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पंचांग-17-02-2024

 *🚩  *राम✴️राम✴️राम✴️राम✴️*
*🕉️राम🕉️राम🕉️राम🕉️राम🕉️*
*🔱॥ॐ श्री गणेशाय नमः॥🔱*     
*⛅🚩मोर मुकुट बंशीवाले की जय*
*⛅🕉नमो नित्यं केशवाय च  शम्भवे,हनुमते च दुर्गायै,  सरस्वत्यै, सच्चियाय, नमो नमः।।*

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*♦️शनिवार अष्टमी 17 फरवरी 2024 का पंचांग♦️*

*♦️दिनांक - 17 फरवरी 2024*
*♦️दिन - शनिवार*
*♦️विक्रम संवत् - 2080*
*♦️अयन - उत्तरायण*
*♦️ऋतु - शिशिर*
*♦️मास - माघ*
*♦️पक्ष - शुक्ल*
*♦️तिथि - अष्टमी सुबह 08:15:26 तक तत्पश्चात नवमी*
*♦️नक्षत्र - कृतिका सुबह 08:45:07तक तत्पश्चात रोहिणी*
*♦️योग - इन्द्र दोपहर 01:42:12 तक तत्पश्चात वैधृति*
*♦️राहु काल-हर जगह का अलग है - सुबह 10:01 से  11:25 तक*
*♦️सूर्योदय - 07:12:04*
*♦️सूर्यास्त - 06:26:32*
*♦️दिशा शूल - पूर्व*
*♦️  शुभ समय*♦️
 *♦️ब्रह्म मुहूर्त    05:29 ए एम से 06:20 ए एम    *
 *♦️ प्रातः सन्ध्या    05:54 ए एम से 07:11 ए एम*
 *♦️ अभिजित मुहूर्त    12:27पी एम से 01:12 पी एम*
 *♦️    विजय मुहूर्त    02:42 पी एम से 03:27 पी एम*
 *♦️गोधूलि मुहूर्त    06:25 पी एम से 06:51 पी एम    *
 *♦️सायाह्न सन्ध्या    06:28 पी एम से 07:44 पी एम*
 *♦️अमृत काल    06:06 ए एम, फरवरी 18 से 07:44 ए एम, फरवरी 18*
 *♦️निशिता मुहूर्त    12:23 ए एम, फरवरी 18 से 01:14 ए एम, फरवरी 18*
 *♦️सर्वार्थ सिद्धि योग    08:46ए एम से 07:10 एएम, फरवरी18*         
 *♦️ अमृत सिद्धि योग    08:46 ए एम से 07:10 ए एम, फरवरी 18*
 *♦️रवि योग    08:46 ए एम से 07:10 ए एम, फरवरी 18*     
*♦️व्रत पर्व विवरण - गुप्त नवरात्रि-दुर्गाष्टमी*
   *♦️चोघडिया, दिन*♦️
*काल    07:12 - 08:36    अशुभ*
*शुभ    08:36 - 10:01    शुभ*
*रोग    10:01 - 11:25    अशुभ*
*उद्वेग    11:25 - 12:49    अशुभ*
*चर    12:49 - 14:14    शुभ*
*लाभ    14:14 - 15:38    शुभ*
*अमृत    15:38 - 17:02    शुभ*
*काल    17:02 - 18:27    अशुभ*
       *♦️चोघडिया, रात*♦️
*लाभ    18:27 - 20:02    शुभ*
*उद्वेग    20:02 - 21:38    अशुभ*
*शुभ    21:38 - 23:13    शुभ*
*अमृत    23:13 - 24:49    शुभ*
*चर    24:49 - 26:24    शुभ*
*रोग    26:24 - 28:00    अशुभ*
*काल    28:00 - 29:36    अशुभ*
*लाभ    29:36 - 31:11    शुभ*
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*♦️करण    वणिज    08:54:07*
*♦️करण    विष्टि भद्र    20:29:53*
*♦️माह (अमावस्यांत)    माघ*
*♦️माह (पूर्णिमांत)    माघ*
*♦️चन्द्र राशि       मेष    till 14:41:57*
*♦️चन्द्र राशि       वृषभ    from 14:41:57*
*♦️सूर्य राशि       कुम्भ*
*♦️रितु    शिशिर*
*♦️आयन    उत्तरायण*
*♦️संवत्सर    शोभकृत*
*♦️संवत्सर (उत्तर)    पिंगल*
*♦️विक्रम संवत    2080*
*♦️गुजराती संवत    2080*
*♦️शक संवत    1945*
*♦️कलि संवत    5124*
*♦️सौर प्रविष्टे    4, फाल्गुन    *
*♦️सूर्योदय    07:12:52    *
*♦️सूर्यास्त    18:25:51*
*♦️दिन काल    11:12:58    *
*♦️रात्री काल    12:46:12*
*♦️चंद्रोदय    11:22:29*    
*♦️चंद्रास्त    25:30:45*
 
