🚩🔱🕉️🔯📿🔥🌞🚩🔱
*🌞*श्री गणेशाय नमः*🌞*
*🌞*श्री मोर मुकुट बंशीवाले नगर सेठ की जय हो, नागौर(राज.)*
🧾 *_आज का पंचाग_* 🧾
*🔥नागौर, India🔥*.
*⛅नागौर, इंडिया
12-08-2023
*⛅ एकादशी, कृष्ण पक्ष, अधिक श्रावण
*⛅ तिथि एकादशी 06:30:48
*⛅ पक्ष कृष्ण
*⛅ नक्षत्र आद्रा 32:25:18*
*⛅ योग हर्शण 15:20:56
*⛅करण बालव 06:30:48
*⛅ करण कौलव 19:22:30
*⛅ वार शनिवार
*⛅ माह (अमावस्यांत)
*⛅माह (पूर्णिमांत)
*⛅चन्द्र राशि मिथुन
*⛅सूर्य राशि कर्क
*⛅रितु वर्षा
*⛅ आयन दक्षिणायण
*⛅संवत्सर शोभकृत
*⛅संवत्सर (उत्तर) पिंगल
*⛅विक्रम संवत 2080
*⛅ गुजराती संवत 2079
*⛅ शक संवत 1945
*⛅ सौर प्रविष्टे 27, श्रावण
*⛅नागौर, India
*⛅ सूर्योदय 06:05:39
*⛅ सूर्यास्त 19:14:17
*⛅ दिन काल 13:08:38
*⛅ रात्री काल 10:51:51
*⛅चंद्रास्त 16:44:12
*⛅चंद्रोदय 26:59:40*
*⛅दिशा शूल - पूर्व दिशा में*
*⛅ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 04:47 से 05:31 तक*
*⛅निशिता मुहूर्त - रात्रि 12:23 से 01:07 तक*
*⛅व्रत पर्व विवरण - परमा एकादशी*
*🔥सूर्योदय🔥*
*⛅लग्न कर्क 24°54' , 114°54'
*⛅ सूर्य नक्षत्र आश्लेषा
*⛅ चन्द्र नक्षत्र आद्रा
*⛅ पद, चरण*
1 कु आद्रा 12:35:25
2 घ आद्रा 19:10:52
3 ङ आद्रा 25:47:32*
*🔥लग्न सूर्योदय🔥*
*⛅ कर्क 24°54' , 114°54'
*🔥 मुहूर्त 🔥*
*⛅राहू काल 09:23 - 11:01 अशुभ
*⛅यम घंटा 14:19 - 15:57 अशुभ
*⛅गुली काल 06:06 - 07:44
*⛅अभिजित 12:14 - 13:06 शुभ
दूर मुहूर्त 07:51 - 08:43 अशुभ
वर्ज्यम 15:13 - 16:59 अशुभ
*🔥 चोघडिया, दिन🔥*
काल 06:06 - 07:44 अशुभ
शुभ 07:44 - 09:23 शुभ
रोग 09:23 - 11:01 अशुभ
उद्वेग 11:01 - 12:40 अशुभ
चर 12:40 - 14:19 शुभ
लाभ 14:19 - 15:57 शुभ
अमृत 15:57 - 17:36 शुभ
काल 17:36 - 19:14 अशुभ
*🔥 चोघडिया, रात🔥*
लाभ 19:14 - 20:36 शुभ
उद्वेग 20:36 - 21:57 अशुभ
शुभ 21:57 - 23:19 शुभ
अमृत 23:19 - 24:40* शुभ
चर 24:40* - 26:02* शुभ
रोग 26:02* - 27:23* अशुभ
काल 27:23* - 28:45* अशुभ
लाभ 28:45* - 30:06* शुभ
💎 *_Զเधे👣Զเधे _* 💎
*_❀⇝┈┉╣☆❁☆❁☆❁☆❁☆❁╠┉┈⇜❀_*
*⛅विशेष - द्वादशी को पूतिका (पोई) खाने से पुत्र का नाश होता है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
*एकादशी व्रत के दिन चावल खाना वर्जित है ।*
*🌹परमा (कामदा) एकादशी - 12 अगस्त 2023🌹*
*🔹एकादशी में क्या करें, क्या न करें ?🔹*
*🌹1. एकादशी को लकड़ी का दातुन तथा पेस्ट का उपयोग न करें । नींबू, जामुन या आम के पत्ते लेकर चबा लें और उँगली से कंठ शुद्ध कर लें । वृक्ष से पत्ता तोड़ना भी वर्जित है, अत: स्वयं गिरे हुए पत्ते का सेवन करें ।*
*🌹2. स्नानादि कर के गीता पाठ करें, श्री विष्णुसहस्रनाम का पाठ करें ।*
*🌹हर एकादशी को श्री विष्णुसहस्रनाम का पाठ करने से घर में सुख-शांति बनी रहती है ।*
*राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे ।*
*सहस्रनाम तत्तुल्यं रामनाम वरानने ।।*
*एकादशी के दिन इस मंत्र के पाठ से श्री विष्णुसहस्रनाम के जप के समान पुण्य प्राप्त होता है l*
