Type Here to Get Search Results !

पंचांग - 24-09-2023

 🚩✴️✴️✴️🕉️✴️✴️✴️ 🔱
🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️
 *🔱॥ॐ श्री गणेशाय नमः॥🔱*     *🚩मोर मुकुट बंशीवाले की जय* *🕉नमो नित्यं केशवाय च शम्भवे,हनुमते च दुर्गायै सरस्वत्यै नमोनमः।।*🕉🌸

jyotish


*🌞रविवार का हिन्दू पंचांग 🌞*
*⛅दिनांक 24 सितम्बर 2023*
*⛅दिन - रविवार*
*⛅विक्रम संवत् - 2080*
*⛅शक संवत् - 1945*
*⛅अयन - दक्षिणायन*
*⛅ऋतु - शरद*
*⛅मास - भाद्रपद*
*⛅पक्ष - शुक्ल*
*⛅तिथि - नवमी सुबह 10:22.46 तक तत्पश्चात दशमी*
*⛅नक्षत्र - पूर्वाषाढ़ा दोपहर 01:40.40 तक तत्पश्चात उत्तराषाढ़ा*
*⛅योग - शोभन शाम 06:38.14 तक तत्पश्चात अतिगण्ड*
*⛅राहु काल-हर जगह का अलग है - शाम 04:58 से 18:29 तक*
*⛅यम घंटा    12:27 - 13:57    अशुभ*
*⛅गुली काल    15:28 - 16:58*
*⛅अभिजित    12:03 - 12:51    शुभ*
*⛅सूर्योदय - 06:25.20*
*⛅सूर्यास्त - 18:28:39*
*⛅ करण    कौलव    10:22:46*
*⛅करण    तैतुल    21:12:49*
*वार    रविवार*
*⛅माह (अमावस्यांत)    भाद्रपद*
 *माह (पूर्णिमांत)    भाद्रपद*
*⛅चन्द्र राशि       धनु    till 19:16:48*
*⛅ चन्द्र राशि    मकर    from 19:16:48*
*⛅सूर्य राशि       कन्या*
*⛅ रितु    शरद*
*⛅आयन    दक्षिणायण*
*⛅ संवत्सर    शोभकृत*
 *⛅ संवत्सर (उत्तर)    पिंगल*
*⛅ विक्रम संवत    2080*
*⛅ गुजराती संवत    2079*
*⛅ शक संवत    1945 शक संवत*
*⛅कलि संवत    5124 कलि संवत*
*⛅दिशा शूल - पश्चिम दिशा में*
*⛅ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 04:54 से 05:41 तक*
*⛅निशिता मुहूर्त - रात्रि 12:08 से 12:56 तक*

       *🌸चोघडिया, दिन🌸*
*उद्वेग    06:25 - 07:56    अशुभ*
*चर    07:56 - 09:26    शुभ*
*लाभ    09:26 - 10:57    शुभ*
*अमृत    10:57 - 12:27    शुभ*
*काल    12:27 - 13:57    अशुभ*
*शुभ    13:57 - 15:28    शुभ*
*रोग    15:28 - 16:58    अशुभ*
*उद्वेग    16:58 - 18:29    अशुभ*
     
   *🌸 चोघडिया,रात में🌸*
*शुभ    18:29 - 19:58    शुभ*
*अमृत    19:58 - 21:28    शुभ*
*चर    21:28 - 22:58    शुभ*
*रोग    22:58 - 24:27 अशुभ*
*काल    24:27 - 25:57    अशुभ*
*लाभ    25:57 - 27:27    शुभ*
*उद्वेग    27:27 - 28:56    अशुभ*
*शुभ    28:56- 30:26    शुभ*
*⛅व्रत पर्व विवरण - श्री रामदेव पीर नवरात्रि समाप्त*
*⛅विशेष -  नवमी को लौकी एवं दशमी को कलम्बी शाक खाना त्याज्य है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*

*🔹त्रिकाल संध्या : (भाग -2)🔹*

*👉 ११] जैसे आत्मज्ञानी महापुरुष का चित्त आकाशवत व्यापक होता है, वैसे ही उत्तम प्रकार से त्रिकाल संध्या और आत्मज्ञान का विचार करनेवाले साधक का चित्त विशाल होंते – होते सर्वव्यापी चिदाकाशमय होने लगता है ।*

