Type Here to Get Search Results !

पंचांग - 27-02-2024

 *राम✴️राम✴️राम✴️राम✴️*
*🕉️राम🕉️राम🕉️राम🕉️राम🕉️*
*🔱॥ॐ श्री गणेशाय नमः॥🔱*     
*⛅ 🚩मोर मुकुट बंशीवाले की जय*
*⛅ 🕉नमो नित्यं केशवाय च  शम्भवे,हनुमते च दुर्गायै,  सरस्वत्यै, सच्चियाय, नमो नमः।।*

jyotish


♦️ *_मगलवार फाल्गुन बदी तृतीया 27 फरवरी 2024 का  पंचांग_*   ♦️
♦️ *_विक्रम संवत् - 2080*
♦️ *_अयन - उत्तरायण*
♦️ *_ऋतु - वसंत*
♦️ *_मास - फाल्गुन*
♦️ *_पक्ष - कृष्ण*
♦️ *_तिथि - तृतीया मध्य रात्रि 01:52:35 तक तत्पश्चात चतुर्थी*
♦️ *_नक्षत्र - हस्त पूर्ण रात्रि तक*
♦️ *_योग - शूल शाम 04:23:38 तक तत्पश्चात गण्ड*
♦️ *_राहु काल-हर जगह का अलग है - शाम 03:41 से 05:07तक*
♦️ *_सूर्योदय - 07:03:09*
♦️ *_सूर्यास्त - 06:32:59*
♦️ *_दिशा शूल - उत्तर*
♦️ *_ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 05:22 से 06:12 तक*
♦️ *_निशिता मुहूर्त - रात्रि 12:23 से 01:12 तक*
♦️ *_अभिजीत मुहूर्त - दोपहर 12:25 से 01:11 तक*
 ♦️ *_ चोघडिया, दिन_* ♦️
*रोग    07:03 - 08:29    अशुभ*
*उद्वेग    08:29 - 09:56    अशुभ*
*चर    09:56 - 11:22    शुभ*
*लाभ    11:22 - 12:48    शुभ*
*अमृत    12:48 - 14:14    शुभ*
*काल    14:14 - 15:41    अशुभ*
*शुभ    15:41 - 17:07    शुभ*
*रोग    17:07 - 18:33    अशुभ*
  ♦️ *_चोघडिया, रात_* ♦️
*काल    18:33 - 20:07    अशुभ*
*लाभ    20:07 - 21:40    शुभ*
*उद्वेग    21:40 - 23:14    अशुभ*
*शुभ    23:14 - 24:48    शुभ*
*अमृत    24:48 - 26:21    शुभ*
*चर    26:21 - 27:55    शुभ*
*रोग    27:55 - 29:29    अशुभ*
*काल    29:29 - 31:02    अशुभ*
kundli



♦️ *_व्रत पर्व विवरण_*   ♦️
♦️ *_विशेष - तृतीया को परवल खाना शत्रुओं की वृद्धि करने वाला है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)_*   ♦️


♦️ *_मोली के धागे का दीपक जलाने से  बहुत फायदा होगा अगर आप ऐसा प्रयोग अपने जीवन में अपनाए_* ♦️

♦️ *_दीपक से आशय है अग्नि का छोटा सा स्वरूप। इसे देव शक्ति का प्रतीक माना जाता है। इसलिए पूजा-पाठ के दौरान आरती करना बहुत शुभ माना जाता है। इससे बाद ही पूजा पूण्य मानी जाती है_*   ♦️

♦️ *_ हिंदू धर्म में रोजाना सुबह और शाम में दीपक जलाना का विशेष नियम और महत्व है। किसी भी पूजा आराधना में बिना दीपक के पूजा को अधूरा माना जाता है। वहीं किसी भी तीर्थ स्थानों पर जाते हैं, तो दीपदान करना बहुत खास होता है। मंदिरों में रोजाना दीपक के जरीए भगवान की आरती और वंदनी की जाती है।_*   ♦️

