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पंचांग - 12-11-2023

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 *🔱॥ॐ श्री गणेशाय नमः॥🔱*     *🚩मोर मुकुट बंशीवाले की जय* *🕉नमो नित्यं केशवाय च शम्भवे,हनुमते च दुर्गायै,  सरस्वत्यै, सचियाय, नमोनमः।।*🕉🌸*

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*🌞 रविवार नरक चतुर्दशी का  पंचांग 🌞*
*⛅दिनांक - 12 नवम्बर 2023*
*⛅दिन - रविवार*
*🌹 नरक चतुर्दशी (तैलाभ्यंग)- 12 नवम्बर 2023 🌹*
*🌹 नरक चतुर्दशी के दिन सूर्योदय से पूर्व उठकर तेल-मालिश (तैलाभ्यंग) करके स्नान करने का विधान है । 'सनत्कुमार संहिता' एवं 'धर्मसिंधु' ग्रंथ के अनुसार इससे नारकीय यातनाओं से रक्षा होती है ।*
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*🔹कार्तिक अमावस्या - 12/13 नवम्बर 2023🔹*
*🔸12 नवम्बर रविवार दोपहर 02:44.23 से 13 नवम्बर सोमवार दोपहर 02:56.25 तक अमावस्या ।*
*⛅पक्ष    कृष्ण*
*⛅नक्षत्र    स्वाति    26:50:22*
*⛅योग    आयुष्मान    16:22:57*
*🌤️*करण    शकुनी    14:44:23*
*🌤️*करण    चतुष्पद    26:54:41*
*🌤️*वार     रविवार*
*🌤️*माह (अमावस्यांत)    आश्विन*
*🌤️*माह (पूर्णिमांत)    कार्तिक*
*🌤️*चन्द्र राशि       तुला*
*🌤️*सूर्य राशि       तुला*
*🌤️*रितु    हेमंत*
*🌤️*आयन    दक्षिणायण*
*🌤️*संवत्सर    शोभकृत*
*🌤️*संवत्सर (उत्तर)    पिंगल*
*🌤️*विक्रम संवत    2080*
*🌤️*गुजराती संवत    2079*
*🌤️*शक संवत    1945*
*🌤️*कलि संवत    5124*
*🌤️*सौर प्रविष्टे    26, कार्तिक*
*🌤️*नागौर, राजस्थान(भारत)*
*🌤️*सूर्योदय    06:53:52*
*🌤️*सूर्यास्त    17:44:07*
*🌤️दिन काल    10:50:15*
*🌤️*रात्री काल    13:10:29*
*🌤️*चंद्रास्त    17:00:59*    
*🌤️*चंद्रोदय    30:39:56*
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          *🌤️ सूर्योदय🌤️*
*लग्न      तुला 25°12' , 205°12'*
*सूर्य नक्षत्र*      *विशाखा    *
*चन्द्र नक्षत्र    स्वाति*
           *🌤️ पद, चरण🌤️*
*1 रू    स्वाति    08:05:12*
*2 रे    स्वाति    14:22:23*
*3 रो    स्वाति    20:37:26*
*4 ता    स्वाति    26:50:22*

 *🌤️ राहू काल    16:23 - 17:44    अशुभ*
*🌤️*यम घंटा    12:19 - 13:40    अशुभ*
*🌤️*गुली काल    15:02 - 16:23*
*🌤️*अभिजित    11:57 - 12:41    शुभ*

