Type Here to Get Search Results !

शनि पुष्य एंव और रवि पुष्य योग संयोग में शुक्र गोचर और शनि मार्गी के साथ बना अष्ट महायोग

 शनि पुष्य एंव और रवि पुष्य योग संयोग में शुक्र गोचर और शनि मार्गी के साथ बना अष्ट महायोग

nax

कार्तिक महीने में दीपावली से लगभग हफ्ते भर पहले शनि पुष्‍य और रवि पुष्‍य योग का दुर्लभ संयोग बन रहा है।
ramal
दिनेश प्रेम शर्मा

रमल ज्योतिर्विद आचार्य दिनेश "प्रेम" शर्मा ने बताया पंचांग के अनुसार इस वर्ष दीपावली के पूर्व 4 नवंबर शनिवार को पुष्य नक्षत्र सुबह 07 बजकर 57 मिनट से शुरू होकर और यह 5 नवंबर रविवार को सुबह 10 बजकर 28.11 मिनट चलेगा।
 शनिवार को पुष्य नक्षत्र होने से शनि पुष्य योग और रविवार को होने से रवि पुष्य योग बना है। इन दोनों दिन बने योग खरीदारी और निवेश के लिए उत्तम मुहूर्त है। इस योग में आप जो भी कार्य करेंगे, वह शुभ फलदायी होगा और लंबे समय तक स्थाई रहेगा. इस दिन किए गए कार्य से जो उन्नति होगी, वह स्थाई तौर पर होगी।

इस वर्ष नवंबर का महीना ग्रह-नक्षत्रों के दुर्लभ योग-संयोगों से भरा हुआ है। दीपावली वाले इस महीने की शुरुआत में ही कुछ ग्रह यानी शुक्र गोचर और शनि मार्गी जैसे अहम बदलाव देखने को मिल  रहे हैं। इसके बाद 4 नवंबर 2023 को शनि पुष्‍य और 5 नवंबर 2023 को रवि पुष्‍य योग का संयोग बन रहा है. इतना ही नहीं शनि और रविपुष्य के साथ अष्ट महायोग संयोग बन रहा है जबकि पुष्‍य नक्षत्र से जुड़ा ऐसा दुर्लभ संयोग पिछले 400 साल में नहीं बना है. इस तरह दीपावली से पहले ही कीमती चीजों की खरीदारी करने और शुभ कामों की शुरुआत के लिए ये दो दिन बेहद शुभ और महत्वपूर्ण रहेंगे।

शनि पुष्य योग 2023 का समय।
 पंचांग के अनुसार, 4 नवंबर शनिवार के दिन शनि पुष्य योग सुबह 07 बजकर 57 मिनट से पूरी रात तक है. इस दिन आप सुबह 07:57 बजे के बाद से खरीदारी और निवेश एवं व्यापार एवं शुभ मुहूर्त कर सकते हैं। कोई भी विशेष कार्य कर सकते हैं.

 रवि पुष्य योग 2023
5 नवंबर रविवार के दिन रवि पुष्य योग प्रात:काल से लेकर सुबह 10 बजकर 29 मिनट तक है. इसके बाद से यह योग खत्म हो जाएगा. रविवार को सुबह 10:29 बजे तक खरीदारी और निवेश के लिए शुभ मुहूर्त है।

शनि-रवि पुष्य योग 2023 पर बनने वाले अष्ट महायोग कौन से हैं?
शनि पुष्य योग के दिन हर्ष, सरल, शंख, लक्ष्मी, शश, साध्य, मित्र और गजकेसरी जैसे अष्ट महायोग बन रहे हैं. 4 नवंबर को शनि पुष्य योग वाले दिन साध्य योग, शुभ योग, त्रिपुष्कर योग और रवि योग भी बन रहे हैं

1. साध्य योग: प्रात:काल से दोपहर 01:01:17 बजे तक

2. शुभ योग: दोपहर 01:03 बजे से रात तक 01.34.48

3. त्रिपुष्कर योग: सुबह 06:47 बजे से सुबह 07:57 बजे तक

4. रवि योग: सुबह रवि योग बजे 6.47.से सुबह 07:57 बजे तक.

5 नवंबर रविवार को रवि पुष्य नक्षत्र के साथ सर्वार्थ सिद्धि, शुक्ल, शुभ, वाशि, सरल, श्रीवत्स, अमला और गजकेसरी योग बने हैं.

1. शुभ योग: प्रात:काल से लेकर दोपहर 01:34.48 बजे तक

2. शुक्ल योग: दोपहर 01:34.49 बजे से अगले दिन दोपहर तक

3. रवि पुष्य योग: सुबह 06:48:48 बजे से सुबह 10:29 बजे तक

4. सर्वार्थ सिद्धि योग: सुबह 06:48:48 बजे से सुबह 10:29 बजे तक रहेगा।

शनि-रवि पुष्य योग में क्या करें?
शनि-रवि पुष्य योग में आप सोना, चांदी, आभूषण, वाहन, मकान, वस्त्र आदि की खरीदारी कर सकते हैं. इसके अलावा आप इस योग में प्रॉपर्टी में निवेश कर सकते हैं. कोई विशेष कार्य सोच रखा है तो उसे भी कर सकते हैं. पुष्य योग में की गई खरीदारी का अक्षय लाभ प्राप्त होता है।


ज्योतिष में पुष्य नक्षत्र को सभी नक्षत्रों का राजा माना जाता है. इसके देव बृहस्पति और स्वामी शनि हैं. शनि स्थिरता और गुरु से धन एवं शुभता प्राप्त होती है. इस प्रकार से दोनों के होने से पुष्य नक्षत्र स्थिरता और समृद्धि का कारक माना जाता है. पुष्य नक्षत्र  योग में आप जो भी कार्य करते हैं, उसके शुभ और स्थाई फल प्राप्त होते हैं।


.

Tags

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.

Below Post Ad