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*🌞*श्री गणेशाय नमः*🌞*
*🌞*श्री मोर मुकुट बंशीवाले नगर सेठ की जय ~🌞*
*⛅दिनांक - 25 अगस्त 2023*
*⛅दिन - शुक्रवार*
*⛅तिथि* - *अष्टमी 25* *अगस्त*
*नागौर* *राजस्थान,(भारत)*
*✴️ नवमी, शुक्ल पक्ष, श्रावण*
*✴️तिथि नवमी 26:01:58*
*⛅विक्रम संवत् - 2080*
*⛅शक संवत् - 1945*
*⛅काली सम्वत् 5124*
*⛅अयन - दक्षिणायन*
*⛅ऋतु - शरद*
*⛅मास - श्रावण*
*✴️🌓 पक्ष शुक्ल*
*✴️नक्षत्र अनुराधा 09:13:12*
*✴️योग वैधृति 18:48:59*
*✴️करण बालव 14:41:58*
*✴️करण कौलव 26:01:58*
*✴️वार शुक्रवार*
*✴️माह (अमावस्यांत) श्रावण*
*✴️माह (पूर्णिमांत) श्रावण*
*✴️चन्द्र राशि वृश्चिक*
*✴️सूर्य राशि सिंह*
*✴️रितु शरद*
*✴️आयन दक्षिणायण*
*✴️संवत्सर शोभकृत*
*✴️संवत्सर (उत्तर) पिंगल*
*✴️विक्रम संवत 2080*
*✴️गुजराती संवत 2079*
*✴️शक संवत 1945 शक संवत*
*✴️सौर प्रविष्टे 9, भाद्रपद*
*✴️नागौर राजस्थान,(भारत)*
*✴️सूर्योदय 06:11:55*
*✴️सूर्यास्त 19:02:04*
*✴️दिन काल 12:50:09*
*✴️रात्री काल 11:10:18*
*✴️चंद्रोदय 14:06:56*
*✴️चंद्रास्त 24:31:51*
*✴️सूर्योदय ✴️*
*✴️लग्न सिंह 7°25' , 127°25'*
*✴️सूर्य नक्षत्र* *मघा*
*✴️चन्द्र नक्षत्र अनुराधा*
*✴️पद, चरण✴️*
*4 ने अनुराधा 09:13:12*
*1 नो ज्येष्ठा 15:08:26*
*2 या ज्येष्ठा 21:00:42*
*3 यी ज्येष्ठा 26:50:03*
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*🌞 लग्न सूर्योदय🌞*
*सिंह 7°25' , 127°25'*
🌞 मुहूर्त 🌞
*✴️ राहू काल 11:01-12:37 अशुभ*
*✴️ यम घंटा 15:50-17:26 अशुभ*
*✴️ गुली काल 07:48- 09:24*
*✴️ अभिजित 12:11-13:03 शुभ*
*✴️ दिन काल 12:50:09*
*✴️ रात्री काल 11:10:18*
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*⭐चोघडिया, दिन ⭐*
*चर 06:12 - 07:48 शुभ*
*लाभ 07:48 - 09:24 शुभ*
*अमृत 09:24 - 11:01 शुभ*
*काल 11:01 - 12:37 अशुभ*
*शुभ 12:37 - 14:13 शुभ*
*रोग 14:13 - 15:50 अशुभ*
*उद्वेग 15:50 - 17:26 अशुभ*
*चर 17:26 - 19:02 शुभ*
*⭐चोघडिया, रात⭐*
*रोग 19:02 - 20:26 अशुभ*
*काल 20:26 - 21:50 अशुभ*
*लाभ 21:50 - 23:13 शुभ*
*उद्वेग 23:13 - 24:37 अशुभ*
*शुभ 24:37 - 26:01 शुभ*
*अमृत 26:01 - 27:25 शुभ*
*चर 27:25 - 28:49 शुभ*
*रोग 28:49 - 30:12 अशुभ*
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*⭐*सप्ताह का हर दिन अलग-अलग देवी-देवता को समर्पित है। ऐसे ही शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी की पूजा का विधान है। इस दिन धन की देवी की उपासना करने से पैसों से जुड़ी हर दिक्कत दूर हो जाती है। साथ माता लक्ष्मी की कृपा से सभी काम अच्छे से पूरे हो जाते हैं। वहीं शुक्रवार के दिन कुछ विशेष उपायों को करने से घर में सदैव सुख-समृद्धि बनी रहती है। तो अगर आप अलग-अलग समस्याओं से जूझ रहे हैं तो शुक्रवार के दिन इन उपायों को जरूर आजमाएं।_*
🪐 *_शुक्रवार के दिन जरूर करें ये उपाय_*
