*भारत विकास परिषद के स्थापना दिवस* के अवसर पर सेवा प्रकल्प के अंतर्गत परिषद परिवार द्वारा पुराने चिकित्सालय परिसर के अंदर संचालित साईं सेवा समिति में निराश्रित व जरूरतमंद व्यक्तियों को अपने हाथों से भोजन करवाया।
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लगभग सवा सौ व्यक्तियों को प्रातः कालीन भोजन करवाकर स्थापना दिवस मनाया। इस अवसर पर साईं सेवा समिति के अक्षय कुमार, प्रेमराही, प्रेमाराम जाखड़, अमर चंद शर्मा, ओमप्रकाश बाकोलिया,ओम प्रकाश गहलोत आदि उपस्थित थे। भारत विकास परिषद के अध्यक्ष आनंद अग्रवाल, सचिव श्रीचरण डागा, प्रांतीय कोषाध्यक्ष रामानुज मालाणी, रामनिवास राठी, मनोज जैन, खिंवराज टाक , रवि प्रकाश सोनी, सत्यनारायण वैष्णव तथा महिला प्रमुख सुधा अग्रवाल, कविता सोनी ने अपनी सेवाएं अपने हाथों से भोजन करवा के दी।
इससे पूर्व भारत विकास परिषद शाखा नागौर द्वारा *परिषद के स्थापना दिवस की पूर्व संध्या* पर सुगनसिंह सर्कल स्थित झंवर धर्मशाला में विचार गोष्ठी एवम् आम बैठक का आयोजन किया गया।
बैठक का शुभारंभ परिषद के वरिष्ठतम सदस्य सेवानिवृत प्रोफेसर भवानी शंकर रांकावत,परिषद के क्षेत्रीय मंत्री संपर्क नृत्यगोपाल मित्तल ने भारत माता एवम् स्वामी विवेकानंद के दिव्य चित्रों के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया।विचार गोष्ठी की प्रस्तावना रखते हुए परिषद के वरिष्ठ सदस्य हेमंत जोशी ने कहा कि नागौर शाखा को सेवा कार्य करते हुए आज दो दशक से भी ज्यादा का समय हो गया है। हमारे वरिष्ठ सदस्यों के मार्गदर्शन एवम् युवा ऊर्जावान कार्यकर्ताओं की तपस्या और श्रम के परिणामस्वरूप हाल ही में कुचामन सिटी में आयोजित एकदिवसीय कार्यशाला में नागौर शाखा को श्रेष्ठ कार्यों हेतु सम्मानित किया गया।परिषद के सदस्यों को समाज आशा भरी दृष्टि से देख रहा है।
हम समाज की अपेक्षाओं पर खरे उतरे इस पर हमें विचार करना चाहिए और अपने कार्यों की गति और गुणवत्ता में वृद्धि करनी चाहिए।
उन्होंने बताया कि सेवा कार्यों,सांस्कृतिक गतिविधियों के साथ हमें समसामयिक राष्ट्रहित के विषयों के बारे में भी गहरी जानकारी रखनी चाहिए और प्रामाणिक सूचनाओं को प्रसारित कर समाज में एक सकारात्मक विमर्श तैयार करना चाहिए।ऐसा ही एक ज्वलंत मामला समान नागरिक संहिता का है।जिस प्रकार एक घर के दो पुत्रों के लिए घर के मुखिया द्वारा समान नियमों का उपयोग किया जाना ही हितकारी रहता है उसी प्रकार एक देश एक विधान भी देश के लिए आवश्यक है। विवाह, संबंध विच्छेद, दत्तक पुत्र, संपत्ति वितरण में यदि सभी संप्रदायों में कानूनों की समानता रहेगी तो यह राष्ट्र के विकास में सहायक होगा। इसी प्रकार शिक्षा के अवसर भी सभी को समान रूप से मिले, सभी पंथ, संप्रदाय को मानने वाले,अपनी अपनी उपासना पद्धति को अपनाते हुए भी एक संविधान का पालन सरलता से कर सकतें हैं।समान नागरिक संहिता को लागू करने में कहीं कोई दिक्कत नहीं है।कुछ लोग संविधान के द्वारा प्रदत्त शक्तियों का लाभ भी उठा रहें हैं और अपने व्यक्तिगत स्वार्थों को साधने के लिए स्वयं के कानूनों को भी रखना चाहते हैं। ये ही लोग कॉमन सिविल कोड को गलत बताकर दुष्प्रचार कर रहें हैं। सज्जन शक्ति को इस प्रकार के षड्यंत्रों से बचकर समाज में कॉमन सिविल कोड के बारे में सकारात्मक विमर्श खड़ा करना चाहिए।
स्थापना दिवस के अवसर पर बोलते हुए परिषद के वरिष्ठतम सदस्य प्रो. भवानी शंकर रांकावत ने कहा कि परिषद की गतिविधियों में सदस्यों की सहभागिता में बढोतरी करनी चाहिए। वरिष्ठ सदस्य डॉ.बाबूलाल भूतड़ा ने परिषद की गतिविधियों में नवाचार करने का आग्रह किया और साथ ही अपने परिचित और उत्साही बंधुओं को भी अन्य स्थानों पर भी परिषद की शाखाओं से जोड़ने का आह्वान किया।
*क्षेत्रीय मंत्री (संपर्क)* नृत्यगोपाल मित्तल ने संगठन की रीति नीति,परिषद के लक्ष्य,सदस्यों से अपेक्षा और समय समर्पण पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला। इस अवसर पर बालकिशन भाटी, सचिव चरण प्रकाश डागा, भोजराज सारस्वत, अशोक मूंदड़ा, जगदीश बंसल, शोभा सारड़ा, सुधा अग्रवाल, रामकिशोर सारड़ा, बजरंग लाल शर्मा, रामानुज मालानी ने भी अपने विचार व्यक्त किए। *गुरु वंदन छात्र अभिनंदन* प्रकल्प प्रभारी विकास सोनी ने इस बार नागौर के विद्यालयों में जुलाई माह से प्रारंभ करके 05 सितंबर शिक्षक दिवस तक गुरु वंदन छात्र अभिनंदन कार्यक्रम आयोजित करने की वार्षिक योजना प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम के साथ ही विद्या मंदिरों में *भारत को जानो सामान्य ज्ञान* की पुस्तकें प्रतियोगिता के निमित्त पहुंचा दी जाएंगी। पूर्व सचिव रविप्रकाश सोनी ने बताया कि आगामी *12 जुलाई को स्वामी विवेकानंद राजकीय मॉडल स्कूल में* परिषद परिवार द्वारा *सघन पौधरोपण* किया जाएगा।
परिषद की परंपरा के अनुसार कार्यक्रम का प्रारंभ राष्ट्रगीत वन्देमातरम के सामूहिक गायन के साथ एवम् समापन राष्ट्रगान के गायन के साथ हुआ।कार्यक्रम का संचालन सदस्य शरद कुमार जोशी ने किया। इस अवसर पर उपस्थित समस्त पूर्व अध्यक्षों का माला पहनाकर और मंगल तिलक लगाकर अभिनंदन किया गया।