*🌹3. `ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’ इस द्वादश अक्षर मंत्र अथवा गुरुमंत्र का जप करना चाहिए ।*
*🌹4. चोर, पाखण्डी और दुराचारी मनुष्य से बात नहीं करना चाहिए, यथा संभव मौन रहें ।*
*🌹5. एकादशी के दिन भूल कर भी चावल नहीं खाना चाहिए न ही किसी को खिलाना चाहिए । इस दिन फलाहार अथवा घर में निकाला हुआ फल का रस अथवा दूध या जल पर रहना लाभदायक है ।*
*🌹6. व्रत के (दशमी, एकादशी और द्वादशी) - इन तीन दिनों में काँसे के बर्तन, मांस, प्याज, लहसुन, मसूर, उड़द, चने, कोदो (एक प्रकार का धान), शाक, शहद, तेल और अत्यम्बुपान (अधिक जल का सेवन) - इनका सेवन न करें ।*
*🌹7. फलाहारी को गोभी, गाजर, शलजम, पालक, कुलफा का साग इत्यादि सेवन नहीं करना चाहिए । आम, अंगूर, केला, बादाम, पिस्ता इत्यादि अमृत फलों का सेवन करना चाहिए ।*
*🌹8. जुआ, निद्रा, पान, परायी निन्दा, चुगली, चोरी, हिंसा, मैथुन, क्रोध तथा झूठ, कपटादि अन्य कुकर्मों से नितान्त दूर रहना चाहिए ।*
*🌹9. भूलवश किसी निन्दक से बात हो जाय तो इस दोष को दूर करने के लिए भगवान सूर्य के दर्शन तथा धूप-दीप से श्रीहरि की पूजा कर क्षमा माँग लेनी चाहिए ।*
*🌹10. एकादशी के दिन घर में झाडू नहीं लगायें । इससे चींटी आदि सूक्ष्म जीवों की मृत्यु का भय रहता है ।*
*🌹11. इस दिन बाल नहीं कटायें ।*
*🌹12. इस दिन यथाशक्ति अन्नदान करें किन्तु स्वयं किसीका दिया हुआ अन्न कदापि ग्रहण न करें ।*
*🌹13. एकादशी की रात में भगवान विष्णु के आगे जागरण करना चाहिए (जागरण रात्र 1 बजे तक) ।*
*🌹14. जो श्रीहरि के समीप जागरण करते समय रात में दीपक जलाता है, उसका पुण्य सौ कल्पों में भी नष्ट नहीं होता है ।*
*🔹 इस विधि से व्रत करनेवाला उत्तम फल को प्राप्त करता है ।*
*🔹आर्थिक कष्ट निवारण हेतु🔹*
*🔹एक लोटे में जल, दूध, गुड़ और काले तिल मिलाकर हर शनिवार को पीपल के मूल में चढ़ाने तथा ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय' मंत्र जपते हुए पीपल की ७ बार परिक्रमा करने से आर्थिक कष्ट दूर होता है ।*
*📖
🤷🏻♀️ *_वहीं आज शनिवार का दिन है, हिंदू धर्म में शनिवार का दिन न्याय के देवता शनि देव को समर्पित किया गया है। कहा जाता है कि अगर शनिदेव किसी से खुश होते हैं, तो उसके ऊपर अपनी सारी कृपा बरसाते हैं, और अगर कोई गलत काम करता है, तो उसे बिल्कुल भी नहीं छोड़ते। ऐसे में शनिवार के दिन कुछ खास उपाय करके आप शनिदेव को प्रसन्न कर सकते हैं। तो चलिए आचार्य श्री गोपी राम से जानते हैं इन उपायों के बारे में।_*
◼️ *_अगर आपको अनजाने में हुई किसी गलती का हमेशा अफसोस रहता है उसी को सोचते रहते हैं तो उससे छुटकारा पाने के लिए इस दिन स्नान आदि के वक्त अपने नहाने के पानी में चार बूंद आंवले का रस मिलाएं। अब उस आंवले के रस मिले हुए पानी से स्वयं स्नान करें और स्नान के वक्त भगवान विष्णु का ध्यान करें। ऐसा करने से अनजाने में हुई गलती के पश्चताप से आपको छुटकारा मिलेगा।_*
