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*🔱॥ॐ श्री गणेशाय नमः॥🔱* *🚩मोर मुकुट बंशीवाले की जय* *🕉नमो नित्यं केशवाय च शम्भवे,हनुमते च दुर्गायै, सरस्वत्यै, सच्चियाय, नमोनमः।।*🕉🌸*
*🕉नागौर राजस्थान (भारत) के सूर्योदय समय के अनुसार🕉*
☀️*_आज का पंचाग_* ☀️ *_शनिवार 20 जनवरी 2024_*
*_ शनिवार को माघ मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि है। आज साम्ब दशमी है। आज सर्वार्थऽमृतसिद्धियोग एवं रवियोग भी है। आज की इस दशमी को सूर्य दशमी के रूप में उड़ीसा में मनाया जाता है। आप सभी सनातनियों को “सूर्य पुजा के इस पावन व्रत” की हार्दिक शुभकामनायें।।_*
☀️ *_शुभ हिन्दू नववर्ष 2023 विक्रम संवत : 2080 नल, शक संवत : 1945 शोभन_*
☀️ *_संवत्सर नाम अनला_*
🔯 *_शक सम्वत : 1945 (शोभकृत् संवत्सर)_*
☸️ *_काली सम्वत् 5124_*
🕉️ *_संवत्सर (उत्तर) पिंगल_*
☣️ *_आयन - उत्तरायण_*
☀️ *_ऋतु - सौर शिशर ऋतु_*
⛈️ *_मास - पौष मास_*
🌖 *_पक्ष - शुक्ल पक्ष_*
📆 *_तिथि - शनिवार पौष माह के शुक्ल पक्ष दशमी तिथि 07:26 PM तक उपरांत एकादशी_*
🖍️ *_तिथि स्वामी : दशमी तिथि के देवता हैं यमराज। इस तिथि में यम की पूजा करने से नरक और मृत्यु का भय नहीं रहता है। यह सौम्य अर्थात शांत तिथि हैं।_*
💫 *_नक्षत्र - नक्षत्र कृत्तिका 03:08:04 AM तक उपरांत रोहिणी_*
🪐 *_नक्षत्र स्वामी - नक्षत्र के स्वामी सूर्य और राशि के स्वामी शुक्र हैं।_*
🔔 *_योग - शुभ योग 11:04:37 AM तक, उसके बाद शुक्ल योग_*
⚡ *_प्रथम करण : तैतिल - 07:35:19 ए एम तक_*
✨ *_द्वितीय करण : गर - 07:26 पी एम तक वणिज_*
🔥 *_गुलिक काल : – शनिवार को शुभ गुलिक प्रातः 7:27 से 8:47 बजे तक ।_*
⚜️ *_दिशाशूल - शनिवार को पूर्व दिशा का दिकशूल होता है ।यात्रा, कार्यों में सफलता के लिए घर से अदरक खाकर, घी खाकर जाएँ ।_*
🤖 *_राहुकाल -सुबह – 10:06 से 11:26 तक।राहु काल में कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए |_*
🌞 *_सूर्योदयः- प्रातः 07:26:53_*
🌅 *_सूर्यास्तः- सायं 06:05:16_*
👸🏻 *_ब्रह्म मुहूर्त : 05:39 ए एम से 06:32 ए एम_*
🌇 *_प्रातः सन्ध्या : 06:06 ए एम से 07:27 ए एम_*
🌟 *_अभिजित मुहूर्त : 12:25 पी एम से 01:07 पी एम_*
🔯 *_विजय मुहूर्त : 02:23 पी एम से 03:16 पी एम_*
🐃 *_गोधूलि मुहूर्त : 06:04 पी एम से 06:31 पी एम_*
🌃 *_सायाह्न सन्ध्या : 06:07 पी एम से 07:26 पी एम_*
💧 *_अमृत काल : 12:43 ए एम, जनवरी 21 से 02:20 ए एम, जनवरी 21_*
🗣️ *_निशिता मुहूर्त : 12:19 ए एम, जनवरी 21 से 01:13 ए एम, जनवरी 21_*
⭐ *_सर्वार्थ सिद्धि योग : 03:09 ए एम, जनवरी 21 से 07:25 ए एम, जनवरी 21_*
💦 *_अमृत सिद्धि योग : 03:09 ए एम, जनवरी 21 से 07:25 ए एम, जनवरी 21_*
❄️ *_रवि योग : 07:26 ए एम से 03:09 ए एम, जनवरी 21_*
⛅ *_चोघडिया, दिन*
काल 07:27 - 08:47 अशुभ*
शुभ 08:47 - 10:06 शुभ*
*रोग 10:06 - *11:26 अशुभ*
*उद्वेग 11:26 - 12:46 अशुभ*
*चर 12:46 - 14:06 शुभ*
*लाभ 14:06 - 15:26 शुभ*
*अमृत 15:26 - 16:45 शुभ*
*काल 16:45 - 18:05 अशुभ*
⛅ *_चोघडिया, रात*
*_लाभ 18:05 - 19:45 शुभ*
*_उद्वेग 19:45 - 21:26 अशुभ*
*_शुभ 21:26 - 23:06 शुभ*
*_अमृत 23:06 - 24:46 शुभ*
*_चर 24:46 - 26:26 शुभ*
*_रोग 26:26 - 28:06 अशुभ*
*_ काल 28:06 - 29:46 अशुभ*
*_लाभ 29:46 - 31:27 शुभ*
🚓 *_यात्रा शकुन-शर्करा मिश्रित दही खाकर घर से निकलें।_*
👉🏽 *_आज का मंत्र-ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनयै नम:।_*
🤷🏻♀️ *_आज का उपाय-ज़रूरतमन्दों को काला कम्बल दान करें।_*
🪵 *_वनस्पति तंत्र उपाय-शमी के वृक्ष में जल चढ़ाएं।_*