♦️ *_अब ऐसे में अगर घर में बत्ती खत्म हो जाए या फिर अगर आप दिन के हिसाब से दीपक जलाते हैं, तो लाल धागे की बत्ती बनाकर जलाई जाती है। इसका क्या महत्व है और किस दिन लाल बत्ती का दीपक यानी की मौली का दीपक जलाना चाहिए।_*   ♦️

♦️ *_प्राचीन काल से ही हर शाम घर की चौखट पर दीपक जलाना की परंपरा चली आ रही है। इससे हर जगह सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। जिसका मुख्य स्त्रोत सूर्यदेव हैं और उनके दीपक की बत्ती से निकलने वाले प्रकाश को वेदों में अग्नि और सूर्य का तत्व माना गया है। वहीं देवी-देवताओं की पूजा में दीपक जलाने का विशेष महत्व है। अगर आप विधि-विधान से पूजा नहीं कर पाते हैं, तो भगवान के सामने सिर्फ दीपक जलाकर भी पूजा किया जा सकता है। दीपक से आरती की जाती है। इसके बाद ही पूजा को संपूर्ण माना जाता है।_*   ♦️

♦️ *_मोली को पूजा में बत्ती बनाकर दीपक जलाना भी बहुत शुभ माना जाता है। इससे मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है। इतना ही नहीं अगर बत्ती खत्म हो गई है, तो कलावे को काटकर उसकी बनाकर दीपक जलाने का महत्व है। इससे घर में सुख-समृद्धि और सौभाग्य का आगमन होता है और पूजा भी संपूर्ण माना जाता है।_*   ♦️

♦️ *_हनुमान जी के सामने जलाएं मोली का दीपक_*   ♦️
♦️ *_अगर आप मंगलवार (मंगलवार मंत्र) के दिन हनुमान जी की पूजा कर रहे हैं, तो उनके समक्ष कलावे की बत्ती बनाकर दीपक जलाएं। इससे मंगल दोष (मंगल दोष उपाय) से छुटकारा मिल सकता है और पवनपुत्र की कृपा भी बनी रहती है।_*   ♦️

♦️ *_हर मांगलिक कार्य के लिए मंत्र बताए गए हैं। कोई भी शुभ कार्य करने के दौरान इन मंत्रों का उच्चारण किया जाता है। वहीं दीपक जलाने के दौरान इस मंत्र को जरूर बोलना चाहिए।_*   ♦️

♦️ *_दीपो ज्योति परंब्रह्म दीपो ज्योतिर्जनार्दन:।_*   ♦️
♦️ *_दीपो हरतु मे पापं संध्यादीप नमोस्तुते।।_*   ♦️
♦️ *_शुभं करोति कल्याणम् आरोग्यम् धनसंपदा।_*   ♦️
♦️ *_शत्रुबुद्धिविनाशाय दीपकाय नमोस्तुते।।_*   ♦️
▬▬▬▬▬ஜ۩۞۩ஜ
🕉️📿🔥🌞🚩🔱🚩🔥🌞
*♦️यह पंचांग नागौर (राजस्थान)के सूर्योदय के अनुसार है।*
*♦️आप अपने शहर के लिए सुर्योदय के अनुसार घटत बढ़त करे*अस्वीकरण(Disclaimer)पंचांग, धर्म, ज्योतिष, त्योहार की जानकारी शास्त्रों से ली गई है।*राशि रत्न,वास्तु आदि विषयों पर यहाँ प्रकाशित सामग्री केवल आपकी जानकारी के लिए हैं।_*
♦️
*♦️ज्योतिष एक अत्यंत जटिल विषय है, यहां पूरी सतर्कता के उपरांत भी मानवीय त्रुटि संभव, अतः संबंधित कोई भी कार्य या प्रयोग करने से पहले अपने स्वविवेक के साथ किसी संबद्ध विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लेवें...*
*रमल ज्योतिर्विद आचार्य दिनेश "प्रेम" शर्मा*
*संपर्क सूत्र:- मोबाइल* *8387869068*
 🌞🙏🍀🌻🌹🌸💐🍁🐊

Tags

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.

Below Post Ad