*🚩 राम✴️राम✴️राम✴️राम✴️
🕉️राम🕉️राम🕉️राम🕉️राम🕉️*
*🔱॥ॐ श्री गणेशाय नमः॥🔱*
*♦️🚩मोर मुकुट बंशीवाले की जय*
*♦️🕉नमो नित्यं केशवाय च शम्भवे,हनुमते च दुर्गायै, सरस्वत्यै, सच्चियाय, नमो नमः।।*
*♦️ॐ वक्रतुण्डेक द्रष्टाय क्लींहीं श्रीं गं गणपतये*
*♦️मां ब्रह्मचारिणी का बीज मंत्र*
*नवरात्रि के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी को प्रसन्न करने के लिए उनके बीज मंत्र 'ह्रीं श्री अम्बिकायै नमः' का 108 बार जाप कर सकते हैं।*
*♦️इसके अलावा* *' या देवी सर्वभूतेषु माँ ब्रह्मचारिणी रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।*
*♦️ॐ ऐहि सूर्य सहस्त्रांशों तेजो राशे जगत्पते, अनुकंपयेमां भक्त्या, गृहाणार्घय दिवाकर:*
*♦️रविवार द्वितीया 11 फरवरी 2024 का पंचांग ♦️*
*⛅दिनांक - 11 फरवरी 2024*
*⛅दिन - रविवार*
*⛅विक्रम संवत् - 2080*
*⛅अयन - उत्तरायण*
*⛅ऋतु - शिशिर*
*⛅मास - माघ*
*⛅पक्ष - शुक्ल*
*⛅तिथि - द्वितीया रात्रि 09:08:31तक तत्पश्चात तृतीया*
*⛅नक्षत्र - शतभिषा शाम 05:38:17 तक तत्पश्चात पूर्व भाद्रपद*
*⛅योग - परिघ सुबह 10:37:09 तक तत्पश्चात शिव*
*⛅राहु काल-हर जगह का अलग है - शाम 04:59 से 06:22 तक*
*⛅सूर्योदय - 07:16:39*
*⛅सूर्यास्त - 06:22:20*
*⛅दिशा शूल - पश्चिम*
*⛅ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 05:32 से 06:24 तक*
*⛅निशिता मुहूर्त - रात्रि 12:23 से 01:15 तक*
*⛅अभिजित मुहूर्त 11:26 पी एम से 01:12 पी एम*
*⛅विजय मुहूर्त 02:41पी एम से 03:25 पी एम*
*⛅गोधूलि मुहूर्त 06:21पी एम से 06:46पी एम*
*⛅सायाह्न सन्ध्या 06:24 पी एम से 07:41 पी एम*
*⛅अमृत काल 11:19ए एम से 12:44 पी एम*
*⛅त्रिपुष्कर योग 05:39 पी एम से 09:09पी एम*
*⛅चोघडिया, दिन⛅*
*उद्वेग 07:17 - 08:40 अशुभ*
*चर 08:40 - 10:03 शुभ*
*लाभ 10:03 - 11:26 शुभ*
*अमृत 11:26 - 12:49 शुभ*
*काल 12:49 - 14:13 अशुभ*
*शुभ 14:13 - 15:36 शुभ*
*रोग 15:36 - 16:59 अशुभ*
*उद्वेग 16:59 - 18:22 अशुभ*
*⛅ चोघडिया, रात⛅*
*शुभ 18:22 - 19:59 शुभ*
*अमृत 19:59 - 21:36 शुभ*
*चर 21:36 - 23:12 शुभ*
*रोग 23:12 - 24:49 अशुभ*
*काल 24:49 - 26:26अशुभ*
*लाभ 26:26 - 28:03 शुभ*
*उद्वेग 28:03 - 29:39 अशुभ*
*शुभ 29:39 - 31:16 शुभ*
*⛅व्रत पर्व विवरण - गुप्त नवरात्रि, माँ ब्रह्मचारिणी पूजा, चन्द्र दर्शन (शाम 08:05 से 08:21 तक)*
*⛅विशेष - द्वितीया को बृहती (छोटा बैंगन या कटेहरी) खाना निषिद्ध है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
*⛅गुप्त नवरात्रि : 10 फरवरी से 18 फरवरी*
*⛅ नवरात्रि की द्वितीया तिथि (11 फरवरी) पर मां ब्रह्मचारिणी की पूजा होती है। देवी ब्रह्मचारिणी ब्रह्म शक्ति यानी तप की शक्ति का प्रतीक हैं । इनकी आराधना से भक्त की तप करने की शक्ति बढ़ती है । साथ ही, सभी मनोवांछित कार्य पूर्ण होते हैं ।*
*⛅नवरात्रि की द्वितीया तिथि यानी दूसरे दिन माता दुर्गा को शक्कर का भोग लगाएं । इससे उम्र लंबी होती है ।*
*⛅गुप्त नवरात्रि में घट स्थापना उसी तरह की जाती है जिस तरह से चैत्र और शारदीय नवरात्रि में होती है. इन नौ दिनों में सुबह-शाम मां दुर्गा की पूजा की जाती है साथ ही लौंग और बताशे का भोग जरूर लगाना चाहिए. साथ ही मां को श्रृंगार का सामान भी अर्पित करें. इस दौरान दुर्गा सप्तशती का पाठ जरूर करें*
*⛅ गुप्त नवरात्रि की पूजा का उपाय*
*⛅गुप्त नवरात्रि में देवी दुर्गा से मनचाहा वरदान पाने के लिए साधक को नवरात्रि के 09 दिनों तक पूरी श्रद्धा और विश्वास के साथ दुर्गा कवच और दुर्गा सप्तशती का पाठ करना चाहिए. गुप्त नवरात्रि की साधना करते हुए साधक को उसका महिमा मंडन नहीं करना चाहिए बल्कि उसे पूरी तरह से गुप्त रूप से करना चाहिए*.
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*यह पंचांग नागौर (राजस्थान)के सूर्योदय के अनुसार है।*
*आप अपने शहर के लिए सुर्योदय के अनुसार घटत बढ़त करे*
*अस्वीकरण(Disclaimer)पंचांग, धर्म, ज्योतिष, त्योहार की जानकारी शास्त्रों से ली गई है।*राशि रत्न,वास्तु आदि विषयों पर यहाँ प्रकाशित सामग्री केवल आपकी जानकारी के लिए हैं।*ज्योतिष एक अत्यंत जटिल विषय है, यहां पूरी सतर्कता के उपरांत भी मानवीय त्रुटि संभव, अतः संबंधित कोई भी कार्य या प्रयोग करने से पहले अपने स्वविवेक के साथ किसी संबद्ध विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लेवें...*
*🌞*दिनेश "प्रेम" शर्मा रमल ज्योतिष आचार्य*🌞*
*संपर्क सूत्र:- मोबाइल.* *8387869068*
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