न्यायिक कर्मचारियों का प्रदर्शन अब लेगा उग्र रूप
राजस्थान न्यायिक कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष विनोद भाटी ने बताया की जयपुर के न्यायिक कर्मचारी सुभाष मेहरा की मृत्यु के मामले में उचित कार्यवाही को लेकर संघ की प्रदेश कार्यकारिणी की राजस्थान उच्च न्यायालय प्रशासन व राजस्थान सरकार से निरंतर वार्ता के बावजूद कोई सकारात्मक परिणाम नही आने से सम्पूर्ण राजस्थान के न्यायालयों के न्यायिक कर्मचारी सामूहिक अवकाश पर बैठे थे तथा शांतिपूर्वक अपना विरोध प्रकट कर रहे थे लेकिन इसके बावजूद अब तक कोई कार्यवाही नही होने से न्यायिक कर्मचारियों के सब्र का बांध टूटता नजर आ रहा हैं। इस संबध में न्यायिक कर्मचारी अब सड़को पर उतरने को मजबूर हैं। जल्दी ही सकारात्मक परिणाम नही मिलने पर सभी न्यायिक कर्मचारी रैली द्वारा अपना विरोध प्रकट करेंगे। भाटी ने बताया की एक न्यायिक कर्मचारी की रहस्यमय परिस्थितियों में न्यायिक अधिकारी के आवास पर मृत्यु हो जाती है तथा कोई जांच अथवा कार्यवाही नही होना प्रशासन की संवेदनहीनता को प्रकट करता हैं।
इस प्रकरण में आज ऑल इंडिया ज्यूडिशियल कंफेडरेशन, हैदराबाद (तेलंगाना) के अध्यक्ष बी. लक्ष्मा रेड्डी ने राजस्थान उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखकर दोषियों के विरुद्ध उचित कार्यवाही की मांग की है तथा कार्यवाही नही होने पर पूरे देश के न्यायिक कर्मचारियों द्वारा कार्य बहिष्कार किए जाने की चेतावनी दी है।
नागौर न्यायालय परिसर में धरनास्थल पर आज विनोद भाटी, अशोक मुथा, दिनेश विश्नोई, संजीव वर्मा, सोमेंद्र गौड़, ओमप्रकाश पंवार, देवानंद गहलोत, संजय शर्मा, कमल सांखला, स्नेहलता, रघुवीर, इफ्तकार अली, हुकमीचंद आदि सहित सभी न्यायिक कर्मचारी उपस्थित रहें।