आर्य समाज नागौर के वार्षिकोत्सव हवन व वैदिक रामकथा के द्वित्तीय दिवस में आज प्रातः कालीन क्षेत्र में यजुर्वेद पारायण यज्ञ किया ।
जिसमें नगर के भाई बहनों ने यजमान बनकर आहुतिया प्रदान की ।ब्रह्मा डॉ प्रमोद शास्त्री आचार्य दयानंद ब्राहृ महाविद्यालय हिसार ने वेद मंत्र की व्याख्या करते हुए कहा कि यज्ञ की भांति यजमान के गुणों की सुगंन्धि चारों दिशाओं मे फैलनी चाहिए । हमारे ऐसे शुभ कर्म हो जो सदियों तक इतिहास में अंकित रहे । वेद सब धर्मों का आधार है ।
करनाल हरियाणा से पधारी सुश्री बहन अंजली आर्या ने राम सीता के गुण गौरव का बखान संगीत के माध्यम से किया । रामायण की मर्यादा विश्वविख्यात है ।राम सीता का चरित्र हम सब को पालन करने योग्य है जब तक सूरज चांद रहेगा तब तक रामायण का इतिहास गाया जाएगा ।
आज के यजुर्वेद परायाण यज्ञमें निम्न जोड़ो ने यजमान के रूप में हवन वैदी मे आहुतियां दी । हरिराम धारणिया शांति देवी, सीता राम .मीरा , राम लाल.सरला , कमल सुलोचना , श्री भगवान कविता ,जुगल शारदा बसंती , गणपत राम .गीता , राम किशोर .सुनिता ,शिव शंकर विमला , गजेन्द्र कमला ,राजारिम राजेश्वरी ,विमल अग्रवाल स्वाति , मुरली मनोहर रजनी ,बुद्वाराम पूजा , मातृशक्ति मे नीलु खड़लीया ,उषा ,शकुन्तला अटल ,दीपिका चाडंक ,सरजु ,संन्तोष पारीक ,प्रिस मनिहार ।
आज के आयोजन मे निम्न आर्यजन उपस्थित रहे
आर्य समाज के संरक्षक चंद्र प्रकाश जी नागौर प्रधान सीताराम तांडी, नागौर के कोषाध्यक्ष मोहनलाल ,लाडनू प्रधान ओम मुनि ,माधव मुनि ,श्री निवास मुनि , तंवरा के प्रधान नोपा राम जी,डीडवाना के प्रधान हनुमान जी, सरवन सिंह जी, फफे सिंह जी आर्य पाली , पदम सिंह जी आर्य जोधपुर , कुचेरा से पारस देवी , विमला देवी ,प्रीति चांगल ,प्रहलाद जी ,ईड़वा से मूलाराम , अमराराम, करनाराम , सायरा देवी, छोटूराम जी , हुकमारामजी पवनजी काला , श़िम्भूजी , राम नारायण जी , भूराराम जी , रामकुमार जी जोधपुर से आर्यसमाज मिशन चेनल के डायरेक्टर कैलाश जी ।