*नकली बीज बेचने की सूचना पर कृषि विभाग के अधिकारी पहुंचे गोटन, किसानों को किया जागरूक*
नागौर, 05 मई। संयुक्त निदेशक कृषि विस्तार हरीश मेहरा के निर्देशानुसार नकली बीज की सूचना पर कृषि विभाग के अधिकारी रविवार को गोटन पहुंचे तथा क्षेत्र में किसानों से नकली बीज की जानकारी लेते हुए कृषि विभाग की टीम द्वारा किसानों को जागरूक किया गया। सहायक निदेशक शंकरराम सियाक ने बताया कि जिले में कपास बुवाई का समय शुरू हो गया है। किसान अधिकृत विक्रेता से ही बीज दवाई एवं उर्वरक खरीदे। साथ ही बी.टी. कपास का बीज खरीदते समय किसान दुकानदार से बीज का पक्का बिल अवश्य प्राप्त करें। इस दौरान उन्होंने बताया कि किसान किसी भी प्रकार का बीज, दवाई एवं उर्वरक ऑनलाइन मंगवाने से बचे। क्योंकि ऑनलाइन खरीद एवं घर घर घूमकर बेचने वाले लोगों द्वारा नकली बीज, दवाई एवं उर्वरक देने की संभावना ज्यादा रहती है। कोई भी बीज दवा या उर्वरक खरीदने से पहले किसान कृषि विभाग के कृषि विशेषज्ञ से सलाह लेकर ही अधिकृत विक्रेता से आदान प्राप्त करें। वहीं बिल प्राप्त करते समय बिल पर आदान का पूरा नाम, निर्माण तिथि, अवधी पार तिथि व उसका लॉट नंबर अवश्य लिखा हुआ हो, किसान बिल पर हस्ताक्षर अवश्य करें। इस दौरान उन्होंने किसानों कहा कि जिले में कहीं पर भी इस प्रकार से घर-घर जाकर नकली बीज, दवाई एवं उर्वरक बेचने वाले व्यक्ति नजर आए तो कृषि विभाग को अवश्य सूचित करें, ताकि नकली आदानों पर अंकुश लगाया जा सके।
साथ ही उन्होंने जिले के समस्त आदान विक्रेताओं को निर्देशित किया कि जिले में कपास फसल की बुवाई का समय शुरू हो चुका है। बीज, उर्वरक एवं कीटनाशक का स्टॉक पर्याप्त मात्रा में एवं गुणवत्तापूर्ण रखें। इसके साथ-साथ खरीदे गए आदान के संपूर्ण बिल वाउचर, स्टॉक रजिस्टर, बिल बुक व आदान परिसर पर मूल्य सूची अवश्य अपडेट रहे। किसानों को गुणवतापूर्ण आदान उपलब्ध हो, इस बात की सुनिश्चितता के लिए कृषि विभाग के अधिकारियों द्वारा जिले में सघन गुण नियंत्रण अभियान चलाया जा रहा है। इस दौरान रामप्रकाश बेड़ा (सहायक निदेशक कृषि विस्तार मेड़ता सिटी), विष्णु सोनी (सहायक अधिकारी मेड़ता रोड़), नागौर लाईसेंस शाखा प्रभारी रामकिशोर जीतरवाल, कृषि पर्यवेक्षक अनिल कुमार वर्मा व लक्ष्मण कुमार आदि ने गोटन क्षेत्र में घूमकर किसानों को जागरूक किया।