*नागौर की धरा पर हुई पड़ोस युवा संसद
पद्मश्री हिम्मतराम भाम्भू के सानिध्य में हुआ यह जिला स्तरीय कार्यक्रम*
*पड़ोस युवा संसद -वसुधेव कुटुंबकम की भावना आत्मसात करने व बाजरा वर्ष को दैनिक जीवन में अपनाने पर दिया जोर*
नागौर।
युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार के स्वायत्तशासी संगठन नेहरू युवा केंद्र द्वारा जिला स्तरीय पड़ोस युवा संसद कार्यक्रम का आयोजन टाउन हॉल नागौर में आयोजित किया गया जो कि वैश्विक पटल पर भारत का अभ्युदय जी 20 वसुधैव कुटुंबकम एक व्यक्ति एक परिवार एक भविष्य विषय पर आधारित रहा।
पद्मश्री हिम्मता राम भांभू मुख्य अतिथि रहे। कार्यक्रम में अन्य अथितिगण सेवानिर्वित प्राचार्य शंकरलाल, स्टेट एडवेंचर हेड जोगिंदर कुमार, रेंजर लीडर डॉ सरोज कुमार फगोड़िया , आर एस एस जिला सह कार्यवाह, सहायक प्रोफ़ेसर डॉ विकास पवाड़िया, सहायक ज़िला मुख्य शिक्षा अधिकारी राधेश्याम गोदारा भंवर राम सिहाग जिला खेल अधिकारी रहे। आयोजित हुई इस जिला स्तरीय पड़ोस युवा संसद में अतिथियों एवं वक्ताओं ने वसुधेव कुटुंबकम की भावना आत्मसात करने व बाजरा वर्ष को दैनिक जीवन में अपनाने पर जोर दिया। कार्यक्रम में कार्यक्रम में सर्वप्रथम पधारे हुए अतिथियों द्वारा मां सरस्वती और स्वामी विवेकानंद प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन कर किया गया।इसके पश्चात सभी अतिथियों का माल्यार्पण साफा पहनाकर एवं शॉल ओढ़ाकर स्वागत किया गया। मंच संचालन करते हुए श्री प्रहलाद झोरड़ा, प्रख्यात कवि द्वारा सभी अतिथियों एवं प्रतिभागियों का स्वागत कर कार्यक्रम को आगे बढ़ाया गया।इस मौके पर बालिका द्वारा सरस्वती वंदना पर स्वागत नृत्य प्रस्तुत किया गया।
जिला स्तरीय पड़ोस युवा संसद की शुरुआत में नेहरू युवा केंद्र की जिला युवा अधिकारी सुश्री सुरमयी शर्मा
ने अतिथियों एवं आगंतुकों का स्वागत करते हुए बताया कि इस कार्यक्रम की थीम वसुदेव कुटुंबकम है, जिसमें उन्होंने जी 20, वाइ 20 एवं बाजरा पर होने वाले अंतरराष्ट्रीय स्तर के अनुसंधान एवं उत्पादन संबंधी कार्य शामिल है।
जिला स्तरीय पड़ोस युवा संसद कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पद्मश्री हिम्मता राम भांभू ने बताया युवा भारत के भावी पीढ़ी है युवाओं को लक्ष्य बनाना चाहिए और भटकना नहीं चाहिए युवाओं का भटकाव नहीं रोका तो स्वयं भी परेशान होंगे और दूसरों को भी करेंगे| प्रत्येक व्यक्ति अपने जीवन काल में 9 करोड़ की ऑक्सीजन फ्री लेता है | आप जहां भी जाए देश की बात करें और देश के बारे में सोचे कि आगे कैसे बढ़ेगा। और अधिक से अधिक पेड़ लगाएं| साथ ही उन्होंने बताया जिसमें अनुशासन नहीं वह पशु से बेकार है।
डॉ विकास बावड़िया असिस्टेंट प्रोफेसर राजकीय कृषि महाविद्यालय ने कहा कि यह हमारे लिए गौरव की बात है कि भारत इस वर्ष जी 20 की अध्यक्षता कर रहा है। उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष का उद्देश्य मोटे अनाज के उपयोग को बढ़ावा देना है,अगर बाजरे का उपयोग करें तो हम कई स्वास्थ्य समस्याओं से निजात पा सकते हैं। उन्होंने बताया बाजरा वर्ष 1 साल मनाने से कुछ नहीं होगा हमें दैनिक जीवन में उपयोग करना होगा और मेहनत करनी होगी बाजरे की खेती में पानी की आवश्यकता भी बहुत कम होती है।
शंकर लाल जी जाखड़ पूर्व प्राचार्य बी आर मिर्धा कॉलेज ने बताया कि आज का कार्यक्रम युवाओं को समर्पित है युवा ठीक तरीके से चले तो बहुत बड़ी ताकत है नहीं तो एक विस्फोटक बन जाते हैं इस देश का वही होगा जो युवा चाहेगा युवा को नशे से दूर रहना होगा साथ ही उन्होंने बताया अगर आप खत्म होना चाहते हैं तो नशा करना नहीं तो शपथ लेना कि खुद और अपने परिवार को इससे बचाए रखेंगे।
मनीष शर्मा ने अमृत काल और पंचप्रण पर प्रभावशाली उद्बोधन दिया और बताया की अमृत काल अमृत्व प्रदान करता है हमारी संस्कृति में अमृत विद्यमान है जो कभी समाप्त नहीं होगी।उन्होंने कहा कि विकास की रफ्तार को बढ़ाने के लिए अपनी पुरानी व्यवस्था के तहत युवा चलने को तैयार नहीं है। इसके लिए तेज रफ्तार फैसले लिए जा रहे हैं। इसके लिए पांच प्रण पर कार्य करना होगा।
डॉ सरोज कुमारी फगोड़िया, असिस्टेंट प्रोफेसर बी आर मिर्धा कॉलेज जी 20 एवं वाई 20 पर प्रभावशाली उद्बोधन देते हुए G7 और जी 20 मैं अंतर बताया की G7 विकसित राष्ट्रों का समूह है जबकि अर्थव्यवस्था को संभालने हेतु एकत्रित हुए देशों का समूह है इस वर्ष भारत 18 वे g20 सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहा है और वाई 20 पर भी अपने विचार व्यक्त किए। इस मौके पर मृद्धा महाविधालय द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के साथ साथ नाटक नुक्कड़ का आयोजन भी किया गया। कार्यक्रम के अंत में लेखा एव कार्यक्रम सहायक प्रियंका कछावा द्वारा सभी का धन्यवाद ज्ञापन कर कार्यक्रम का समापन किया गया। कार्यक्रम में राष्ट्रीय युवा स्वयं सेवक अरशद,विनोद, सुशील, हर्षुल,नगाराम, ओम प्रकाश आदि ने कार्यक्रम के सफल आयोजन में अपना सहयोग दिया।