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*🔱॥ॐ श्री गणेशाय नमः॥🔱* *🚩मोर मुकुट बंशीवाले की जय* *🕉नमो नित्यं केशवाय च शम्भवे,हनुमते च दुर्गायै, सरस्वत्यै, सच्चियाय, नमोनमः।।*🕉🌸*
*🌞शनिवारएकादशी कापंचांग 🌞*
*⛅दिनांक -23 दिसम्बर 2023*
*⛅दिन - शनिवार*
*⛅विक्रम संवत् - 2080*
*⛅अयन - दक्षिणायन*
*⛅ऋतु - शिशिर*
*⛅मास - मार्गशीर्ष*
*⛅पक्ष - शुक्ल*
*⛅तिथि - एकादशी सुबह 07:11.20 तक तत्पश्चात द्वादशी*
*⛅नक्षत्र - भरणी रात्रि 09:17.54 तक तत्पश्चात कृत्तिका*
*⛅योग - शिव सुबह 09:06.19 तक तत्पश्चात सिद्ध*
*⛅योग सिद्ध 31:16:07*
*⛅करण बव 18:45:18*
*⛅करण बालव 30:23:38*
*⛅वार शनिवार*
*⛅माह (अमावस्यांत) मार्गशीर्ष*
*⛅माह (पूर्णिमांत) मार्गशीर्ष*
*⛅चन्द्र राशि मेष till 27:16:18*
*⛅चन्द्र राशि वृषभ from* 27:16:18*
*⛅सूर्य राशि धनु*
*⛅रितु शिशिर*
*⛅आयन उत्तरायण*
*⛅संवत्सर शोभकृत*
*⛅संवत्सर (उत्तर) पिंगल*
*⛅विक्रम संवत 2080*
*⛅गुजराती संवत 2080*
*⛅शक संवत 1945 शक संवत*
*⛅कलि संवत 5124 कलि संवत*
*⛅सौर प्रविष्टे 8, पौष *
*⛅नागौर, राजस्थान (भारत)*
*⛅सूर्योदय 07:22:30 *
*⛅सूर्यास्त 17:45:25*
*⛅दिन काल 10:22:55 *
*⛅रात्री काल 13:37:32*
*⛅चंद्रोदय 14:43:58*
*⛅चंद्रास्त 28:40:50*
*⛅सूर्योदय⛅*
*⛅लग्न धनु 6°46' , 246°46'*
*⛅सूर्य नक्षत्र मूल*
*⛅चन्द्र नक्षत्र भरणी*
*⛅पद, चरण⛅*
*2 लू भरणी 09:24:17*
*3 ले भरणी 15:20:34*
*4 लो भरणी 21:17:54*
*1 अ कृत्तिका 27:16:18*
*⛅राहु काल-हर जगह का अलग है - सुबह 09:58 से 11:16 तक*
*⛅सूर्योदय - 07:22:30*
*⛅सूर्यास्त - 05:45:25*
*⛅दिशा शूल - पूर्व*
*⛅ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 05:31 से 06:24 तक*
*⛅निशिता मुहूर्त - रात्रि 12:12 से 01:05 तक*
*⛅व्रत पर्व विवरण - मोक्षदा एकादशी (भागवत)*
*⛅चोघडिया, दिन⛅*
*काल 07:23 - 08:40 अशुभ*
*शुभ 08:40 - 09:58 शुभ*
*रोग 09:58 - 11:16 अशुभ*
*उद्वेग 11:16 - 12:34 अशुभ*
*चर 12:34 - 13:52 शुभ*
*लाभ 13:52 - 15:10 शुभ*
*अमृत 15:10 - 16:28 शुभ*
*काल 16:28 - 17:45 अशुभ*
*⛅चोघडिया, रात⛅*
*लाभ 17:45 - 19:28 शुभ*
*उद्वेग 19:28 - 21:10 अशुभ*
*शुभ 21:10 - 22:52 शुभ*
*अमृत 22:52 - 24:34 शुभ*
*चर 24:34 - 26:16 शुभ*
*रोग 26:16 - 27:59 अशुभ*
*काल 27:59 - 29:41 अशुभ*
*लाभ 29:41* - 31:23 शुभ*
*⛅विशेष - एकादशी को शिम्बी (सेम) और द्वादशी को पूतिका (पोई) खाने से पुत्र का नाश होता है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
*🌹मोक्षदा एकादशी : 23 दिसम्बर 2023🌹*
*🔹एकादशी में क्या करें, क्या न करें ?🔹*
*🌹1. एकादशी को लकड़ी का दातुन तथा पेस्ट का उपयोग न करें । नींबू, जामुन या आम के पत्ते लेकर चबा लें और उँगली से कंठ शुद्ध कर लें । वृक्ष से पत्ता तोड़ना भी वर्जित है, अत: स्वयं गिरे हुए पत्ते का सेवन करें ।*
*🌹2. स्नानादि कर के गीता पाठ करें, श्री विष्णुसहस्रनाम का पाठ करें ।*
*🌹हर एकादशी को श्री विष्णुसहस्रनाम का पाठ करने से घर में सुख-शांति बनी रहती है ।*
*राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे ।*
*सहस्रनाम तत्तुल्यं रामनाम वरानने ।।*
*एकादशी के दिन इस मंत्र के पाठ से श्री विष्णुसहस्रनाम के जप के समान पुण्य प्राप्त होता है l*
