रात करीब 9बजे अज्ञात व्यक्ति छोड़ गया कलेजे का टुकड़ा
जेएलएन अस्पताल के पालना गृह में मिला नवजात
नागौर जेएलएन अस्पताल की एमसीएच विंग में बने पालना गृह में शुक्रवार रात 8:54 पर एक नवजात मिला। पालना गृह की घंटी बजते ही अस्पताल का स्टाफ मौके पर पहुंचा तथा नवजात को वार्ड में भर्ती किया। अस्पताल के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर विकास चौधरी ने बताया कि पालना गृह में छोड़े गए शिशु की उम्र 7 से 10 दिन के बीच है। उसका वजन 2 किलो 680 ग्राम है। नवजात पूरी तरह से स्वस्थ है। पालना गृह में छोड़े गए नवजात को कंबल में लपेट रखा था। नवजात मिलने के बाद अस्पताल के पीएमओ डॉ महेश पंवार व पुलिस को सूचना दी गई। शनिवार सुबह जिला बाल कल्याण समिति को सूचना सूचित किया जाएगा।
पालना गृह पीछे शिफ्ट
अस्पताल के स्टाफ ने बताया कि पहले पालना गृह अस्पताल के आगे की तरफ था इसके चलते लोग पहचान उजागर होने के डर से नहीं आते थे। पालना गृह को एमसीएच विंग के पीछे की तरफ शिफ्ट किया है। जहां अनचाहे बच्चे को छोड़ा जा सकता है। गौरतलब है कि पालना गृह लगाने के पीछे सरकार का उद्देश्य मारो मत हमें दो का है। यानी यदि कोई अनचाहा बच्चा जन्म लेता है तो उसे मारने की बजाय पालना गृह में छोड़ा जा सकता है। यहां मिलने वाले बच्चे की पूरी देखभाल की जाती है। शुक्रवार रात को मिला नवजात पूरी तरह स्वस्थ है। जिसे एक-दो दिन तक वार्ड में रखने के बाद शिशु गृह में शिफ्ट किया जाएगा। जहां केयरटेकर उसकी देखभाल करेगी।