*👉 ऐसे महाभाग्यशाली साधक-साधिकाओं के प्राण लोक – लोकांतर में भटकने नहीं जाते । उनके प्राण तो समष्टि प्राण में मिल जाते हैं और वे विदेहमुक्त दशा का अनुभव करते हैं ।*

*👉 १२] जैसे पापी मनुष्य को सर्वत्र अशांति और दुःख ही मिलता है, वैसे ही त्रिकाल संध्या करनेवाले साधक को सर्वत्र शांति, प्रसन्नता, प्रेम तथा आनंद का अनुभव होता है ।*

*👉 १३] जैसे सूर्य को रात्रि की मुलाकात नहीं होती, वैसे ही त्रिकाल संध्या करनेवाले में दुश्चरित्रता टिक नहीं पाती ।*

*👉 १४] जैसे गारुड़ मंत्र से सर्प भाग जाते हैं, वैसे ही गुरुमंत्र से पाप भाग जाते हैं और त्रिकाल संध्या करनेवाले शिष्य के जन्म-जन्मान्तर के कल्मष, पाप – ताप जलकर भस्म हो जाते हैं ।*

*👉 आज के युग में हाथ में जल लेकर सूर्यनारायण को अर्घ्य देने से भी अच्छा साधन मानसिक संध्या करना है । इसलिए जहाँ भी रहें, तीनों समय थोड़े – से जल से आचमन करके त्रिबंध प्राणायाम करते हुए संध्या आरम्भ कर देनी चाहिए तथा प्राणायाम के दौरान अपने इष्टमंत्र, गुरुमंत्र का जप करना चाहिए ।*

*👉 १५] त्रिकाल संध्या व त्रिकाल प्राणायाम करने से थोड़े ही सप्ताह में अंत:करण शुद्ध हो जाता है । प्राणायाम, जप, ध्यान से जिनका अंत:करण शुद्ध हो जाता है उन्हींको ब्रह्मज्ञान का रंग जल्दी लगता है ।*

*🔹 रविवार विशेष🔹*

*🔹 रविवार के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)*

*🔹 रविवार के दिन मसूर की दाल, अदरक और लाल रंग का साग नहीं खाना चाहिए । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, श्रीकृष्ण खंडः 75.90)*

*🔹 रविवार के दिन काँसे के पात्र में भोजन नहीं करना चाहिए । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, श्रीकृष्ण खंडः 75)*

*🔹 रविवार सूर्यदेव का दिन है, इस दिन क्षौर (बाल काटना व दाढ़ी बनवाना) कराने से धन, बुद्धि और धर्म की क्षति होती है ।*

*🔹 रविवार को आँवले का सेवन नहीं करना चाहिए ।*

*🔹 स्कंद पुराण के अनुसार रविवार के दिन बिल्ववृक्ष का पूजन करना चाहिए । इससे ब्रह्महत्या आदि महापाप भी नष्ट हो जाते हैं ।*

*🔹 रविवार के दिन पीपल के पेड़ को स्पर्श करना निषेध है ।*

*🔹 रविवार के दिन तुलसी पत्ता तोड़ना वर्जित है ।*
 〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
🖌🚩 *_””जय श्री महाकाल महाराज की””_* 🚩
○▬▬▬▬▬ஜ۩۞۩ஜ
🕉️📿🔥🌞🚩🔱🚩🔥🌞🔯🔮
*यह पंचांग नागौर (राजस्थान)के सूर्योदय के अनुसार है।*
*अस्वीकरण(Disclaimer)पंचांग, धर्म, ज्योतिष, त्योहार की जानकारी शास्त्रों से ली गई है।राशि रत्न,वास्तु आदि विषयों पर यहाँ प्रकाशित सामग्री केवल आपकी जानकारी के लिए हैं।ज्योतिष एक अत्यंत जटिल विषय है, यहां पूरी सतर्कता के उपरांत भी मानवीय त्रुटि संभव, अतः संबंधित कोई भी कार्य या प्रयोग करने से पहले अपने स्वविवेक के साथ किसी संबद्ध विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लेवें...*
*🌞*दिनेश "प्रेम" शर्मा रमल ज्योतिष आचार्य*🌞*
*संपर्क सूत्र:- मोबाइल.* *8387869068*
 🌞🙏🍀🌻🌹🌸💐🍁🙏

Tags

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.

Below Post Ad