*करीब 18 लाख पौधे लगाकर नागौर को बनाएंगे हरा-भरा, सभी अधिकारी जुटे तैयारियों में*
*मुख्यमंत्री के वृक्षारोपण महाअभियान को सफल बनाने के लिए जिला कलेक्टर ने ली समीक्षा बैठक*
*विभागीय अधिकारी व इच्छुक आमजन स्थान की कमी है तो मेला मैदान में कर सकेंगे पौधरोपण*
नागौर, 06 जुलाई। जुलाई माह में वृहद स्तर पर पौधरोपण कराने के उद्देश्य से उसकी तैयारियों के संबंध में शनिवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला कलेक्टर अरुण कुमार पुरोहित की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिलाधिकारी पुरोहित ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए निर्देश के अनुसार जुलाई माह में वृक्षारोपण महाअभियान के तहत जिले में 18 लाख पौधे लगाए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि इसके लिए सभी विभाग समय से पौधरोपण के लिए स्थान चिन्हित करके उसकी रिपोर्ट जिला परिषद सीईओ को भेज दें। समय से गड्ढे खोद लिए जाएं। सरकार द्वारा जो दिन निर्धारित किया जाएं, उससे एक सप्ताह पहले ही सभी तैयारियां पूरी कर ली जाएं। जिला कलेक्टर ने कहा कि सभी स्कूलों, गौशालाओं, तालाब किनारो व सरकारी कार्यालयों में अनिवार्य रूप से पौधरोपण किया जाएं। इसके लिए अधिक से अधिक जागरूकता लाकर कार्य को गति प्रदान करें।
इस दौरान उन्होंने कहा कि केवल पौधरोपण करके ही इतिश्री नहीं करनी है, इसके बाद तीन वर्ष तक इसकी नियमित रूप से देखभाल भी करनी होगी। पौधों की सुरक्षा व उनके लिए पानी की व्यवस्था उचित रूप से करें, ताकि आप द्वारा लगाया गया प्रत्येक पौधा पेड़ बन सके। उन्होंने बताया कि पौधों के रोपण में फलदार, औषधीय गुणों से युक्त तथा छायादार पौधों को प्राथमिकता दी जाएं। इस दौरान उन्होंने कहा कि सभी विभागीय अधिकारी अपने अधीन आने वाले क्षेत्र में आगामी दो दिन में स्थान चिन्हिकरण कर वहां पौधरोपण के लिए गड्ढे खुदवाने की स्थिति, पौधों की आवश्यकता व उपलब्धता तथा पौधों की सुरक्षा व पानी की व्यवस्था संबंधी तैयारियां करते हुए संपूर्ण डाटा गूगल सीट पर लें। इस दौरान उन्होंने सभी अधिकारियों से अब तक लगाए गए पौधो की स्थिति भी जानी तथा जहां पौधरोपण किया गया है उनका क्रॉस वेरिफिकेशन करवाने के भी निर्देश दिए।
इस दौरान उप वन संरक्षक सुनील कुमार ने बताया कि वन विभाग द्वारा जिले में अलग अलग साइटो पर 6 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य हासिल किया जाएगा, इसके लिए सभी स्थानों पर गड्ढे खोदकर पहले से ही बीजारोपण किया जा चुका है, जहां पौधे विकसित हो चुके हैं। वहीं जिला परिषद सीईओ रविंद्र कुमार ने बताया कि जिले की प्रत्येक ग्राम पंचायत को 500 पौधे लगाने का लक्ष्य दिया गया है, जिसके तहत जिला परिषद द्वारा सभी पंचायत समिति क्षेत्रों में 1 लाख 5 हजार पौधे लगाए जाएंगे। इसके लिए सभी विकास अधिकारी, सरपंच सहित संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया है।
बैठक में जिला कलेक्टर ने खनिज विभाग के अधिकारियों की अनुपस्थिति पर फटकार लगाते हुए कहा कि विभागीय अधिकारी इसमें लापरवाही ना बरतें और अपने क्षेत्राधिकार में अधिक से अधिक पौधरोपण करवाएं। इस दौरान उन्होंने कहा कि जिले में 437 गौशालाएं संचालित हो रही है, जहां पशुओं की छाया के लिए भी अधिक से अधिक पौधरोपण किया जा सकता है। वही एनएचआई द्वारा रोड़ किनारे पौधरोपण कर सड़क मार्गों को हरा-भरा बनाया जा सकता है। इस दौरान उन्होंने बताया कि जिन विभाग के पास कार्यालय परिसर में स्थान नहीं है वे मेला मैदान परिसर में समाजसेवी टीम से मिलकर पौधरोपण करवा सकते हैं।
