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पंचांग 09-08-2023

 🚩🔱🕉️🔯📿🔥🌞🚩🔱
  *🌞*श्री गणेशाय नमः*🌞*
   *🌞*श्री मोर मुकुट बंशीवाले    नगर सेठ की जय हो, नागौर(राज.)*
       
    

jyotish

🧾 *_आज का पंचाग_* 🧾
           *🔥नागौर, India🔥*.              *⛅दिनांक - 09 अगस्त 2023*
✴️ *वार     बुधवार.⛅*
✴️*    नागौर, India
✴️ नवमी, कृष्ण पक्ष, अधिक श्रावण
✴️तिथि    नवमी    28:10:34*
✴️ पक्ष    कृष्ण
☀️-कलियुग संवत्.......5125
☀️-विक्रम संवत.... 2080
☀️-शक संवत..........1945
☀️-संवत्सर............. श्री पिंगल
☀️ अयन......... दक्षिणायण
☀️गोल................... उत्तर
☀️ऋतु..................... वर्षा
☀️मास............ द्वितीय श्रावण (पुरुषोत्तम मास)
☀️ पक्ष....................... कृष्ण
✴️ नक्षत्र    कृत्तिका    26:27:38*
✴️ योग    वृद्वि    15:38:54
✴️ करण    तैतुल    15:56:13
✴️ करण    गर    28:10:34*
✴️ वार    बुधवार
✴️ माह (अमावस्यांत)    अधिक श्रावण
✴️ माह (पूर्णिमांत)    अधिक श्रावण
✴️चन्द्र राशि       मेष    till 07:41:34
✴️चन्द्र राशि       वृषभ    from 07:41:34
✴️ सूर्य राशि       कर्क
✴️ रितु    वर्षा
✴️आयन    दक्षिणायण
✴️ संवत्सर    शोभकृत
✴️ संवत्सर (उत्तर)    पिंगल
✴️ विक्रम संवत    2080
✴️ गुजराती संवत    2079
✴️ शक संवत    1945 शक संवत
✴️ सौर प्रविष्टे    24, श्रावण    
✴️ नागौर, India
✴️ सूर्योदय    06:04:08
✴️ सूर्यास्त    19:16:45
✴️ दिन काल    13:12:37
✴️     रात्री काल    10:47:53
✴️ चंद्रास्त    13:51:10    
✴️ चंद्रोदय    24:33:03*

         *✴️सूर्योदय✴️*
 लग्न      कर्क 22°1' , 112°1'
 सूर्य नक्षत्र    आश्लेषा    
 चन्द्र नक्षत्र    कृत्तिका
      ✴️पद, चरण✴️
 1 अ    कृत्तिका    07:41:34
 2 ई    कृत्तिका    13:54:32
 3 उ    कृत्तिका    20:09:56
 4 ए    कृत्तिका    26:27:38*
    🌄✴️✴️☀️✴️✴️🌄

☀️नागौर, India
☀️सूर्योदय    06:04:08    
☀️सूर्यास्त    19:16:45
☀️दिन काल    13:12:37    
☀️रात्री काल    10:47:53
   
    *🌄  लग्न सूर्योदय🌄*
    कर्क    22°1' , 112°1'

विभिन्न नगरों के सूर्योदय में समयांतर मिनट*
   *🌞 पंचांग के अनुसार🌞*            
दिल्ली -10 मिनट---------जोधपुर +6 मिनट
जयपुर -5 मिनट------अहमदाबाद +8 मिनट
कोटा  - 5 मिनट-------------मुंबई +7 मिनट
लखनऊ - 25 मिनट------बीकानेर +5 मिनट
कोलकाता -54 मिनट--जैसलमेर +15 मिनट
    ✴️🏵️🌄🏵️🌞🏵️🌄🏵️✴️
               
            *✴️मुहूर्त✴️*
राहू काल    12:40 - 14:20    अशुभ
यम घंटा    07:43 - 09:22    अशुभ
गुली काल    11:01 - 12:40
अभिजित    12:14 - 13:07    अशुभ
दूर मुहूर्त    12:14 - 13:07    अशुभ
वर्ज्यम    13:55 - 15:34    अशुभ

  *✴️ चोघडिया, दिन✴️*
लाभ    06:04 - 07:43    शुभ
अमृत    07:43 - 09:22    शुभ
काल    09:22 - 11:01    अशुभ
शुभ    11:01 - 12:40    शुभ
रोग    12:40 - 14:20    अशुभ
उद्वेग    14:20 - 15:59    अशुभ
चर    15:59 - 17:38    शुभ
लाभ    17:38 - 19:17    शुभ

     *✴️ चोघडिया, रात ✴️*
उद्वेग    19:17 - 20:38    अशुभ
शुभ    20:38 - 21:59    शुभ
अमृत    21:59 - 23:20    शुभ
चर    23:20 - 24:41*    शुभ
रोग    24:41* - 26:02*    अशुभ
काल    26:02* - 27:23*    अशुभ
लाभ    27:23* - 28:44*    शुभ
उद्वेग    28:44* - 30:05*    अशुभ
      🌞✴️✴️🌄✴️✴️🌞

