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पंचांग - 26-09-2030

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 *🔱॥ॐ श्री गणेशाय नमः॥🔱*     *🚩मोर मुकुट बंशीवाले की जय* *🕉नमो नित्यं केशवाय च शम्भवे,हनुमते च दुर्गायै सरस्वत्यै नमोनमः।।*🕉🌸

jyotish


*🌞मगलवार का पंचांग 🌞*
*⛅दिनांक 26 सितम्बर 2023*
*⛅दिन - मंगलवार*
*⛅विक्रम संवत् - 2080*
*⛅शक संवत् - 1945*
*⛅अयन - दक्षिणायन*
*⛅ऋतु - शरद*
*⛅मास - भाद्रपद*
*⛅पक्ष - शुक्ल*
*⛅तिथि - एकादशी प्रातः 05:00 तक तत्पश्चात द्वादशी रात्रि 01:45.03 तक*
*⛅नक्षत्र - श्रवण सुबह 09:40.45 तक तत्पश्चात धनिष्ठा*
*⛅योग - सुकर्मा सुबह 11:44.24 तक तत्पश्चात धृति*
*⛅ करण    बव    15:24:39*
*⛅करण    बालव    25:45:03*
*⛅राहु काल-हर जगह का अलग है - दोपहर 03:26 से 04:56 तक*
*⛅दिन काल    12:00:06*
*⛅रात्री काल    12:00:20*
*⛅यम घंटा    09:26 - 10:56    अशुभ*
*⛅गुली काल    12:26 - 13:56*
*⛅अभिजित    12:02 - 12:50    शुभ*
*⛅ पंचक    20:27 - अहोरात्र    अशुभ*
      *⛅लग्न सूर्योदय🌸*
  *कन्या    8°31' , 158°31'*
*⛅सूर्योदय - 06:26.14*
*⛅सूर्यास्त - 18:26:21*
*⛅चन्द्र राशि    मकर    till 20:26:44*
*⛅चन्द्र राशि     कुम्भ    from 20:26:44*
*⛅सूर्य राशि     कन्या*
*रितु    शरद*
*⛅आयन    दक्षिणायण*
*⛅संवत्सर    शोभकृत*
*⛅संवत्सर (उत्तर)    पिंगल*
*⛅विक्रम संवत    2080*
*⛅गुजराती संवत    2079 *
*⛅शक संवत    1945 शक संवत*
*⛅कलि संवत    5124 कलि संवत*
*⛅सौर प्रविष्टे    10, आश्विन    (# note below)*
*⛅नागौर, राजस्थान भारत*
*⛅सूर्योदय    06:26:14    *
*⛅सूर्यास्त    18:26:21*
*⛅दिन काल    12:00:06    *
*⛅रात्री काल    12:00:20*
*⛅चंद्रोदय    16:38:10*
*⛅    चंद्रास्त    27:49:20*
*⛅दिशा शूल - उत्तर दिशा में*
*⛅ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 04:54 से 05:42 तक*
*⛅निशिता मुहूर्त - रात्रि 12:07 से 12:55 तक*
*⛅व्रत पर्व विवरण - पद्मा-परिवर्तिनी एकादशी ( वैष्णव), वामन जयन्ती*
        
      *🌸चोघडिया, दिन🌸*
*रोग    06:26 - 07:56    अशुभ*
उद्वेग    07:56 - 09:26    अशुभ*
*चर    09:26 - 10:56    शुभ*
*लाभ    10:56 - 12:26    शुभ*
*अमृत    12:26 - 13:56    शुभ*
*काल    13:56 - 15:26    अशुभ*
*शुभ    15:26 - 16:56    शुभ*
*रोग    16:56 - 18:26    अशुभ*
      *🌸चोघडिया, रात🌸*
*काल    18:26 - 19:56    अशुभ*
*लाभ    19:56 - 21:26    शुभ*
*उद्वेग    21:26 - 22:56    अशुभ*
*शुभ    22:56 - 24:27    शुभ*
*अमृत    24:27 - 25:57    शुभ*
*चर    25:57 - 27:27    शुभ*
*रोग    27:27 - 28:57    अशुभ*
*काल    28:57 - 30:27    अशुभ*

*⛅विशेष -  द्वादशी को पूतिका (पोई) खाने से पुत्र का नाश होता है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*