*⭐_अगर आप अपने जीवन में सुख बनाये रखना चाहते हैं, तो इसके लिए शुक्रवार के दिन बाजार से मां लक्ष्मी की कमल के फूल पर बैठी हुई एक तस्वीर लाएं और अपने मंदिर में स्थापित करें। इसके बाद देवी मां को सबसे पहले पुष्प अर्पित करें। फिर धूप-दीप आदि से उनकी पूजा करें।_*
👉🏽 *_अगर आप अपने सौभाग्य में बढ़ोतरी करना चाहते हैं तो इसके लिए शुक्रवार के दिन एक रुपये का सिक्का लें और उसे अपने मंदिर में मां लक्ष्मी के आगे रख दें। अब सबसे पहले मां लक्ष्मी की उचित प्रकार से पूजा-अर्चना करें। फिर उस सिक्के की भी उसी प्रकार से पूजा करें और शुक्रवार पूरे दिन उसे मंदिर में ही रखा रहने दें। अगले दिन उस सिक्के को उठाकर एक लाल कपड़े में बांधकर अपने पास रख लें।_*
*⭐ *_अगर आप अपना स्वास्थ्य अच्छा बनाये रखना चाहते हैं तो उसके लिए शुक्रवार के दिन आपको देवी लक्ष्मी के मंदिर में शंख चढ़ाना चाहिए । साथ ही देवी मां को घी और मखाने का भोग लगाना चाहिए और उनके आगे हाथ जोड़कर अपने अच्छे स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना करनी चाहिए।_*
👉🏽 *_अगर आप अपनी धन-सम्पदा में बढ़ोतरी करना चाहते हैं तो इसके लिए शुक्रवार के दिन एक छोटा-सा मिट्टी का कलश लें और उसे चावल से भर दें। चावल के ऊपर एक रूपये का सिक्का और एक हल्दी की गांठ रखें। अब उस पर ढक्कन लगाकर, मां लक्ष्मी का आशीर्वाद लेकर उसे किसी मंदिर के पुजारी को दान कर दें।_*
*⭐ *_अगर आप किसी महत्वपूर्ण डील के लिए शुक्रवार के दिन कहीं बाहर जा रहे हैं और आप उसमें अपनी सफलता सुनिश्चित करना चाहते हैं तो उसके लिए शुक्रवार के दिन आपको घर से बाहर जाते समय पहले लक्ष्मी मां को प्रणाम करना चाहिए, उनका आशीर्वाद लेना चाहिए । उसके बाद थोड़ा-सा दही-चीनी खाकर, पानी पीकर घर के बाहर जाना चाहिए।_*
👉🏽 *_अगर आप अपने बिजनेस में आर्थिक रूप से लाभ पाना चाहते हैं, अपने बिजनेस को बहुत आगे तक ले जाना चाहते हैं तो शुक्रवार के दिन आपको स्नान आदि के बाद साफ कपड़े पहनकर, आसन पर बैठकर मां लक्ष्मी के मंत्र का जाप करना चाहि । मंत्र इस प्रकार है- ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नमः। शुक्रवार के दिन आपको इस मंत्र का कम से कम 11 बार जाप करना चाहिए।_*
*⭐ *_अगर आपके बच्चों की तरक्की में आर्थिक रूप से किसी प्रकार की बाधा आ रही है और आपको किसी प्रकार की मदद नहीं मिल पा रही है तो शुक्रवार के दिन हो सके तो 11 कन्याओं को घर बुलाकर खाना खिलाना चाहिए। अगर 11 को न खिला सकें तो 9 कन्याओं को खिलाना चाहिए। नहीं तो 7 कन्याओं को खिलाएं, नहीं तो 5 कन्याओं को खिलाएं। अगर वो भी न हो सके तो किसी एक कन्या को खाना खिलाएं। देखिये ये आपकी श्रद्धा पर निर्भर करता है कि आप कितनी कन्याओं को भोजन कराते हैं। भोजन कराने के बाद कन्या के पैर छूकर आशीर्वाद लेना न भूलें।_*
