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*🔱॥ॐ श्री गणेशाय नमः॥🔱* *🚩मोर मुकुट बंशीवाले की जय* *🕉नमो नित्यं केशवाय च शम्भवे,हनुमते च दुर्गायै सरस्वत्यै नमोनमः।।*🕉🌸*
*🌸ॐ गजाननं भूंतागणाधि सेवितम्,,*
*🌸कपित्थजम्बू फलचारु भक्षणम्।*
*उमासुतम् शोक विनाश कारकम्,*
*नमामि विघ्नेश्वर पादपंकजम्,*
*🌞~मगलवार का पंचांग ~🌞*
*⛅दिनांक -19 सितम्बर 2023*
*⛅दिन - मंगलवार*
*⛅विक्रम संवत् - 2080*
*⛅शक संवत् - 1945*
*⛅अयन - दक्षिणायन*
*⛅ऋतु - शरद*
*⛅मास - भाद्रपद*
*⛅पक्ष - शुक्ल*
*⛅तिथि - चतुर्थी दोपहर 01:42.35 तक तत्पश्चात पंचमी*
*⛅नक्षत्र - स्वाती दोपहर 01:47.04 तक तत्पश्चात विशाखा*
*⛅योग - वैधृति* *20 सितम्बर प्रातः* *03:56.11 तक तत्पश्चात*
*विष्कम्भ*
*⛅राहु काल -हर जगह का अलग है - दोपहर 03:32 से 05:03 तक*
*⛅सूर्योदय - 06:23.08*
*⛅सूर्यास्त - 06:34.36*
*⛅दिन काल 12:11:18*
*⛅रात्री काल 11:49:08*
*⛅चंद्रोदय* *09:56:50*
*⛅चंद्रास्त 21:00:31*
*⛅लग्न कन्या 1°40' , 151°40'*
*⛅ सूर्य नक्षत्र उत्तर फाल्गुनी*
*⛅चन्द्र नक्षत्र स्वाति*
*🌸चोघडिया, दिन🌸*
*रोग 06:23 - 07:55 अशुभ*
*उद्वेग 07:55 - 09:26 अशुभ*
*चर 09:26 - 10:57 शुभ*
*लाभ 10:57 - 12:29 शुभ*
*अमृत 12:29 - 14:00 शुभ*
*काल 14:00 - 15:32 अशुभ*
*शुभ 15:32 - 17:03 शुभ*
*रोग 17:03 - 18:34 अशुभ*
*🌸चोघडिया, रात🌸*
*काल 18:34 - 20:03 अशुभ*
*लाभ 20:03 - 21:32 शुभ*
*उद्वेग 21:32 - 23:00 अशुभ*
*शुभ 23:00 - 24:29 शुभ*
*अमृत 24:29 - 25:58 शुभ*
*चर 25:58 - 27:26 शुभ*
*रोग 27:26 - 28:55 अशुभ*
*काल 28:55 - 30:24 अशुभ*
*⛅दिशा शूल - उत्तर दिशा में*
*⛅ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 04:53 से 05:40 तक*
*⛅निशिता मुहूर्त - रात्रि 12:10 से 12:57 तक*
*⛅व्रत पर्व विवरण - गणेश चतुर्थी, शिवा चतुर्थी, मंगलवारी चतुर्थी*
*⛅विशेष - चतुर्थी को मूली खाने से धन का नाश होता है । पंचमी को बेल खाने से कलंक लगता है ।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
*🌹मंगलवारी चतुर्थी - 19 सितम्बर 2023🌹*
*🔸 पुण्यकाल : सूर्योदय से दोपहर 01:43 तक*
*🌹जैसे सूर्य ग्रहण को दस लाख गुना फल होता है, वैसे ही मंगलवारी चतुर्थी को होता है । बहुत मुश्किल से ऐसा योग आता है । मत्स्य पुराण, नारद पुराण आदि शास्त्र में इसकी भारी महिमा है ।*
*🌹इस दिन अगर कोई जप, दान, ध्यान, संयम करता है तो वह दस लाख गुना प्रभावशाली होता है, ऐसा वेदव्यास जी ने कहा है ।*
🔹 *कर्जे से छुटकारा के लिए*🔹
*🔹मंगलवार चतुर्थी को सब काम छोड़ कर जप-ध्यान करना । जप, ध्यान, तप सूर्य-ग्रहण जितना फलदायी है । बिना नमक का भोजन करें, मंगल देव का मानसिक आह्वान करें । चन्द्रमा में गणपति की भावना करके अर्घ्य दें । कितना भी कर्जदार हो... काम धंधे से बेरोजगार हो... रोजी रोटी तो मिलेगी और कर्जे से छुटकारा मिलेगा ।*
