*03 अगस्त से 16 दिनों के लिये सभी मांगलिक कार्य बंद* - शुक्र तारा होगा अस्त
ज्योतिष गुरु डॉ. महेश दाधीच के अनुसार ज्योतिष में शुक्र - वैभव, धन संपत्ति, प्रेम, सुंदरता और आकर्षण का कारक ग्रह होता है। शुक्र
ज्योतिष गुरु डॉ. महेश दाधीच के अनुसार वैदिक ज्योतिष शास्त्र में शुक्र के अस्त होना एक ऐसी स्थिति हैं जब शुक्र सूर्य के करीब आ जाता है। ऐसे में वह अपनी शक्ति खो देता है। शुक्र के अस्त होने से कई राशियों के जीवन में मुश्किलें पैदा हो सकती है।
शुक्र अस्त होने पर विवाह, प्राण प्रतिष्ठा आदि सभी मांगलिक कार्य पूर्ण निषेध बताया है।
शुक्र अस्त होने पर विवाह, प्राण प्रतिष्ठा आदि सभी मांगलिक कार्य पूर्ण निषेध बताया है।