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*🔱॥ॐ श्री गणेशाय नमः॥🔱* *🚩मोर मुकुट बंशीवाले की जय* *🕉नमो नित्यं केशवाय च शम्भवे,हनुमते च दुर्गायै, सरस्वत्यै, सच्चियाय, नमोनमः।।*🕉🌸*
*🌞~मगलवार प्रतिपदा का पंचांग ~🌞*
*⛅दिनांक - 28 नवम्बर 2023*
*⛅दिन - मंगलवार*
*⛅विक्रम संवत् - 2080*
*⛅अयन - दक्षिणायन*
*⛅ऋतु - हेमंत*
*⛅मास - मार्गशीर्ष*
*⛅पक्ष - कृष्ण*
*⛅तिथि - प्रतिपदा दोपहर 02:04:33 तक तत्पश्चात द्वितीया*
*⛅नक्षत्र - रोहिणी दोपहर 01:30:26 तक तत्पश्चात मृगशिरा*
*⛅योग - सिद्ध रात्रि 10:02:07 तक तत्पश्चात साध्य*
*⛅राहु काल-हर जगह का अलग है - दोपहर 03:01 से 04:20 तक*
*⛅सूर्योदय - 07:06:07*
*⛅सूर्यास्त - 17:39:32*
*⛅करण कौलव 14:04:33*
*⛅करण तैतुल 25:56:03*
*⛅वार मंगलवार*
*⛅माह (अमावस्यांत) कार्तिक*
*⛅माह (पूर्णिमांत) मार्गशीर्ष*
*⛅चन्द्र राशि वृषभ till 25:39:53*
*⛅चन्द्र राशि मिथुन from 25:39:53*
*⛅सूर्य राशि वृश्चिक*
*⛅रितु हेमंत*
*⛅आयन दक्षिणायण*
*⛅संवत्सर शोभकृत*
*⛅संवत्सर (उत्तर) पिंगल*
*⛅विक्रम संवत 2080*
*⛅गुजराती संवत 2080*
*⛅शक संवत 1945 शक संवत*
*⛅कलि संवत 5124 कलि संवत*
*⛅सौर प्रविष्टे 12, मार्गशीर्ष*
*⛅नागौर,राजस्थान (भारत)*
*⛅सूर्योदय 07:06:07*
*⛅सूर्यास्त 17:39:32*
*⛅दिन काल 10:33:25*
*⛅रात्री काल 13:27:20*
*⛅चंद्रोदय 18:20:39*
*⛅चंद्रास्त 31:41:11*
*⛅ सूर्योदय⛅*
*⛅लग्न वृश्चिक 11°21' , 221°21'*
*⛅सूर्य नक्षत्र अनुराधा *
*⛅चन्द्र नक्षत्र रोहिणी*
*⛅ पद, चरण⛅*
*3 वी रोहिणी 07:28:41*
*4 वु रोहिणी 13:30:26*
*1 वे मृगशीर्षा 19:34:08*
*2 वो मृगशीर्षा 25:39:53*
*⛅चोघडिया, दिन⛅*
*रोग 07:06 - 08:25 अशुभ*
*उद्वेग 08:25 - 09:44 अशुभ*
*चर 09:44 - 11:04 शुभ*
*लाभ 11:04 - 12:23 शुभ*
*अमृत 12:23 - 13:42 शुभ*
*काल 13:42 - 15:01 अशुभ*
*शुभ 15:01 - 16:20 शुभ*
*रोग 16:20 - 17:40 अशुभ*
*⛅ चोघडिया, रात⛅*
*काल 17:40 - 19:20 अशुभ*
*लाभ 19:20 - 21:01 शुभ*
*उद्वेग 21:01 - 22:42 अशुभ*
*शुभ 22:42 - 24:23 शुभ*
*अमृत 24:23 - 26:04 शुभ*
*चर 26:04 - 27:45 शुभ*
*रोग 27:45 - 29:26 अशुभ*
*काल 29:26 - 31:07 अशुभ*
*⛅दिशा शूल - उत्तर दिशा में*
*⛅ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 05:16 से 06:09 तक*
*⛅निशिता मुहूर्त - रात्रि 12:01 से 12:54 तक*
*⛅व्रत पर्व विवरण -*
*⛅विशेष - प्रतिपदा को कूष्माण्ड (कुम्हड़ा, पेठा) न खाये, क्योंकि यह धन का नाश करने वाला है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
*🌹मार्गशीर्ष मास :- ( 28 नवम्बर से 26 दिसम्बर 2023 )*
*🌹 मार्गशीर्ष मास की माहात्म्य 🌹*
*🌹श्रीमद्भगवद्गीता में अपनी विभूतियों का वर्णन करते हुए भगवान श्रीकृष्ण कहते हैं कि "मासानां मार्गशीर्षो अहम्" सभी महीनों में मार्गशीर्ष मेरा ही स्वरूप है ।*
*👉 मार्गशीर्ष मास में कपूर का दीपक जला के भगवान को अर्पण करनेवाला अश्वमेध यज्ञ का फल पाता है और कुल का उद्धार कर देता है ।*
*👉 मार्गशीर्ष मास में विष्णुसहस्त्र नाम, श्रीमद्भागवत गीता और गजेन्द्रमोक्ष पाठ की खूब महिमा है । इन तीनों का पाठ अवश्य करें ।*
*👉 इस मास में अपने गुरु को, इष्ट को " ॐ दामोदराय नमः " कहते हुए प्रणाम करने की बड़ी भारी महिमा है ।*