*🌹विघ्न निवारण हेतु*🌹
*🌹गणेश चतुर्थी के दिन 'ॐ गं गणपतये नमः ।' का जप करने और गुड़मिश्रित जल से गणेशजी को स्नान कराने एवं दूर्वा व सिंदूर की आहुति देने से विघ्नों का निवारण होता है तथा मेधाशक्ति बढ़ती है ।*
*🌹गणेश चतुर्थी : 19 सितम्बर 2023🌹*
*👉🏻 गणेश चतुर्थी का व्रत एवं पूजन 19 सितम्बर 2023 को है । ‘इस दिन स्नान, दान, जप और उपवास करने से 100 गुना फल होता है ।’ (भविष्यपुराण)*
*👉🏻 भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी (कलंकी चौथ) को चन्द्रदर्शन करने से मिथ्या दोष लगता है । इस वर्ष दिनांक 18 सितम्बर और 19 सितम्बर - दो दिन चन्द्रदर्शन न करें ।*
*18 सितम्बर - चन्द्रदर्शन निषिद्ध (चन्द्रोस्त - रात्रि 08:40)*
*19 सितम्बर - चन्द्रदर्शन निषिद्ध (चन्द्रोस्त - रात्रि 09:18)*
🌹 *भूलवश चन्द्रदर्शन हो जाये तो उसका प्रभाव कम करने के लिये -*
*👉🏻 इस मंत्र का 21, 51 या 108 बार जप करके पवित्र किया हुआ जल पीयें ।*
*मंत्र:-*
*सिंहः प्रसेनमवधीत् सिंहो जाम्बवता हतः ।*
*सुकुमारक मा रोदीस्तव ह्येष स्यमन्तकः ।।*
*अर्थ – 'सुंदर सलोने कुमार ! इस मणि के लिये सिंह ने प्रसेन को मारा है और जाम्बवान् ने उस सिंह का संहार किया है; अतः तुम रोओ मत । अब इस स्यमन्तक मणि पर तुम्हारा ही अधिकार है ।'*
*(ब्रह्मवैवर्तपुराण)*
👉🏻 *‘श्रीमद् भागवत’ के 10वें स्कंध के 56-57वें अध्याय में दी गयी ‘स्यमंतक मणि की चोरी’ की कथा का आदरपूर्वक पठन-श्रवण करना चाहिए ।*
👉🏻 *भाद्रपद शुक्ल तृतीया या पंचमी के चन्द्रमा का दर्शन करना चाहिए ।*
*🌹शिवा चतुर्थी - 19 सितम्बर 2023🌹*
*🌹भविष्य पुराण के अनुसार भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी का नाम ‘शिवा’ है । इस दिन किये गये स्नान, दान, उपवास, जप आदि सत्कर्म 100 गुना हो जाते हैं ।*
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🖌🚩 *_””जय श्री महाकाल महाराज की””_* 🚩
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*यह पंचांग नागौर (राजस्थान)के सूर्योदय के अनुसार है।*
*अस्वीकरण(Disclaimer)पंचांग, धर्म, ज्योतिष, त्योहार की जानकारी शास्त्रों से ली गई है।राशि रत्न,वास्तु आदि विषयों पर यहाँ प्रकाशित सामग्री केवल आपकी जानकारी के लिए हैं।ज्योतिष एक अत्यंत जटिल विषय है, यहां पूरी सतर्कता के उपरांत भी मानवीय त्रुटि संभव, अतः संबंधित कोई भी कार्य या प्रयोग करने से पहले अपने स्वविवेक के साथ किसी संबद्ध विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लेवें...*
*🌞*दिनेश "प्रेम" शर्मा रमल ज्योतिष आचार्य*🌞*
*संपर्क सूत्र:- मोबाइल.* *8387869068*
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