको ऑरेंज जैस्मीन नाम से भी जाना जाता है। इसके फूलों का रंग सफेद होता है!*
*इसके फूलों की मनभावन सुगंध मानसिक तनाव को दूर करने वाली होती है!*
* मान्यता है कि जो तीन फूल स्वर्ग से आए हैं उसमें #अपराजिता, पारिजात के साथ तीसरा फूल मधुकामिनी ही है...*
*⛅मधुकामिनी के लाभ ⛅*
इसके मात्र २ पत्तों को उबाल कर पीने से श्वास रोग में बहुत ज्यादा लाभ होता है। गला साफ़ होता है।*
*⛅इसके फूलों को बेडरूम में रखने से दाम्पत्य जीवन सुखी रहता है। ऐसा माना गया है।*
*⛅ मधुकामिनी की पत्तियां शुभकारी होती हैं इसीलिए विवाह मण्डपों में इसका प्रयोग होता है।*
*तमिल भाषा में इसे वेंगराए और तेलगु में नागागोलुंग , मराठी में कुंती तो मणिपुरी में कामिनी कुसुम कहा जाता है। कन्नड़ में काडु कारिबेयु तो #मलयालम में मारामुला कहा जाता है।*
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*🌷~यह पंचांग नागौर (राजस्थान) सूर्योदय के अनुसार है।*
*अस्वीकरण(Disclaimer)पंचांग, धर्म, ज्योतिष, त्यौहार की जानकारी शास्त्रों से ली गई है।*
*हमारा उद्देश्य मात्र आपको केवल जानकारी देना है। इस संदर्भ में हम किसी प्रकार का कोई दावा नहीं करते हैं।*
*राशि रत्न,वास्तु आदि विषयों पर प्रकाशित सामग्री केवल आपकी जानकारी के लिए हैं अतः संबंधित कोई भी कार्य या प्रयोग करने से पहले किसी संबद्ध विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लेवें...*
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