     *🌸चोघडिया, दिन🌸*
*उद्वेग    06:54 - 08:15    अशुभ*
*चर    08:15 - 09:36    शुभ*
*लाभ    09:36 - 10:58    शुभ*
*अमृत    10:58 - 12:19    शुभ*
*काल    12:19 - 13:40    अशुभ*
*शुभ    13:40 - 15:02    शुभ*
*रोग    15:02 - 16:23    अशुभ*
*उद्वेग    16:23 - 17:44    अशुभ*
     *🌸चोघडिया, रात🌸*
*शुभ    17:44 - 19:23    शुभ*
*अमृत    19:23 - 21:02    शुभ*
*चर    21:02 - 22:41    शुभ*
*रोग    22:41 - 24:19    अशुभ*
*काल    24:19 - 25:58    अशुभ*
*लाभ    25:58- 27:37    शुभ*
*उद्वेग    27:37 - 29:16    अशुभ*
*शुभ    29:16 - 30:55    शुभ*
*🔹नकारात्मक ऊर्जा मिटाने के लिए🔹*
*🔹घर में हर अमावस्या अथवा हर १५ दिन में पानी में खड़ा नमक (१ लीटर पानी में ५० ग्राम खड़ा नमक) डालकर पोछा लगायें । इससे नेगेटिव एनर्जी चली जाएगी । अथवा खड़ा नमक के स्थान पर गौझरण अर्क भी डाल सकते हैं ।*
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*🔹अमावस्या विशेष🔹*
*🌹1. जो व्यक्ति अमावस्या को दूसरे का अन्न खाता है उसका महीने भर का किया हुआ पुण्य दूसरे को (अन्नदाता को) मिल जाता है ।*
*(स्कंद पुराण, प्रभास खं. 207.11.13)*

*🌹2. अमावस्या के दिन पेड़-पौधों से फूल-पत्ते, तिनके आदि नहीं तोड़ने चाहिए, इससे ब्रह्महत्या का पाप लगता है ! (विष्णु पुराण)*
*🌹4. अमावस्या के दिन खेती का काम न करें, न मजदूर से करवाएं ।*
*🌹5. अमावस्या के दिन श्रीमद्भगवद्गीता का सातवाँ अध्याय पढ़ें और उस पाठ का पुण्य अपने पितरों को अर्पण करें । सूर्य को अर्घ्य दें और प्रार्थना करें । आज जो मैंने पाठ किया मेरे घर में जो गुजर गए हैं, उनको उसका पुण्य मिल जाए । इससे उनका आर्शीवाद हमें मिलेगा और घर में सुख-सम्पत्ति बढ़ेगी ।*
*🌹 सोमवती अमावस्या : दरिद्रता निवारण 🌹*
*(पूण्य काल : 13 नवम्बर सूर्योदय से दोपहर 02:56 तक)*

*🌹 इस दिन भी मौन रहकर स्नान करने से हजार गौदान का फल होता है ।*

*🌹 इस दिन पीपल और भगवान विष्णु का पूजन तथा उनकी 108 प्रदक्षिणा करने का विधान है । 108 में से 8 प्रदक्षिणा पीपल के वृक्ष को कच्चा सूत लपेटते हुए की जाती है । प्रदक्षिणा करते समय 108 फल पृथक रखे जाते हैं । बाद में वे भगवान का भजन करने वाले ब्राह्मणों या ब्राह्मणियों में वितरित कर दिये जाते हैं । ऐसा करने से संतान चिरंजीवी होती है ।*
*🌹 सोमवती  अमावस्या के दिन तुलसी की 108 परिक्रमा करने से दरिद्रता मिटती है ।*
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🖌🚩 *_””जय श्री महाकाल महाराज की””_* 🚩
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*यह पंचांग नागौर (राजस्थान)के सूर्योदय के अनुसार है।*
*अस्वीकरण(Disclaimer)पंचांग, धर्म, ज्योतिष, त्योहार की जानकारी शास्त्रों से ली गई है।राशि रत्न,वास्तु आदि विषयों पर यहाँ प्रकाशित सामग्री केवल आपकी जानकारी के लिए हैं।ज्योतिष एक अत्यंत जटिल विषय है, यहां पूरी सतर्कता के उपरांत भी मानवीय त्रुटि संभव, अतः संबंधित कोई भी कार्य या प्रयोग करने से पहले अपने स्वविवेक के साथ किसी संबद्ध विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लेवें...*
*रमल ज्योतिर्विद आचार्य दिनेश "प्रेम" शर्मा*
*संपर्क सूत्र:- मोबाइल.* *8387869068*
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