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पंचांग - 19-02-2024

 *🚩  *राम✴️राम✴️राम✴️राम✴️*
*🕉️राम🕉️राम🕉️राम🕉️राम🕉️*
*🔱॥ॐ श्री गणेशाय नमः॥🔱*     
*⛅ 🚩मोर मुकुट बंशीवाले की जय*
*⛅ 🕉नमो नित्यं केशवाय च  शम्भवे,हनुमते च दुर्गायै,  सरस्वत्यै, सच्चियाय, नमो नमः।।*

jyotish


*⛅ ॐ जयन्ती मंगला काली भद्रकाली कपालिनी। दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोऽस्तुते।।*
*⛅ सोमवार दशमी 19 फरवरी 2024 का  पंचांग ⛅*
*⛅दिनांक - 19 फरवरी 2024*
*⛅दिन - सोमवार*
*⛅विक्रम संवत् - 2080*
*⛅अयन - उत्तरायण*
*⛅ऋतु - वसंत*
*⛅मास - माघ*
*⛅पक्ष - शुक्ल*
*⛅तिथि - दशमी सुबह 08:49:24 तक तत्पश्चात एकादशी*
*⛅नक्षत्र - मृगशिरा सुबह 10:31:53 तक तत्पश्चात आर्द्रा*
*⛅योग - विष्कम्भ दोपहर 11:59:16 तक तत्पश्चात प्रीति*
*⛅राहु काल-हर जगह का अलग है - सुबह 08:35 से 09:59 तक*
*⛅सूर्योदय - 07:10:24*
*⛅सूर्यास्त - 06:27:54*
*⛅दिशा शूल - पूर्व*
*⛅ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 05:28 से 06:28 तक*
*⛅विजय मुहूर्त    02:42 पी एम से 03:28 पी एम*
*⛅अमृत सिद्धि योग    07:09 ए एम से 10:33 ए एम*
*⛅निशिता मुहूर्त - रात्रि 12:223 से 01:14 तक*
    *⛅चोघडिया, दिन⛅*
*अमृत    07:10 - 08:35    शुभ*
*काल    08:35 - 09:59    अशुभ*
*शुभ    09:59 - 11:24    शुभ*
*रोग    11:24 - 12:49    अशुभ*
*उद्वेग    12:49 - 14:14    अशुभ*
*चर    14:14 - 15:39    शुभ*
*लाभ    15:39 - 17:03    शुभ*
*अमृत    17:03 - 18:28    शुभ*
     *⛅चोघडिया, रात⛅*
*चर    18:28 - 20:03    शुभ*
*रोग    20:03 - 21:38    अशुभ*
*काल    21:38 - 23:14    अशुभ*
*लाभ    23:14 - 24:49    शुभ*
*उद्वेग    24:49 - 26:24    अशुभ*
*शुभ    26:24 - 27:59    शुभ*
*अमृत    27:59 - 29:34    शुभ*
*चर    29:34* - 31:10    शुभ*
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*⛅विशेष - दशमी को कलम्बी शाक खाना त्याज्य है । एकादशी को शिम्बी (सेम) खाने से पुत्र का नाश होता है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
*⛅ *दशमी के दिन ये काम नहीं करने चाहिए:*
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*⛅ *किसी भी जीव की हत्या या उसे परेशान न करें.*
*⛅ *किसी पेड़ को न काटें.*
*⛅ *तामसिक चीज़ों का सेवन न करें.*
*⛅किसी से झूठ न बोलें.*
*वाद-विवाद न करें*
*⛅ *मांस-मदिरा का सेवन न करें.*
*⛅ दशमी के दिन ये काम करें:*
*⛅ *दोपहर बाद ईशान कोण में जाएं.*
*⛅ वहां साफ़-सुथरी ज़मीन पर गोबर से लीपें.*
*⛅ *उसी जगह पर चंदन से आठ पत्तियों वाला कमल का फूल बनाएं.*
*⛅ *इस आकृति के बीच में अपराजिता देवी की पूजा करें.*
*⛅ *आकृति के दाहिनी ओर जया की पूजा करें.*
*⛅ *बायीं ओर विजया की पूजा करें.*
*⛅ शमी के पौधे का पूजन करें.*
*⛅ *घर पर देवी की मूर्ति रखें और उसके चारों ओर किताबें रखें.*
*दीया और अगरबत्ती जलाएं*
*देवी को कुमकुम, हल्दी और फूल चढ़ाएं.*
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*♦️यह पंचांग नागौर (राजस्थान)के सूर्योदय के अनुसार है।*
*♦️आप अपने शहर के लिए सुर्योदय के अनुसार घटत बढ़त करे*
*अस्वीकरण(Disclaimer)पंचांग, धर्म, ज्योतिष, त्योहार की जानकारी शास्त्रों से ली गई है।*राशि रत्न,वास्तु आदि विषयों पर यहाँ प्रकाशित सामग्री केवल आपकी जानकारी के लिए हैं।*ज्योतिष एक अत्यंत जटिल विषय है, यहां पूरी सतर्कता के उपरांत भी मानवीय त्रुटि संभव, अतः संबंधित कोई भी कार्य या प्रयोग करने से पहले अपने स्वविवेक के साथ किसी संबद्ध विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लेवें...*
 *🌞*दिनेश "प्रेम" शर्मा रमल ज्योतिष आचार्य*🌞*
*संपर्क सूत्र:- मोबाइल.* *8387869068*

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