न्यायिक कर्मचारियों ने निकाली आक्रोश रैली जिला कलेक्ट्रेट पहुंचकर अतिरिक्त जिला कलक्टर को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा
जिलाध्यक्ष विनोद भाटी के नेतृत्व में निकली आक्रोश रैली
जिले के समस्त न्यायालयों के न्यायिक कर्मचारियों ने शुक्रवार को जिला मुख्यालय नागौर पर आक्रोश रैली निकालकर विरोध प्रदर्शन किया। जयपुर न्यायिक कर्मचारी सुभाष मेहरा की मृत्यु की जांच व दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही नही होने से पूरे राजस्थान के न्यायिक कर्मचारी सामूहिक अवकाश लेकर आंदोलनरत हैं। इसी क्रम में शुक्रवार को नागौर जिले के सभी न्यायिक कर्मचारी नागौर मुख्यालय पर एकत्रित हुवे तथा रैली के माध्यम से आक्रोश प्रकट किया। यह रैली नागौर न्यायालय परिसर से शुरू होकर नकाश गेट होते हुवे गांधी चौक पहुंची जहां से नागौर कलेक्ट्रेट में राज्यपाल के नाम अति. जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर राज्यपाल द्वारा इस प्रकरण में हस्तक्षेप करने की मांग की गई। ज्ञापन में जयपुर न्यायिक कर्मचारी सुभाष मेहरा की मृत्यु की एफआईआर दर्ज करवाने, प्रकरण की सीबीआई जांच करवाने, न्यायालयों में चली आ रही दास प्रथा बंद करवाने, मृतक के परिवार को 50 लाख रुपए मुआवजा तथा परिवार के एक सदस्य को राजकीय सेवा में लेने आदि बिंदु सम्मिलित किए गए।
न्यायिक कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष विनोद भाटी ने बताया की मेड़ता न्याय क्षेत्र के सभी मुख्यालयों से न्यायिक कर्मचारी इस रैली में शामिल हुवे जिसमें मेड़ता मुख्यालय से अनिल त्रिपाठी, आनंद शर्मा, अरविंद पारीक, नाथुनाथ चौहान आदि,
नागौर मुख्यालय से संजीव वर्मा, नितिन माथुर, सोमेंद्र गौड़, ओमप्रकाश पंवार, देवानंद गहलोत, हुकमीचंद कच्छावा आदि,
जायल मुख्यालय से चतुर्भुज रेगर, गोविंद गुरावा, हरी चांगल आदि,
डेगाना मुख्यालय से विजय सिंह राव, ओमप्रकाश विश्नोई, महेंद्र सिंह आदि,
परबतसर मुख्यालय से जगदीश सिंह, देवेंद्र सिंह, बनवारी, श्रवण भाटी आदि,
मकराना मुख्यालय से संपत, चेनाराम,
रामप्रसाद आदि,
कुचामन मुख्यालय से गजेंद्र सिंह, अरविंद चौधरी, प्रदीप चावला, गोविंद आदि,
नावां मुख्यालय से संतोष पाराशर, मनोज मिश्रा आदि,
डीडवाना मुख्यालय से महावीर दाधीच, जावेद सिद्धिकी, हमीद, दिलावर आदि,
लाडनूं मुख्यालय से दुर्गाराम माली, चांदमल बल्दवा, अजीत खान आदि सहित समस्त न्यायिक कर्मचारी शामिल हुवे।