*🌹पद्मा-परिवर्तिनी एकादशी : 26 सितम्बर 2023🌹*

*🔹एकादशी में क्या करें, क्या न करें ?🔹*

*🌹1. एकादशी को लकड़ी का दातुन तथा पेस्ट का उपयोग न करें । नींबू, जामुन या आम के पत्ते लेकर चबा लें और उँगली से कंठ शुद्ध कर लें । वृक्ष से पत्ता तोड़ना भी वर्जित है, अत: स्वयं गिरे हुए पत्ते का सेवन करें ।*

*🌹2. स्नानादि कर के गीता पाठ करें, श्री विष्णुसहस्रनाम का पाठ करें ।*

*🌹हर एकादशी को श्री विष्णुसहस्रनाम का पाठ करने से घर में सुख-शांति बनी रहती है ।*
*राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे ।*
*सहस्रनाम तत्तुल्यं रामनाम वरानने ।।*

*एकादशी के दिन इस मंत्र के पाठ से श्री विष्णुसहस्रनाम के जप के समान पुण्य प्राप्त होता है l*

*🌹3. `ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’ इस द्वादश अक्षर मंत्र अथवा गुरुमंत्र का जप करना चाहिए ।*

*🌹5. एकादशी के दिन भूल कर भी चावल नहीं खाना चाहिए न ही किसी को खिलाना चाहिए । इस दिन फलाहार अथवा घर में निकाला हुआ फल का रस अथवा दूध या जल पर रहना लाभदायक है ।*

*🌹6. व्रत के (दशमी, एकादशी और द्वादशी) - इन तीन दिनों में काँसे के बर्तन, मांस, प्याज, लहसुन, मसूर, उड़द, चने, कोदो (एक प्रकार का धान), शाक, शहद, तेल और अत्यम्बुपान (अधिक जल का सेवन) - इनका सेवन न करें ।*

*🌹7. फलाहारी को गोभी, गाजर, शलजम, पालक, कुलफा का साग इत्यादि सेवन नहीं करना चाहिए । आम, अंगूर, केला, बादाम, पिस्ता इत्यादि अमृत फलों का सेवन करना चाहिए ।*

*🌹8. जुआ, निद्रा, पान, परायी निन्दा, चुगली, चोरी, हिंसा, मैथुन, क्रोध तथा झूठ, कपटादि अन्य कुकर्मों से नितान्त दूर रहना चाहिए ।*

*🌹9. भूलवश किसी निन्दक से बात हो जाय तो इस दोष को दूर करने के लिए भगवान सूर्य के दर्शन तथा धूप-दीप से श्रीहरि की पूजा कर क्षमा माँग लेनी चाहिए ।*

*🌹10. एकादशी के दिन घर में झाडू नहीं लगायें । इससे चींटी आदि सूक्ष्म जीवों की मृत्यु का भय रहता है ।*

*🌹11. इस दिन बाल नहीं कटायें ।*

*🌹12. इस दिन यथाशक्ति अन्नदान करें किन्तु स्वयं किसीका दिया हुआ अन्न कदापि ग्रहण न करें ।*

*🌹13. एकादशी की रात में भगवान विष्णु के आगे जागरण करना चाहिए (जागरण रात्र 1 बजे तक) ।*

*🌹14. जो श्रीहरि के समीप जागरण करते समय रात में दीपक जलाता है, उसका पुण्य सौ कल्पों में भी नष्ट नहीं होता है ।*

*🔹 इस विधि से व्रत करनेवाला उत्तम फल को प्राप्त करता है ।*

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🖌🚩 *_””जय श्री महाकाल महाराज की””_* 🚩
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*यह पंचांग नागौर (राजस्थान)के सूर्योदय के अनुसार है।*
*अस्वीकरण(Disclaimer)पंचांग, धर्म, ज्योतिष, त्योहार की जानकारी शास्त्रों से ली गई है।राशि रत्न,वास्तु आदि विषयों पर यहाँ प्रकाशित सामग्री केवल आपकी जानकारी के लिए हैं।ज्योतिष एक अत्यंत जटिल विषय है, यहां पूरी सतर्कता के उपरांत भी मानवीय त्रुटि संभव, अतः संबंधित कोई भी कार्य या प्रयोग करने से पहले अपने स्वविवेक के साथ किसी संबद्ध विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लेवें...*
*🌞*दिनेश "प्रेम" शर्मा रमल ज्योतिष आचार्य*🌞*
*संपर्क सूत्र:- मोबाइल.* *8387869068*
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