*कैट एक्सपोजर विजिट के लिए कृषक दल को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया*
नागौर,5 दिसंबर। नाबार्ड द्वारा वित्त पोषित तीन दिवसीय कैट एक्स्पोज़र विजिट को जिला कलेक्टर पीयुष समारिया एवं डीडीएम नाबार्ड मोहित चौधरी ने सोमवार को हरी झंडी दिखाकर जयपुर के लिए रवाना किया l इस तीन दिवसीय कार्यक्रम में 25 किसानों का दल 5 दिसंबर को जयपुर स्थित कम लागत समन्वित कृषि प्रणाली एवं कृषि पर्यटन केंद्र ग्रीन वर्ल्ड फाउंडेशन खोरा श्यामदास , 6 दिसंबर को राजस्थान कृषि अनुसंधान संस्थान दुर्गापुरा, अंतरराष्ट्रीय उद्यानिकी नवाचार प्रशिक्षण केंद्र दुर्गापुरा, सनराइज एग्री लैंड डेवलपमेंट एंड रिसर्च सेंटर( औषधीय पादप) पिंजरापोल गौशाला जयपुर एवं 7 दिसंबर को श्री करण नरेंद्र एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी जोबनेर एवं शिवम डेयरी एवं अनुसंधान केंद्र बहराना बिचुन स्थित डेयरी एवं समन्वित कृषि प्रणाली सुरेंद्र अवाना के फार्म पर विजिट करेंगे। मोहित चौधरी ने कहा कि नागौर जिले के किसानों को आगे बढ़ने के लिए आज के समय में कम लागत समन्वित कृषि प्रणाली अपनाने की आवश्यकता है यह तीन दिवसीय कार्यक्रम नागौर जिले के किसानों के लिए नींव का पत्थर साबित होगा l यह कार्यक्रम नाबार्ड के वित्तीय सहयोग द्वारा जयपुर भेजा जा रहा है जिसके आयोजन कर्ता ग्रीन वर्ल्ड फाउंडेशन जयपुर हैं l इस कार्यक्रम के तहत हमारा यही उद्देश्य है कि किसानों की आय को बढ़ाया जा सके l समन्वित कृषि प्रणाली एक ऐसी प्रणाली है जिसमें एक साथ कृषि की बहुत सारी क्रियाएं अपनाई जाती है अर्थात कम जगह पर किसान ज्यादा इनकम कर सकते हैंl यह प्रणाली किसानों की एक फसल पर निर्भरता को और रिस्क को कम करके उनकी इनकम में इजाफा कर सकती है समय-समय पर नाबार्ड इस तरह के कार्यक्रम आयोजित करता है जिससे किसानों की इनकम को बढ़ाया जा सकेl
इस विजिट के दौरान किसान समन्वित कृषि प्रणाली में छोटे-छोटे कृषि के उद्यम लगाकर इनकम को बढ़ा सकते हैं इसके बारे में जानकारी हासिल करेंगे जैसे मुर्गी पालन, बकरी पालन, गोपालन, मछली पालन, फार्म पॉन्ड, अजोला उत्पादन, केंचुआ खाद उत्पादन, सब्जियों का उत्पादन, बागवानी, पॉलीहाउस फार्मिंग, दलहनी फसलें, औषधीय फसलें, फूलों की खेती, अनाज वाली फसलें, हरे चारे आदि को एक साथ अपना कर आए में वृद्धि करने के बारे में भी जानकारी हासिल करेंगेl