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आज गणगौर माता पूजा का शुभ समय, सर्वार्थ सिद्धि योग, चौघड़िया मुहूर्त और व्रत का महत्व जाने

 आज गणगौर माता पूजा का शुभ समय, सर्वार्थ सिद्धि योग, चौघड़िया मुहूर्त और व्रत का महत्व जाने

Gangor


कब है गणगौर पूजा के लिए जान लें शुभ समय, सर्वार्थ सिद्धि योग, चौघड़िया मुहूर्त और व्रत का महत्व
गणगौर पूजा चैत्र शुक्ल तृतीया तिथि को होती है. माता पार्वती के साथ भगवान शिव की पूजा करती हैं. जानते हैं गणगौर पूजा के शुभ मुहूर्त और महत्व के बारे में।
राजस्थान में चैत्र शुक्ल तृतीया तिथि को गणगौर पूजा होती है।
गणगौर पूजा विशेषकर राजस्थान में ही नहीं बल्कि पूरे उत्तर भारत में धूमधाम से होती है।
गणगौर पूजा के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है।

सर्वार्थ सिद्धि योग एक विशिष्ट नक्षत्र और एक विशेष वार के संयोग से बनता है। विशिष्ट वार पर किसी विशिष्ट नक्षत्र के होने से सर्वार्थ सिद्धि योग मुहूर्त होता है। यह योग महत्वपूर्ण घटनाओं और कार्यों के लिए शुभ मुहूर्त है और मृत्यु योग के प्रतिरूप प्रभावों को भी कम करता है।

यदि सही तरीके से उपयोग किया जाए तो यह लंबे समय से प्रतीक्षित को पूरा करने के लिए किसी व्यक्ति को अद्भुत परिणाम देता है। यह योग, सबसे महत्वपूर्ण योगों में से एक, एक शुभ योग या मुहूर्त है।

गणगौर पूजा हर साल चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को होती है. इस दिन कुंवारी कन्या और सुहागन महिलाएं व्रत रखती हैं, माता पार्वती के साथ भगवान शिव की पूजा करती हैं. गणगौर दो शब्दों से बना है। गण का अर्थ भगवान शिव और गौर का अर्थ माता पार्वती से है. ये पूजा और व्रत शिव-पार्वती को समर्पित है.
इस दिन सुहागिन शंकर-गौरी की पूजा कर पति की दीर्धायु की कामना करती हैं. श्रेष्ठ वर की प्राप्ति के लिए कुंवारी लड़कियां भी ये व्रत करती हैं. इस दिन भगवान शिव ने माता पार्वती को तथा पार्वती जी ने अपनी उंगली से रक्त निकालकर समस्त स्त्री जाति सुहाग बांटा था. जिसके बाद से ये प्रथा चली आ रही है।
गणगौर पूजा विशेषकर राजस्थान में धूमधाम से होती है। रमल ज्योतिषी दिनेश प्रेम शर्मा नागौर से जानते हैं गणगौर पूजा के शुभ मुहूर्त और महत्व के बारे में।

गणगौर पूजा 2023 मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की तृ​तीया तिथि का प्रारंभ 23 मार्च गुरुवार को शाम 06 बजकर 21 मिनट से हो रहा है और इस तिथि का समापन 24 मार्च को शाम 04 बजकर 59.16 मिनट पर होगा. उदयातिथि के आधार पर गणगौर पूजा 24 मार्च शुक्रवार को होगी और इस दिन व्रत रखा जाएगा. गणगौर पूजा को गौरी तृतीया भी कहते हैं. गणगौर पूजा के दिन का अभिजित मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 17 मिनट से दोपहर 1 बजकर 06 मिनट तक है। वैसे चौघड़िया मुहूर्त से भी पूजन किया जा सकता है।

शुभ योग में है गणगौर पूजा
24 मार्च को गणगौर पूजा के दिन शुभ योग बन रहे हैं. इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है.

गणगौर पूजा के दिन सुबह 06 बजकर 21 मिनट से दोपहर 01 बजकर 22 मिनट तक सर्वार्थ सिद्धि योग है।

गणगौर पूजा 2023 चौघड़िया मुहूर्त
चोघडिया, दिन
चर    06:36 - 08:08    शुभ
लाभ    08:08 - 09:39    शुभ
अमृत    09:39 - 11:10    शुभ
काल    11:10 - 12:42    अशुभ
शुभ    12:42 - 14:13    शुभ
रोग    14:13 - 15:44    अशुभ
उद्वेग    15:44 - 17:16    अशुभ
चर     17:16 - 18:47    शुभ

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