◼️ *_अगर आप अपने जीवन में खुशहाली लाना चाहते हैं तो उसके लिए इस दिन स्नान आदि के बाद एक बर्तन में थोड़ा दूध लें। उस दूध में एक-दो रेशे केसर के भी डाल दें। अब उस दूध से भगवान विष्णु को भोग लगाएं। इस प्रकार भगवान को भोग लगाने के बाद उस केसर मिश्रित दूध को 10 मिनट के लिए वहीं रखा रहने दें। 10 मिनट बाद उस दूध को वहां से उठा लें और परिवार के सब सदस्यों को थोड़ा-थोड़ा दूध प्रसाद के रूप में पीने के लिए दें। ऐसा करने से आपके जीवन में खुशहाली ही खुशहाली आएंगी।_*
◼️ *_अगर आप आर्थिक तंगी से परेशान हैं तो इस दिन थोड़े-से पीली सरसों के दाने लें और उन्हें भगवान विष्णु के सामने रखें। अब भगवान के नारायण मंत्र का जाप करें। मंत्र इस प्रकार है- ‘ऊँ नमो भगवते नारायणाय।' इस प्रकार 5 बार मंत्र जप के बाद उन सरसों के दानों को वहां से उठा लें और अपने सिर के ऊपर से सात बार उतारें। उतारने के बाद घर के दक्षिण कोने में उन सरसों के दानों को कपूर की सहायता से जला दें। ऐसा करने से आपकी आर्थिक तंगी से जुड़ी परेशानी जल्द ही दूर होगी।_*
◼️ *_अगर आप अपने कामों की सफलता सुनिश्चित करना चाहते हैं तो इस दिन गीता का पाठ अवश्य करें। चाहें आप इस दिन एक ही अध्याय का पाठ करें, लेकिन करें जरूर, लेकिन अगर आप पाठ नहीं कर सकते तो इस दिन गीता की एक प्रति घर में लाकर जरूर रखें और उसे प्रणाम करें। ऐसा करने से आपके कामों की सफलता सुनिश्चित होगी।_*
◼️ *_अगर आपका कोई ऐसा काम है, जिसे आप जल्द से जल्द पूरा करना चाहते हैं तो उसे पूरा करने के लिए इस दिन आपको स्नान आदि के बाद साफ कपड़े पहनकर लक्ष्मी-नारायण के मंदिर में जाना चाहिए और भगवान को कटे हुए गोले के टुकड़े और मिश्री का प्रसाद अर्पित करना चाहिए। साथ ही अपने काम के जल्द से जल्द पूरा होने की प्रार्थना करनी चाहिए। ऐसा करने से आपका जो भी काम है, वो जल्द ही पूरा हो जाएगा।_*
◼️ *_अगर आप अपने घर की सुख-समृद्धि बनाए रखना चाहते हैं तो इस दिन आपको स्नान आदि के बाद थोड़ी-सी रोली लेनी चाहिए और उसमें दो-चार बूंद घी डालना चाहिए। अब घी और रोली को अच्छे से मिला लें। इसके बाद इस रोली से अपने घर के मन्दिर के बायीं और दायीं दोनों तरफ स्वास्तिक का चिन्ह बनाएं। ऐसा करने से आपके घर की सुख-समृद्धि बनी रहेगी।_*
🪔🌹🪔✺═══✺☜*
🖌🚩 *_””जय श्री महाकाल महाराज की””_* 🚩
○▬▬▬▬▬ஜ۩۞۩ஜ
🕉️📿🔥🌞🚩🔱🚩🔥🌞🔯
*यह पंचांग नागौर (राजस्थान)के सूर्योदय के अनुसार है।*
*अस्वीकरण(Disclaimer)पंचांग, धर्म, ज्योतिष,राशि रत्न,वास्तु आदि विषयों पर यहाँ प्रकाशित सामग्री केवल आपकी जानकारी के लिए हैं।ज्योतिष एक अत्यंत जटिल विषय है, यहां पूरी सतर्कता के उपरांत भी मानवीय त्रुटि संभव, अतः संबंधित कोई भी कार्य या प्रयोग करने से पहले अपने स्वविवेक के साथ किसी संबद्ध विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लेवें...*
*दिनेश "प्रेम" शर्मा रमल ज्योतिष आचार्य*
*संपर्क सूत्र:- मोबाइल.* *8387869068*