*👉 जो उपासक मार्गशीर्ष के महीने में शंख में तीर्थ का जल लेकर उसकी एक बून्द से भी मुझे नहलाता है, वह अपने समूचे कुल को तार देता है ।*
*👉 जो मार्गशीर्ष मास में भक्ति पूर्वक शंख ध्वनि कर के मुझे स्नान कराता है, उसके पितर स्वर्गलोक में प्रतिष्ठित होते हैं ।*
*👉 जो शंख में जल लेकर “ॐ नमो नारायणाय'' का उच्चारण करते हुए मुझे नहलाता है, वह सम्पूर्ण पापों से मुक्त हो जाता है ।*
*👉 जो तुलसी काष्ठ का धिसा हुआ चन्दन मुझे अर्पण करता है, उसके सौ जन्मों के समस्त पातकों को मैं भस्म कर देता हूँ ।*
*👉 जो कलियुग के मार्गशीर्ष मास में मुझे तुलसी काष्ठ का चन्दन देते है, वे निश्चय ही कृतार्थ हो जाते हैँ । जो शंख में चन्दन रखकर मार्गशीर्ष मास में मेरे अंगो में लगाता है, उसके ऊपर मैं विशेष प्रेम करता हूँ ।*
*👉 जो मार्गशीर्ष में तुलसीदल ओर आँवलों से भक्ति पूर्वक मेरी सेवा करता है, वह मनोवांछित फल को पाता है ।*
*👉 जो शंख में फूल, जल और अक्षत रखकर मुझे अर्घ्य देता है उसे अनंत पुण्य की प्राप्ति होती है ।*
*👉 जो वैष्णव मेरे मस्तक पर शंख का जल घुमाकर उसे अपने घर में छिड़कता है उसके घर में कुछ भी अशुभ नहीं होता ।*
*👉 मृदंग और शंख की ध्वनि तथा प्रणव (ॐकार) के उच्चारण के साथ किया हुआ मेरा पूजन मनुष्यों को सदैव मोक्ष प्रदान करनेवाला है । (स्कन्द पुराण, वैष्णव खंड)*
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*🔹शंख के कुछ स्वास्थ्य – प्रयोग🔹*
*🔹 स्वास्थ्य-हितकारी प्रयोग बताते हुए कहते हैं : “कोई बच्चा तोतला अथवा गूँगा है तो शंख में पानी रख दो । सुबह का रखा हुआ पानी शाम को, शाम का रखा हुआ पानी सुबह को ५० – ५० मि.ली. उस बच्चे को पिलाओ और उसके गले में छोटा-सा शंख बाँध दो । १ – २ चुटकी ( ५० से १०० मि.ग्रा. ) शंख भस्म शहद के साथ सुबह-शाम चटाओ तो वह बच्चा बोलने लग जायेगा । शंख भस्म अन्य कई रोगों में भी एक प्रभावकारी औषधि है ।*
*🔹गर्भिणी स्त्री शंख का पानी पिये तो उसके कुटुम्ब में २-४ पीढ़ियों तक तोतला – गूँगा बच्चा नहीं पैदा होगा । यह हमारे भारत की खोज है, पाश्चत्य विज्ञानियों की खोज नहीं है । गूँगे और तोतले व्यक्ति को शंख फायदा करता है और शंख-ध्वनि वातावरण को शुद्ध करती है इतना ही नहीं, दूसरे भी बहुत सारे फायदे बताये गये हैं । जहाँ लोगों का समूह इकट्ठा होता है वहाँ शंखनाद पवित्र, सात्विक माना जाता है ।*
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🖌🚩 *_””जय श्री महाकाल महाराज की””_* 🚩
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*यह पंचांग नागौर (राजस्थान)के सूर्योदय के अनुसार है।*
*अस्वीकरण(Disclaimer)पंचांग, धर्म, ज्योतिष, त्योहार की जानकारी शास्त्रों से ली गई है।राशि रत्न,वास्तु आदि विषयों पर यहाँ प्रकाशित सामग्री केवल आपकी जानकारी के लिए हैं।ज्योतिष एक अत्यंत जटिल विषय है, यहां पूरी सतर्कता के उपरांत भी मानवीय त्रुटि संभव, अतः संबंधित कोई भी कार्य या प्रयोग करने से पहले अपने स्वविवेक के साथ किसी संबद्ध विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लेवें...*
*रमल ज्योतिर्विद आचार्य दिनेश "प्रेम" शर्मा*
*संपर्क सूत्र:- मोबाइल* *8387869068*
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