शहीदों की शहादत को स्मरण करते हुए पुष्पांजलि अर्पित की
नागौर के मानासर स्थित नाथूराम मिर्धा जाट हॉस्टल में मां भारती के सच्चे सिपाही-शौर्य वीरता और देशभक्ति के पर्याय शहीद ए आजम भगत सिंह सुखदेव,राजगुरु और सैकड़ो शहीदों की शहादत को स्मरण करते हुए पुष्पांजलि अर्पित की।ट्रस्ट के अध्यक्ष मेहराम नंगवाड़िया ने बताया कि स्वतंत्रता आंदोलन को अपने विचारों और प्राणों की आहुति देकर जिस क्रांतिभाव का संचार भगत सिंह,राजगुरु और सुखदेव ने किया ऐसा इतिहास में विरले ही देखने को मिलता है। इन्होंने भगत सिंह के कथन- किसी भी "इंसान को मारना आसान है उसके विचारों को नहीं" से छात्रों में देशभक्ति की भावना का संचार किया।सचिव अर्जुनराम लोमरोड ने देशभक्तों की शहादत को याद करते हुए भगत सिंह के कथन- "राख का हर एक कण मेरी गर्मी से गतिमान है मैं एक ऐसा पागल हूं जो जेल में भी आजाद हूं।" और " इंकलाब जिंदाबाद, सम्राज्यवाद मुर्दाबाद" का नारा बोलकर छात्रों को इनके आदर्शों पर चलके कुछ कर गुजरने का संदेश दिया। कार्यक्रम में हॉस्टल वार्डन दिनेश खुडखुड़िया,कार्यकारिणी सदस्य सीताराम तांडी और होस्टल छात्र विजेश जिंजा,छोटूराम गोदारा ने भी अपने विचार रखें और स्वर्णिम आजाद भारत के सपने को साकार करने का संकल्प लिया जिसकी नींव अमर शहीदों ने अपने रक्त से सींचकर कर रखी।कार्यक्रम में मंच संचालन छोटू राम गोदारा ने किया और समस्त छात्रावास परिवार मौजूद रहा। मां भारती के अमर शहीदों का देश प्रेम, शौर्य और शहादत अनंत काल तक हमारे लिए प्रेरणा स्त्रोत रहेगा ऐसी कामना करते हुए होली की शुभकामनाएं देकर कार्यक्रर्म का समापन किया।