संयुक्त निदेशक ने किया जेएलएन अस्पताल का निरीक्षण
चीन में स्वसन रोग के मामले बढ़ने को लेकर अलर्ट
नागौर, 01 दिसम्बर।
चीन में स्वसन रोग के मामलों में वृद्धि को देखते हुए जिले के चिकित्सा प्रबंधन को अलर्ट रखने के लिए उद्धेश्य से मॉकड्रिल के बाद सामने आई तैयारियों को और अधिक सुदृढ़ करने पर काम शुरू हो गया है।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. इंद्रजीतसिंह ने शुक्रवार को नागौर जिला मुख्यालय स्थित पंडित जेएलएन राजकीय अस्पताल का निरीक्षण किया। संयुक्त निदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सबसे पहले अस्पताल की ओपीडी में पहुंचे और वहां पर चिकित्सकों तथा मरीजों से वार्ता करते हुए चिकित्सा व्यवस्थाओं का जायजा लिया। संयुक्त निदेशक ने यहां मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना तथा निशुल्क जांच योजना के तहत अस्पताल परिसर में संचालित दवा वितरण केन्द्र तथा प्रयोगशाला का भी निरीक्षण किया और यहां दवाईयों की उपलब्धता के साथ-साथ निर्धारित जांच सुविधाओं का भी जायजा लिया।
संयुक्त निदेशक डॉ. इंद्रजीतसिंह ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. महेश वर्मा के साथ अस्पताल का निरीक्षण करते हुए आरटीपीसीआर लैब का भी अवलोकन किया और यहां नियुक्त स्टाफ के बारे में जानकारी ली। ऑक्सीजन प्लांट, आईसीयू, डायलिसिस वार्ड और एसएनसीयु की व्यवस्थाओं को जांचा
संयुक्त निदेशक डॉ. इंद्रजीतसिंह ने पंडित जेएलएन अस्पताल में स्थित ऑक्सीजन प्लांट का भी निरीक्षण किया। उन्होंने यहां ऑक्सीजन प्लांट को सुचारू रूप से चालू करने के लिए आ रही तकनीकी परेशानी का निराकरण करने के निर्देश अस्पताल के पीएमओ डॉ. महेश पंवार को दिए। डॉ. सिंह ने अस्पताल के वार्ड का निरीक्षण करते हुए वहां भर्ती मरीजों से बातचीत की और उसकी केस फाइल्स का भी अवलोकन करते हुए यहां नियुक्त चिकित्सक एवं पैरामेडिकल स्टॉफ को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने यहां पाइप लाइन से ऑक्सीजन सप्लाई का भी भौतिक रूप से परीक्षण किया। इसके बाद संयुक्त निदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य ने अस्पताल के आईसीयू वार्ड का निरीक्षण किया और यहां आवश्यक आपातकालीन व्यवस्थाओं का भी जायजा लिया।
डॉ. सिंह ने डायलिसिस वार्ड का निरीक्षण करते हुए यहां भर्ती मरीजों की कुशलक्षेम पूछते हुए उनके उपचार के बारे में स्टॉफ से जानकारी ली। इसके बाद संयुक्त निदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य ने मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य केन्द्र का निरीक्षण करते हुए वहां नियुक्त स्टॉफ की जानकारी ली और एसएनसीयू को देखा।
एसएनसीयू का निरीक्षण करते हुए संयुक्त निदेशक डॉ. सिंह ने शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. मूलाराम और उनकी टीम से यहां भर्ती नवजात शिशुओं और उनके स्वास्थ्य की स्थिति की जानकारी ली और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान एपीडेमोलॉजिस्ट साकिर खान, अस्पताल के उप नियंत्रक डॉ. अनिल पुरोहित सहित अस्पताल के नर्सिंग अधीक्षक भी मौजूद रहे।
चिकित्सा विभाग बरत रहा पूर्ण सतर्कता
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. इंद्रजीतसिंह ने नागौर में पंडित जेएलएन राजकीय अस्पताल का निरीक्षण करने के बाद यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि चीन में स्वसन रोग के मामलों में वृद्धि को देखते हुए भारत सरकार की ओर से इस बीमारी से बचाव के संबंध में जारी एडवाइजरी तथा राजस्थान में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी दिशा-निर्देशों की पालना सुनिश्चित की जाएगी । फिलहाल देश में इस बीमारी का एक भी मामला सामने नहीं आया है। फिर भी एहतियातन चिकित्सा तंत्र को मजबूत रखने की दृष्टि से सजगता बरती जा रही है। चूंकि चीन में बच्चों में श्वसन रोग के मामले अधिक सामने आए हैं इसे देखते हुए शिशु रोग इकाइयों एवं मेडिसिन विभाग में उपचार के पर्याप्त इंतजाम रखने के निर्देश राज्य स्तर से मिले है! बच्चों, वृद्धजनों, गर्भवती महिलाओं एवं को-मोरबिड रोगियों में संक्रमण की आशंका अधिक रहती है। अतः बचाव की दृष्टि से आमजन को आवश्यक उपाय अपनाने के लिए विभाग द्वारा जागरूक भी किया जा रहा है ! उन्होंने बताया कि चंूकि यह एक संक्रामक बीमारी है, इसलिए इसके रोगियों के लिए अलग से स्वास्थ्य सुविधाएं देना हमारी पहली प्राथमिकता होंगी।
जिला स्तरीय अधिकारियों की ली बैठक
चीन देश में फैल रहे स्वसन रोग के संदर्भ में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के निदेशालय के निर्देशानुसार नागौर जिले में जिला स्तरीय रेपिड रेस्पोंस टीम का गठन कर दिया गया है। संयुक्त निदेशक डॉ. इंद्रजीतसिंह ने शुक्रवार को स्वास्थ्य भवन में इसे लेकर जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. महेश वर्मा से इस अलर्ट को लेकर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग नागौर की ओर से राजकीय चिकित्सा संस्थानों में ऑक्सीजन प्लांट, दवाईयों, जांच सुविधाओं सहित आवश्यक सेवाओं से जुड़ी तैयारियों को लेकर चर्चा की। बैठक में जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मुश्ताक अहमद, उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रतनाराम बिड़ियासर, एनएचएम के डीपीओ राजीव सोनी, एपीडेमोलॉजिस्ट साकिर खान मौजूद रहे।