*♦️विशेष - अष्टमी को नारियल का फल खाने से बुद्धि का नाश होता है । नवमी को लौकी खाना त्याज्य है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
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*♦️गुप्त नवरात्रि विशेष♦️*

*♦️नवरात्रि के आठवें दिन मां महागौरी की पूजा की जाती है । आदिशक्ति श्री दुर्गा का अष्टम रूप श्री महागौरी हैं । श्री महागौरी की आराधना से सोमचक्र जागृत हो जाता है और इस चक्र से संबंधित सभी शक्तियां श्रद्धालु को प्राप्त हो जाती है । मां महागौरी के प्रसन्न होने पर भक्तों को सभी सुख स्वत: ही प्राप्त हो जाते हैं ।*
*♦️नवरात्रि की अष्टमी यानी आठवें दिन माता दुर्गा को नारियल का भोग लगाएं । इससे घर में सुख समृद्धि आती है ।*

*♦️शनिवार के दिन विशेष प्रयोग *
*♦️शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष का दोनों हाथों से स्पर्श करते हुए 'ॐ नमः शिवाय' मंत्र का 108 बार जप करने से दुःख, कठिनाई एवं ग्रहदोषों का प्रभाव शांत हो जाता है । (ब्रह्म पुराण)*

*♦️हर शनिवार को पीपल की जड़ में जल चढ़ाने और दीपक जलाने से अनेक प्रकार के कष्टों का निवारण होता है । (पद्म पुराण)*

*♦️ कष्ट निवारण हेतु*

*♦️एक लोटे में जल, दूध, गुड़ और काले तिल मिलाकर हर शनिवार को पीपल के मूल में चढ़ाने तथा ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय' या "ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरुवे नमः!" मंत्र जपते हुए पीपल की 7 बार परिक्रमा करने से आर्थिक कष्ट दूर होता है।परंतु पीपल को छूए नही*   
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*♦️यह पंचांग नागौर (राजस्थान)के सूर्योदय के अनुसार है।*
*♦️आप अपने शहर के लिए सुर्योदय के अनुसार घटत बढ़त करे*
*अस्वीकरण(Disclaimer)पंचांग, धर्म, ज्योतिष, त्योहार की जानकारी शास्त्रों से ली गई है।*राशि रत्न,वास्तु आदि विषयों पर यहाँ प्रकाशित सामग्री केवल आपकी जानकारी के लिए हैं।*ज्योतिष एक अत्यंत जटिल विषय है, यहां पूरी सतर्कता के उपरांत भी मानवीय त्रुटि संभव, अतः संबंधित कोई भी कार्य या प्रयोग करने से पहले अपने स्वविवेक के साथ किसी संबद्ध विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लेवें...*
*ज्योतिष परामर्श हेतु संपर्क करें।*
*कालसर्पएवंपित्रदोषनिवारणकुंडली परामर्श पैड सर्विस।*
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