*⛅दिशा शूल - उत्तर दिशा में*
*⛅ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 04:46 से 05:30 तक*
*⛅निशिता मुहूर्त - रात्रि 12:23 से 01:07 तक*
*⛅व्रत पर्व विवरण -*
*⛅विशेष - नवमी को लौकी खाना त्याज्य है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*

*🔹धन व विद्या प्रदायक मंत्र🔹*

*🔸श्रीहरि भगवान सदाशिव से कहते हैं : “हे रूद्र ! भगवान श्री गणेश का यह मंत्र ‘ॐ गं गणपतये नम: ।’ धन और विद्या प्रदान करनेवाला है । १०० बार इसका जप करनेवाला प्राणी अन्य लोगों का प्रिय बन जाता है ।”  (गरुड़ पुराण, आचार कांड, अध्याय:१८५ )*

*वह अन्य लोगों का प्रिय तो होगा किंतु ईश्वर का प्रिय होने के लिए जपे तो कितना अच्छा !*

*🌹 संकटनाशक मंत्रराज 🌹*

*🌹 नृसिंह भगवान का स्मरण करने से महान संकट की निवृत्ति होती है । जब कोई भयानक आपत्ति से घिरा हो या बड़े अनिष्ट की आशंका हो तो भगवान नृसिंह के इस मंत्र का अधिकाधिक जप करना चाहिए :*

*ॐ उग्रं वीरं महाविष्णुं ज्वलन्तं सर्वतोमुखम् |*

*नृसिंहं भीषणं भद्रं मृत्युमृत्युं नमाम्यहम् ||*

 *🌹 में आता है कि “इस विशिष्ट मंत्र के जप और उच्चारण से संकंट कि निवृत्ति होती है |”*

*

*🔹दुग्धसेवन संबंधी महत्त्वपूर्ण बातें🔹*

*🔹क्या करें ? (✔️)*

*(१) रात्रि को दूध पीना पथ्य ( हितकर), अनेक दोषों का शामक एवं नेत्रहितकर होता है ।*

*(२) पीपरामूल, काली मिर्च, सोंठ इनमें से एक या अधिक द्रव्य दूध के साथ लेने से वह सुपाच्य हो जाता है तथा इन द्रव्यों के औषधीय गुणों का भी लाभ प्राप्त होता है ।*

*(३) उबले हुए गर्म दूध का सेवन वात-कफशामक तथा औटाकर शीतल किया हुआ दूध पित्तशामक होता है ।*

*(४) देशी गाय के दूध में देशी घी मिला के पीने से मेधाशक्ति बढ़ती है ।*

*🔹क्या न करें (❌)*

*(१) फल, तुलसी, अदरक, लहसुन, खट्टे एवं नमकयुक्त पदार्थों के साथ दूध का सेवन नहीं करना चाहिए ।*

*(२) नया बुखार, मंदाग्नि, कृमिरोग, त्वचारोग, दस्त, कफ के रोग आदि में दूध का सेवन न करें ।*

*(३) दूध को ज्यादा उबालने से वह पचने में भारी हो जाता है ।*

*(४) बासी, खट्टा, खराब स्वादवाला, फटा हुआ एवं खटाई पड़ा हुआ दूध भूल के भी नहीं पीना चाहिए ।*
     *- 📖
*🔹पढ़ाई में आशातीत लाभ हेतु🔹*

*🔸विद्यार्थी अध्ययन-कक्ष में अपने इष्टदेव या गुरुदेव का श्रीविग्रह अथवा स्वस्तिक या ॐकार का चित्र रखें तथा नियमित अध्ययन से पूर्व उसे १०-१५ मिनट अपनी आँखों की सीध में रखकर पलकें गिराये बिना एकटक देखें अर्थात त्राटक करें । इससे पढ़ाई में आशातीत लाभ होता हैं ।*
 *📖

🖌🚩 *_””जय श्री महाकाल महाराज की””_* 🚩
○▬▬▬▬▬ஜ۩۞۩ஜ
🕉️📿🔥🌞🚩🔱🚩🔥🌞🔯
*यह पंचांग नागौर (राजस्थान)के सूर्योदय के अनुसार है।*
*अस्वीकरण(Disclaimer)पंचांग, धर्म, ज्योतिष,राशि रत्न,वास्तु आदि विषयों पर यहाँ प्रकाशित सामग्री केवल आपकी जानकारी के लिए हैं।ज्योतिष एक अत्यंत जटिल विषय है, यहां पूरी सतर्कता के उपरांत भी मानवीय त्रुटि संभव, अतः संबंधित कोई भी कार्य या प्रयोग करने से पहले अपने स्वविवेक के साथ किसी संबद्ध विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लेवें...*
*दिनेश "प्रेम" शर्मा रमल ज्योतिष आचार्य*
*संपर्क सूत्र:- मोबाइल.* *8387869068*

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