बैठक में जिला कलेक्टर ने शिक्षा विभाग को 6 लाख, चिकित्सा विभाग को 2 हजार 500, आयुर्वेद विभाग को प्रत्येक अस्पताल में 20-20 औषधीय पौधे लगाने, को-ऑपरेटिव बैंक को प्रत्येक गांव में कार्यरत समितियों में पौधरोपण करने, कृषि विभाग को कार्यालय परिसर, जिला रसद अधिकारी, जलदाय विभाग, आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग, सीएमएचओ को जिले के प्रत्येक चिकित्सा संस्थानों, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग को छात्रावास व कार्यालय परिसर, जिला परिवहन अधिकारी को कार्यालय परिसर तथा जिला खेल अधिकारी को नगरपरिषद व ठेकेदार के सहयोग से स्टेडियम में अधिक से अधिक पौधरोपण करवाने के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने पुलिस विभाग को भी जिले के सभी थानो में थानाधिकारी की प्रभावी मॉनिटरिंग में अधिक से अधिक पौधरोपण करवाने तथा डिस्कॉम के अधीक्षण अभियंता को सभी जीएसएस पर पौधे लगवाने के लिए निर्देशित किया।
इस दौरान श्रम विभाग व वाणिज्यिक कर विभाग द्वारा स्थान की अनुपलब्धता बताने पर उन्होंने मेला मैदान में पौधरोपण करवाने के निर्देश दिए। बैठक में बीआर मिर्धा कॉलेज के कैप्टन प्रेमसिंह बुगासरा ने बताया कि कॉलेज परिसर में ट्री गार्ड तैयार करके करीब 100 पौधे आगामी 3 दिन में लगाए जाएंगे। इस दौरान उन्होंने जिले में रोहिड़ा के पौधे लगाने के लिए स्थान की मांग की। बैठक में पर्यावरणप्रेमी पदमश्री हिम्मताराम भांम्भू ने कॉलेज रोड़ पर निर्माण के दौरान काटे गए पेड़ों को लेकर नाराजगी जताई तथा काटे गए इन पेड़ों के बदले दूसरे पौधे लगवाने की मांग की। जिस पर जिला कलक्टर ने एनएचआई के अधिकारियों को तुरंत निर्देश देते हुए काटे गए पौधो की जानकारी उपलब्ध करवाने व उन्हें रिप्लेसमेंट करवाने के निर्देश दिए।
*पौधे लगाने में दिक्कत आने पर ले सकेंगे सहयोग*
बैठक के दौरान यह निर्णय लिया गया कि जिन विभागीय अधिकारियों, कर्मचारियों या आमजन को पौधे लगाने में समस्या आ रही है या वे इन पौधो की सुरक्षा करने व पानी देने की व्यवस्था करने में सक्षम नहीं है तो वह अपने आसपास का स्थान पर्यावरणप्रेमी सुखराम चौधरी व व्याख्याता धनराज खोजा को मोबाइल नंबर 9413929412 पर बता सकते हैं गौरतलब है कि चौधरी व खोजा की टीम पिछले कई सालों से नो प्रोफिट, नो लॉस की तर्ज पर बताए गए खाली स्थान पर लागत मूल्य में पौधरोपण करने के साथ ही उनकी सुरक्षा का जिम्मा लेते हुए उनके पेड़ बनने तक में उनकी पूर्ण देखभाल करते हैं।
इस दौरान जिला परिषद सीईओ रविंद्र कुमार ने बताया कि जो भी पौधे लगाने की इच्छा रखते हैं या पौधरोपण करना चाहते हैं वे मेला मैदान परिसर में पौधे लगा सकते हैं। इस दौरान उन्होंने जिले को हरा-भरा बनाने में सहयोग देने के लिए अधिक से अधिक पौधरोपण करने की अपील भी की।
*अभियान को सफल बनाने की अपील*
इस दौरान उप वन संरक्षक सुनील कुमार ने बताया कि अभियान को सफल बनाने के लिए सभी विभागीय अधिकारियों को निर्धारित लक्ष्य दिया गया है, जिसके लिए सभी अधिकारी लक्ष्यानुरूप प्रगति लाकर सहयोग करें। इसके साथ ही आमजन भी अपने आसपास के क्षेत्र, खेत-खलिहान आदि स्थानों पर पौधरोपण करते हुए जिले को हरा-भरा बनाने में सहयोग कर सकते हैं।