*🌹3. `ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’ इस द्वादश अक्षर मंत्र अथवा गुरुमंत्र का जप करना चाहिए ।*
*🌹4. चोर, पाखण्डी और दुराचारी मनुष्य से बात नहीं करना चाहिए, यथा संभव मौन रहें ।*
*🌹5. एकादशी के दिन भूल कर भी चावल नहीं खाना चाहिए न ही किसी को खिलाना चाहिए । इस दिन फलाहार अथवा घर में निकाला हुआ फल का रस अथवा दूध या जल पर रहना लाभदायक है ।*
*🌹6. व्रत के (दशमी, एकादशी और द्वादशी) - इन तीन दिनों में काँसे के बर्तन, मांस, प्याज, लहसुन, मसूर, उड़द, चने, कोदो (एक प्रकार का धान), शाक, शहद, तेल और अत्यम्बुपान (अधिक जल का सेवन) - इनका सेवन न करें ।*
*🌹7. फलाहारी को गोभी, गाजर, शलजम, पालक, कुलफा का साग इत्यादि सेवन नहीं करना चाहिए । आम, अंगूर, केला, बादाम, पिस्ता इत्यादि अमृत फलों का सेवन करना चाहिए ।*
*🌹8. जुआ, निद्रा, पान, परायी निन्दा, चुगली, चोरी, हिंसा, मैथुन, क्रोध तथा झूठ, कपटादि अन्य कुकर्मों से नितान्त दूर रहना चाहिए ।*
*🌹9. भूलवश किसी निन्दक से बात हो जाय तो इस दोष को दूर करने के लिए भगवान सूर्य के दर्शन तथा धूप-दीप से श्रीहरि की पूजा कर क्षमा माँग लेनी चाहिए ।*
*🌹10. एकादशी के दिन घर में झाडू नहीं लगायें । इससे चींटी आदि सूक्ष्म जीवों की मृत्यु का भय रहता है ।*
*🌹11. इस दिन बाल नहीं कटायें ।*
*🌹12. इस दिन यथाशक्ति अन्नदान करें किन्तु स्वयं किसीका दिया हुआ अन्न कदापि ग्रहण न करें ।*
*🌹13. एकादशी की रात में भगवान विष्णु के आगे जागरण करना चाहिए (जागरण रात्र 1 बजे तक) ।*
*🌹14. जो श्रीहरि के समीप जागरण करते समय रात में दीपक जलाता है, उसका पुण्य सौ कल्पों में भी नष्ट नहीं होता है ।*
*🌹 शनिवार के दिन विशेष प्रयोग 🌹*
*🌹 शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष का दोनों हाथों से स्पर्श करते हुए 'ॐ नमः शिवाय' मंत्र का 108 बार जप करने से दुःख, कठिनाई एवं ग्रहदोषों का प्रभाव शांत हो जाता है । (ब्रह्म पुराण)*
*🌹 हर शनिवार को पीपल की जड़ में जल चढ़ाने और दीपक जलाने से अनेक प्रकार के कष्टों का निवारण होता है । (पद्म पुराण)*
*🔹आर्थिक कष्ट निवारण हेतु🔹*
*🔹एक लोटे में जल, दूध, गुड़ और काले तिल मिलाकर हर शनिवार को पीपल के मूल में चढ़ाने तथा ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय' मंत्र जपते हुए पीपल की ७ बार परिक्रमा करने से आर्थिक कष्ट दूर होता है ।*
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🖌🚩 *_””जय श्री महाकाल महाराज की””_* 🚩
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*यह पंचांग नागौर (राजस्थान)के सूर्योदय के अनुसार है।*
*अस्वीकरण(Disclaimer)पंचांग, धर्म, ज्योतिष, त्योहार की जानकारी शास्त्रों से ली गई है।राशि रत्न,वास्तु आदि विषयों पर यहाँ प्रकाशित सामग्री केवल आपकी जानकारी के लिए हैं।ज्योतिष एक अत्यंत जटिल विषय है, यहां पूरी सतर्कता के उपरांत भी मानवीय त्रुटि संभव, अतः संबंधित कोई भी कार्य या प्रयोग करने से पहले अपने स्वविवेक के साथ किसी संबद्ध विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लेवें...*
*रमल ज्योतिर्विद आचार्य दिनेश "प्रेम" शर्मा*
*संपर्क सूत्र:- मोबाइल* *8387869068*
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