*🌷~पंचांग~🌷*
*🌷दिनांक - 16 जून 2024*
*🌷दिन - रविवार*
*🌷विक्रम संवत् - 2081*
*🌷अयन - उत्तरायण*
*🌷ऋतु - ग्रीष्म*
*🌷मास - ज्येष्ठ*
*🌷पक्ष - शुक्ल*
*🌷तिथि - दशमी प्रातः 04:43:04 जून 17 तक तत्पश्चात एकादशी*
*🌷नक्षत्र - हस्त प्रातः 11:11:41 तक तत्पश्चात चित्रा*
*🌷योग- वरीयान रात्रि 09:01:06 तक तत्पश्चात परिघा*
*🌷राहु काल-हर जगह का अलग है - शाम 05:47 से शाम 07:30 तक*
*🌷सूर्योदय - 05:41:38*
*🌷सूर्यास्त - 07:30:07*
*🌷दिशा शूल - पश्चिम दिशा में*
*🌷ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 04:19 से 05:00 तक*
*🌷अभिजीत मुहूर्त - दोपहर 12:08 से दोपहर 01:04 तक*
*🌷निशिता मुहूर्त- रात्रि 12:16 जून 17 से रात्रि 12:56 जून 17 तक*
*🌷~चोघडिया, दिन~🌷*
*उद्वेग 05:42 - 07:25 अशुभ*
*चर 07:25 - 09:09 शुभ*
*लाभ 09:09 - 10:52 शुभ*
*अमृत 10:52 - 12:36 शुभ*
*काल 12:36 - 14:19 अशुभ*
*शुभ 14:19 - 16:03 शुभ*
*रोग 16:03 - 17:47 अशुभ*
*उद्वेग 17:47 - 19:30 अशुभ*
*🌷~चोघडिया,रात~🌷*
*शुभ 19:30 - 20:47 शुभ*
*अमृत 20:47 - 22:03 शुभ*
*चर 22:03 - 23:19 शुभ*
*रोग 23:19 - 24:36 अशुभ*
*काल 24:36 - 25:52 अशुभ*
*लाभ 25:52 - 27:09 शुभ*
*उद्वेग 27:09 - 28:25 अशुभ*
*शुभ 28:25 - 29:42 शुभ*
*🌷व्रत पर्व विवरण - गंगा दशहरा*
*🌷विशेष - दशमी को कलंबी शाक त्याज्य है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
*🌷गंगा दशहरा (समाप्त) - 16 जून 2024 🌷*
*🌷गंगा स्नान का फल*
*🌷जो मनुष्य आँवले के फल और तुलसीदल से मिश्रित जल से स्नान करता है, उसे गंगा स्नान का फल मिलता है ।" (पद्म पुराण , उत्तर खंड)*
*🌷त्रयोदश दिनात्मक पक्ष*
यदि परिभाषा पर जाए तो जिस पक्ष में १३ दिन हों उसको त्रयोदश दिनात्मक पक्ष या विश्वघस्त्र पक्ष कहते है। *बालबोध ज्योतिषसार*, *मुहूर्त गणपति*, *मुहूर्तगजानन* में मात्र १३ दिन का पक्ष ही लिखा गया है है अन्य कुछ नहीं परंतु पियूष धारा में लिखा है की त्रयोदश दिनातमक पक्ष किसे कहा जाए_*
*🌷जिस पक्ष में प्रतिपदा एवं एवं अमावस्या या पूर्णिमा को छोड़कर कोई दो तिथि क्षय हों तो ही १३ दिन का पक्ष होगा यदि प्रतिपदा या अमावस्या पूर्णिमा कर क्षय से १३ दिन का पक्ष बन रहा है तो उसको १३ दिन का पक्ष नहीं कहलाएगा*
परंतु यह मत स्वीकार्य नहीं है क्योंकि वहां पर त्रयोदशरात्रि भी कही गई है तथा प्रतिपदा के क्षय या अमावस्या पूर्णिमा के क्षय से भी पक्ष में १३ दिन रहते है तो भी उसको त्रयोदश दिनात्नक पक्ष ही कहा जाना चाहिए क्योंकि प्रत्यक्ष में भी दिन गिनते है तो १३ ही आते है और विद्वान विस्तार से बताने की कृपा करे।*
*🌷 गंगा स्नान का मंत्र*
*🌷 गंगा स्नान के लिए रोज हरिद्वार तो जा नहीं सकते, घर में ही गंगा स्नान का पुण्य पाने के लिए एक छोटा सा मन्त्र है..*
*ॐ ह्रीं गंगायै ॐ ह्रीं स्वाहा*
*🌷 ये मन्त्र बोलते हुए स्नान करें तो गंगा स्नान का लाभ होता है । गंगा दशहरा के दिन इसका लाभ जरुर लें...*
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*🌷~यह पंचांग नागौर (राजस्थान) सूर्योदय के अनुसार है।*
*अस्वीकरण(Disclaimer)पंचांग, धर्म, ज्योतिष, त्यौहार की जानकारी शास्त्रों से ली गई है।*
*हमारा उद्देश्य मात्र आपको केवल जानकारी देना है। इस संदर्भ में हम किसी प्रकार का कोई दावा नहीं करते हैं।*
*राशि रत्न,वास्तु आदि विषयों पर प्रकाशित सामग्री केवल आपकी जानकारी के लिए हैं अतः संबंधित कोई भी कार्य या प्रयोग करने से पहले किसी संबद्ध विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लेवें...*
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