*🌷~पंचांग~🌷*
*🌷दिनांक -14 जून 2024*
*🌷दिन - शुक्रवार*
*🌷तिथि ~ अष्टमी 24:03:24 पश्चात नवमी*
*🌷पक्ष ~ शुक्ल पक्ष*
*🌷नक्षत्र~ उत्तर फाल्गुनी 32:12:51 पश्चात उत्तर फाल्गुनी*
*🌷योग ~ सिद्धि 19:05:50 पश्चात व्यतिपात*
*🌷करण~ विष्टि भद्र 10:47:22पश्चात बालव*
*🌷 चन्द्र राशि~ सिंह till 11:53:31*
*🌷 चन्द्र राशि ~ कन्या from 11:53:31*
*🌷सूर्य राशि~ वृषभ till 24:25:35*
*🌷सूर्य राशि~ मिथुन from 24:25:35*
*🌷राहू काल 10:52- 12:35:अशुभ*
*🌷प्रदोष काल~19:29 - 21:29*
*🌷सूर्योदय 05:41:28*
*🌷सूर्यास्त 19:29:32*
*🌷दिशा शूल- पश्चिम दिशा में*
*🌷राहुवास - दक्षिण पूर्व दिशा में*
*🌷ब्रह्म मुहूर्त -04:02 ए. एम. से 04:43 ए. एम.*
*🌷अभिजित मुहूर्त- 11:54 पी एम से 12:49 पी एम*
*🌷गोधूलि मुहूर्त 07:19 पी एम से 07:39 पी एम*
*🌷निशिता मुहूर्त -12:02 ए एम, जून 15 से 12:42 ए एम, जून 15*
*🌷~चोघडिया, दिन~🌷*
*चर 05:41 - 07:25 शुभ*
*लाभ 07:25 - 09:08 शुभ*
*अमृत 09:08 - 10:52 शुभ*
*काल 10:52 - 12:35 अशुभ*
*शुभ 12:35 - 14:19 शुभ*
*रोग 14:19 - 16:02 अशुभ*
*उद्वेग 16:02 - 17:46 अशुभ*
*चर 17:46 - 19:30 शुभ*
*🌷~चोघडिया,रात~🌷*
*रोग 19:30 - 20:46 अशुभ*
*काल 20:46 - 22:03 अशुभ*
*लाभ 22:03 - 23:19 शुभ*
*उद्वेग 23:19 - 24:36अशुभ*
*शुभ 24:36 - 25:52 शुभ*
*अमृत 25:52 - 27:09 शुभ
*चर 27:09 - 28:25 शुभ*
*रोग 28:25 - 29:42 अशुभ*
*🌷~आज का विशेष*
*🌷~21. यदि बहुत सारा कर्ज है तो वट्केश्वर महादेव का नाम लें और थोड़े दिन तक वट वृक्ष के नीचे एक लोटा जल अर्पित करते रहें। धीरे धीरे कर्ज से जुड़ी सारी परेशानियां आपकी दूर हो जाएंगी।*
*🌷~.गजकेसरी योग को बृहस्पति-चंद्र योग भी कहा जाता है. ज्योतिष शास्त्र में इसे एक अत्यंत शुभ और शक्तिशाली योग माना जाता है. जानते हैं इस योग से जुड़ी खास बातें. गजकेसरी योग कैसे बनता है, ये जीवन में किन-किन क्षेत्रों में देता है अपार सफलताएं*
*🌷~गजकेसरी योग के लाभ*
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रह-नक्षत्रों के मिलने से कई शुभ योग बनते हैं. इनमें गजकेसरी योग को सबसे प्रबल योग माना जाता है. इस योग व्यक्ति को गज यानि हाथी के सामान बल, शक्ति के साथ धन- दौलत भी दिलाता है. सभी राजयोग में इसे शुभ फलदायी माना जाता है*.
*🌷~गजकेसरी योग तब बनता है जब धन और मान-सम्मान के कारक गुरु और मन के कारक चंद्रमा की युति होती है. गजकेसरी योग व्यक्ति को जिंदगी के हर क्षेत्र में तरक्की दिलाता है*.
*🌷~गुरु को ज्ञान, धन, संपत्ति, भाग्य, संतान और पति का कारक ग्रह माना जाता है. जबकि चंद्रमा को मन, बुद्धि, भावनाएं, मातृत्व, जनता और सुख का कारक ग्रह माना जाता है. इन दोनों के साथ आने पर यह सारी सुख-सुविधाएं मिलती हैं*.
*🌷~जीवन में अपार सफलताएं दिलाता है गजकेसरी योग
गजकेसरी योग व्यक्ति को उच्च शिक्षा प्राप्त करने और ज्ञान में निपुणता हासिल करने में मदद करता है. इस योग से व्यक्ति को धन, संपत्ति और भाग्य प्राप्त होता है. गजकेसरी योग करियर में उन्नति और व्यवसाय में सफलता दिलाता है*.
*🌷~इस योग के शुभ प्रभाव से व्यक्ति को समाज में मान-सम्मान और प्रतिष्ठा प्राप्त होती है. गजकेसरी योग सुख-समृद्धि और सुखी वैवाहिक जीवन प्रदान करता है. यह योग अच्छे स्वास्थ्य का भी कारक माना जाता है*.
*🌷~इस योग से व्यक्ति बुद्धिमान, विद्वान और ज्ञानवान बनता है. उसे उच्च शिक्षा प्राप्त करने में सफलता मिलती है.*
*🌷~गजकेसरी योग के शुभ प्रभाव से आर्थिक स्थिति बहुत मजबूत बनती है. इस योग का प्रभाव करियर में उन्नति, नए अवसरों की प्राप्ति और व्यवसाय में सफलता दिलाता है*.
*🌷~गजकेसरी योग का प्रभाव व्यक्ति की जन्मकुंडली में ग्रहों की स्थिति और योग के भाव पर भी निर्भर करता है. यह योग खासतौर से वृषभ, कर्क, धनु और मीन राशि वालों के लिए विशेष रूप से शुभ रहने वाला है.* ▬▬▬▬▬▬▬ஜ۩۞۩ஜ
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*🌷~यह पंचांग नागौर (राजस्थान) सूर्योदय के अनुसार है।*
*अस्वीकरण(Disclaimer)पंचांग, धर्म, ज्योतिष, त्यौहार की जानकारी शास्त्रों से ली गई है।*
*हमारा उद्देश्य मात्र आपको केवल जानकारी देना है। इस संदर्भ में हम किसी प्रकार का कोई दावा नहीं करते हैं।*
*राशि रत्न,वास्तु आदि विषयों पर प्रकाशित सामग्री केवल आपकी जानकारी के लिए हैं अतः संबंधित कोई भी कार्य या प्रयोग करने से पहले किसी संबद्ध विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लेवें...*
*रमल ज्योतिर्विद आचार्य दिनेश प्रेम शर्मा 8387869068*
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