⚛️ *_पर्व एवं त्यौहार - सर्वार्थऽमृतसिद्धियोग/ साम्ब दशमी/ सर्वार्थसिद्धि योग/ सूर्य पुजा (उड़ीसा)/ भारतीय, स्वतंत्रता सेनानी तेज बहादुर सप्रू शहीद दिवस, भारतीय उद्योगपति सर रतनजी जमशेदजी टाटा जन्म दिवस, भारतीय राज्य मेघालय स्थापना दिवस, परमवीर चक्र सम्मानित सैनिक लांस नायक करम सिंह स्मृति दिवस, अंतर्राष्ट्रीय फ़िल्म समारोह दिवस (10 दिवसीय)।_*
✍🏼 *_विशेष – दशमी तिथि को कलम्बी एवं परवल का सेवन वर्जित है। दशमी तिथि धर्मिणी और धनदायक तिथि मानी जाती है। यह दशमी तिथि पूर्णा नाम से विख्यात मानी जाती है। यह दशमी तिथि कृष्ण पक्ष में मध्यम फलदायिनी मानी जाती है। दशमी को धन देनेवाली अर्थात ढंदायक तिथि माना जाता है। इस दिन आप धन प्राप्ति हेतु उद्योग करते हैं तो सफलता कि उम्मीदें बढ़ जाती हैं। यह दशमी तिथि धर्म प्रदान करने वाली तिथि भी माना जाता है। अर्थात इस दिन धर्म से संबन्धित कोई बड़े अनुष्ठान वगैरह करने-करवाने से सिद्धि अवश्य मिलती है। इस दशमी तिथि में वाहन खरीदना उत्तम माना जाता है। इस दशमी तिथि को सरकारी कार्यालयों से सम्बन्धित कार्यों को आरम्भ करने के लिये भी अत्यंत शुभ माना जाता है।_*
*_शनि देव जी का तांत्रिक मंत्र - ऊँ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः।।_*
☄️ *_दिन (वार) -शनिवार के दिन क्षौरकर्म अर्थात बाल, दाढ़ी काटने या कटाने से आयु का नाश होता है । अत: शनिवार को बाल और दाढ़ी दोनों को ही नहीं कटवाना चाहिए।_*
*_शनिवार के दिन प्रात: पीपल के पेड़ में दूध मिश्रित मीठे जल का अर्ध्य देने और सांय पीपल के नीचे तेल का दीपक जलाने से कुंडली की समस्त ग्रह बाधाओं का निवारण होता है ।_*
*_शनिवार के दिन पीपल के नीचे हनुमान चालीसा पड़ने और गायत्री मन्त्र की एक माला का जाप करने से किसी भी तरह का भय नहीं रहता है, समस्त बिग़डे कार्य भी बनने लगते है ।_*
*_शिवपुराण के अनुसार शनि देव पिप्लाद ऋषि का स्मरण करने वाले, उनके भक्तो को कभी भी पीड़ा नहीं देते है इसलिए जिन के ऊपर शनि की दशा चल रही हो उन्हें अवश्य ही ना केवल शनिवार को वरन नित्य पिप्लाद ऋषि का स्मरण करना चाहिए।_*
*_शनिवार के दिन पिप्पलाद श्लोक का या पिप्पलाद ऋषि जी के केवल इन तीन नामों (पिप्पलाद, गाधि, कौशिक) को जपने से शनि देव की कृपा मिलती है, शनि की पीड़ा निश्चय ही शान्त हो जाती है ।_*
⚜️ *_दशमी तिथि के देवता यमराज जी बताये जाते हैं। यमराज दक्षिण दिशा के स्वामी माने जाते हैं। इस दशमी तिथि में यमराज के पूजन करने से जीव अपने समस्त पापों से छुट जाता है। पूजन के उपरान्त क्षमा याचना (प्रार्थना) से जीव नरक कि यातना एवं जीवन के सभी संकटों से मुक्त हो जाता है। इस दशमी तिथि को यम के निमित्ति घर के बाहर दीपदान करना चाहिये, इससे अकाल मृत्यु के योग भी टल जाते हैं।_*
*_दशमी तिथि को जिस व्यक्ति का जन्म होता है, वो लोग देशभक्ति तथा परोपकार के मामले में बड़े तत्पर एवं श्रेष्ठ होते हैं। देश एवं दूसरों के हितों के लिए ये सर्वस्व न्यौछावर करने को भी तत्पर रहते हैं। इस तिथि में जन्म लेनेवाले जातक धर्म-अधर्म के बीच के अन्तर को अच्छी तरह समझते हैं और हमेशा धर्म पर चलने वाले होते हैं।_*
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*यह पंचांग नागौर (राजस्थान)के सूर्योदय के अनुसार है।*
*आप अपने शहर के लिए सुर्योदय के अनुसार घटत बढ़त करे*
*अस्वीकरण(Disclaimer)पंचांग, धर्म, ज्योतिष, त्योहार की जानकारी शास्त्रों से ली गई है।राशि रत्न,वास्तु आदि विषयों पर यहाँ प्रकाशित सामग्री केवल आपकी जानकारी के लिए हैं।ज्योतिष एक अत्यंत जटिल विषय है, यहां पूरी सतर्कता के उपरांत भी मानवीय त्रुटि संभव, अतः संबंधित कोई भी कार्य या प्रयोग करने से पहले अपने स्वविवेक के साथ किसी संबद्ध विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लेवें...*
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