भविष्य को प्रकट करने वाले पहले
ए आई बेल्ट ज्योतिष कियोस्क का उद्घाटन
एस्ट्रो साइंस टेक्नोलॉजिस्ट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के गुरु जी डी वशिष्ठ ने प्रथम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड बिल्ड ज्योतिष कियोस्क का उद्घाटन किया इस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से जीवन की मुख्य समस्या का समाधान प्राप्त होगा गुरुजी डी वशिष्ठ ने बताया कि ज्योतिष में नया इतिहास रचते हुए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के साथ भविष्य को प्रकट करने वाले पहले
ए आई बेल्ट ज्योतिष कियोस्क का उद्घाटन किया इस नई पहल के माध्यम से गुरु जी डी वशिष्ठ ने 15 वर्षों की अपनी कड़ी मेहनत और करोड़ के निवेश के बाद ऐसा सॉफ्टवेयर तैयार किया जो चुटकियों में भविष्य और उपाय बता सकते हैं।
गुरु जीडी वशिष्ठ ने प्रेस कांफ्रेंस करके इस युग के ज्योतिष के बारे में यह बताया कि ज्योतिष पूरी तरह वैज्ञानिक है और इसको सभी को स्वीकार करना होगा और इसका स्वागत करना होगा उन्होंने यह भी बताया कि हमारा शरीर आत्मा कर्म और विचार सभी जन्म कुंडली में बैठे ग्रहो के प्रति आधारित है। इस नई आधुनिक तकनीक में आधुनिक उपयोग का प्रयोग करके आई एस्ट्रो साइंस कियोस्क के माध्यम से जातक अपने वर्तमान भूतकाल और भविष्य काल को आसानी से जान सकता है इसके माध्यम से किसी भी परिवार के सदस्य को खुद के या परिवार की जीवन की समस्याओं और उनके सरल उपाय को करके अपनी सुविधा से उपाय कर सकेगा इनमें काफी समस्याएं जैसे स्वास्थ्य विदेश यात्रा व्यवसाय विवाहित जीवन बच्चे वाहन सुख इनके बारे में तुरंत उत्तर यानी समाधान मिल सकेगा यह जानकारी लोगों को उनके व्हाट्सएप पर पीडीएफ फाइल के रूप में प्राप्त होती है जो पूरी तरह सुरक्षित है यह एक किसी भी व्यक्ति की निजी जानकारी को दूसरों के साथ साझा नहीं करते गुरु जी डी वशिष्ठ ने आगे बताया कि इस विश्व भर के ज्योतिषीय विस्तार का और प्रयास किया जा रहा है ताकि सभी जातक इसका लाभ उठा सकें इस नई तकनीक से ज्योतिष के सटीक और सरल तरीके से लोगों को पहुंचना मुख्य उद्देश्य है।
दरअसल यह सुविधा लोगों को अपने जीवन के मुख्य समस्याओं का समाधान प्राप्त करने का सरल तरीका प्रदान करती है।
इस कार्यक्रम में देश और विदेशों से काफी संख्या में ज्योतिषियों पंडितो एवं ज्योतिष विद्वानों ने हिस्सा लिया इस कार्यक्रम की कड़ी में नागौर के रमल ज्योतिषी दिनेश प्रेम शर्मा को भी गुरु जीडी वशिष्ठ ने सम्मान किया।
आयोजकों द्वारा एक दिवसीय कार्यक्रम एवं संगोष्ठी का आयोजन कर विद्वानों को दुपट्टा प्रमाण पत्र और स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया
देश-विदेश से लगभग 750-800 विद्वानों ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया
जी डी वशिष्ठ गुरु जी की टीम व बाहर से पधारे मेहमानों में अक्षय मोगा, रमेश द्विवेदी जोधपुर, अजय भांम्बी,अरुण बंसल कार्तिक रावल अहमदाबाद, अनिल मिश्रा दिल्ली, अनिल वशिष्ठ,अनीश व्यास पाल बालाजी, दिलीप अवस्थी जयपुर, पंडित राज शर्मा जयपुर, पंडित सुरेश शर्मा दिल्ली,वास्तु शास्त्री मुकेश जांगिड़,अनुपम जी अहमदाबाद, डॉअजय शुक्ला अहमदाबाद, कृपा अरोड़ा, देहरादून, पूनम शर्मा, एस्ट्रो नीतू यादव दिल्ली, एवं जयपुर से तरुण शर्मा, स्वाति बियानी, सपना ग्रेट, प्रतिमा, नीरू भाटिया, सुधा शर्मा, लक्ष्मी मीणा, चंदा एवं राकेश परिहार,पंडित सुनील जोशी उज्जैन ने भाग लिया।