*जिला कलक्टर डॉ. यादव ने किशोर गृह, शिशु गृह व बाल कल्याण समिति का किया निरीक्षण, दिए आवश्यक दिशा निर्देश*
नागौर, 06 सितंबर। जिला कलक्टर डॉ. अमित यादव ने बुधवार को राजकीय किशोर गृह, राजकीय शिशु गृह, सम्प्रेषण गृह एवं बाल कल्याण समिति कार्यालय का निरीक्षण किया। इस दौरान जिला कलक्टर ने निरीक्षण कर गृह की व्यवस्थाओं को देखा तथा आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इस दौरान बाल कल्याण समिति अध्यक्ष डॉ. मनोज सोनी, सहायक निदेशक बाल अधिकरिता विभाग सुरेंद्र पुनियां, समिति सदस्य निधि हेड़ा, गोपालराम, रामलाल कुँवाड, केयर टेकर नरेंद्र सिंह शेखावत, बाल संरक्षण अधिकारी डॉ. लक्ष्मणराम माली, मुकेश धोलिया, पूजा बेनीवाल, सुमन, माया सहित स्थानीय स्टाफ मौजूद रहा। इस अवसर पर जिला कलक्टर डॉ. यादव ने गृह में आवासित बच्चों को लेकर जानकारी प्राप्त की तथा वहां मौजूद सहायक निदेशक बाल आधिकारिता विभाग एवं बाल कल्याण समिति व स्थानीय स्टाफ को दिशा निर्देश दिए।
*बाल कल्याण समिति के मामलो की समीक्षा की*
जिला कलक्टर ने बाल गृह निरीक्षण के साथ ही बाल कल्याण समिति कार्यालय एवं समिति में लंबित मामलों को लेकर समीक्षा भी की। इस दौरान उन्होंने समिति कार्यालय पंहुचकर बाल कल्याण समिति अध्यक्ष डॉ. मनोज सोनी से देखरेख एवं विशेष श्रेणी के बालक बालिकाओ के मामलों के बारे में प्रगति रिपोर्ट जानी। समिति अध्यक्ष एवं सदस्यों के साथ समीक्षा करते हुए जिला कलक्टर ने जरूरतमंद बालकों तक अविलंब पंहुच बनाएं जाने एवं पुनर्वास करने के लिए समिति को निर्देश दिए, ताकि उनका तत्काल पुनर्वास हो सके। इस दौरान उन्होंने बाल श्रम रोकथाम, बाल अधिकार जागरूकता, स्ट्रीट चिल्ड्रन श्रेणी के बच्चों को लेकर विशेष निर्देश दिए।
*बच्चों के साथ जिला कलक्टर ने किया संवाद*
जिला कलक्टर डॉ. यादव ने राजकीय सम्प्रेषण गृह में आवासित विधि विरुद्ध बच्चों के साथ संवाद भी किया तथा उनसे रूबरू होते हुए उनको करियर, शिक्षा, प्रगति सहित अनेक प्रकार की रचनात्मक जानकारी प्रदान की। सम्प्रेषण गृह में आवासित विधि विरुद्ध बच्चों की दिनचर्या को लेकर भी जानकारी प्राप्त की। इस दौरान सहायक निदेशक सुरेंद्र पुनिया ने इन बच्चों के कौशल एवं विकास कार्यों को लेकर किए जा रहे प्रयास के बारे में जिला कलक्टर को अवगत कराया। इसके साथ ही जिला कलक्टर ने बाल गृह, समिति एवं समस्त स्टाफ को लेकर उनके कार्य-कलापो के बारे में भी प्रगति रिपोर्ट जानी तथा बच्चों के संबंध में प्रभावी कार्य किए जाने के निर्देश दिए।