👉🏽 *_अगर आप अपने जीवन में खुशियों का संचार करना चाहते हैं, तो उसके लिए शुक्रवार के दिन आपको स्नान आदि के बाद, साफ कपड़े पहनकर सबसे पहले देवी मां के आगे हाथ जोड़कर प्रणाम करना चाहिए। फिर दाहिने हाथ में फूल लेकर देवी मां के आगे रखें और उन्हीं फूलों के ऊपर एक मिट्टी के दीपक में घी डालकर, रूई की बाती लगाकर ज्योत जलाएं। साथ ही देवी मां को लाल चुनरी चढ़ाएं।_*
*⭐_अगर आप चाहते हैं कि आपके जीवनसाथी की खूब तरक्की हो, उनकी सैलरी में बढ़ोतरी हो जाए तो इसके लिए शुक्रवार के दिन आपको स्नान आदि के बाद देवी लक्ष्मी के इस मंत्र का जाप करना चाहिए। मंत्र इस प्रकार है- श्रीं ह्रीं श्रीं’ शुक्रवार के दिन आपको इस मंत्र का कम से कम एक माला, यानि 108 बार जाप करना चाहिए।_*
👉🏽 *_अगर आप जीवन में अपने आपको एक बेहतर पॉजिशन पर स्टैंड कराना चाहते हैं तो इसके लिए शुक्रवार के दिन देवी लक्ष्मी को केसर का तिलक लगाएं। साथ ही दूध-चावल की खीर बनाकर, उससे देवी मां को भोग लगाएं। बाद में प्रसाद के रूप में खीर को छोटे बच्चों में बांट दें और स्वयं भी थोड़ा-सा प्रसाद खा लें।_*
*⭐_अगर आप चाहते हैं कि आपके घर की तिजोरियां हमेशा धन से भरी रहें और आपके ऊपर मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहे, तो इसके लिए शुक्रवार के दिन आपको स्नान आदि के बाद एक कटोरी में थोड़ी-सी हल्दी लेनी चाहिए और उसे पानी की सहायता से घोलना चाहिए। अब इस हल्दी से अपने घर के बाहर मेन गेट के दोनों तरफ पहले जमीन पर छोटे-छोटे पैर के चिन्ह बनाएं। फिर गेट के दोनों तरफ दीवार पर एक-एक स्वास्तिक का चिन्ह बनाएं और देवी लक्ष्मी का ध्यान करें।_*
👉🏽 *_अगर आप अपने परिवार के सदस्यों की सुख-समृद्ध बरकरार रखना चाहते हैं तो शुक्रवार के दिन आपको मिट्टी की लक्ष्मी-गणेश जी की मूर्ति लेनी चाहिए और उन्हें अपने घर के ईशान कोण में, यानि उत्तर-पूर्व दिशा के कोने में एक लकड़ी की चौकी पर, किसी बर्तन में स्थापित करना चाहिए।फिर उन्हें दूध से स्नान करना चाहिए। इसके बाद शुद्ध जल से स्नान कराना चाहिए। फिर उन मूर्तियों को बर्तन में से निकालकर, कपड़े से पोंछकर अपने मंदिर में स्थापित करें और बर्तन में पड़े पानी और दूध को पूरे घर में छिड़क दें। इसके बाद देवी मां के आगे घी का दीपक जलाएं और हाथ जोड़कर प्रणाम करें।_*
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🖌🚩 *_””जय श्री महाकाल महाराज की””_* 🚩
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*यह पंचांग नागौर (राजस्थान)के सूर्योदय के अनुसार है।*
*अस्वीकरण(Disclaimer)पंचांग, धर्म, ज्योतिष,राशि रत्न,वास्तु आदि विषयों पर यहाँ प्रकाशित सामग्री केवल आपकी जानकारी के लिए हैं।ज्योतिष एक अत्यंत जटिल विषय है, यहां पूरी सतर्कता के उपरांत भी मानवीय त्रुटि संभव, अतः संबंधित कोई भी कार्य या प्रयोग करने से पहले अपने स्वविवेक के साथ किसी संबद्ध विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लेवें...*
*दिनेश "प्रेम" शर्मा रमल ज्योतिष आचार्य*
*संपर्क सूत्र:- मोबाइल.* *8387869068*