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जिले के न्यायिक कर्मचारी रहे सामूहिक अवकाश पर
दिनांक 01/12/22 को जिले के समस्त न्यायिक कर्मचारी सामूहिक अवकाश पर रहे। जिलाध्यक्ष विनोद भाटी ने बताया की जयपुर के न्यायिक कर्मचारी सुभाष मेहरा की संदिग्ध मृत्यु पर कोई प्रभावी कार्यवाही नही होने से जयपुर न्याय क्षेत्र के कर्मचारी विगत काफी दिनो से सामूहिक अवकाश पर चल रहे है।
जिस पर प्रदेश महासभा ने सम्पूर्ण राजस्थान के न्यायिक कर्मचारियों को समर्थन हेतु आह्वान किया गया। राजस्थान न्यायिक कर्मचारी संघ द्वारा मृतक सुभाष मेहरा की मृत्यु एफआईआर दर्ज कराने, मृत्यु की सीबीआई जांच कराने, न्यायालय ने चली आ रही दास व गुलामी प्रथा को बंद करने, मृतक के परिवार को मुआवजा दिलाने आदि मांगे की जा रही है जिन पर कोई कार्यवाही नही होने से मजबूरन सामूहिक अवकाश पर जाने के लिए मजबूर हो रहे हैं। न्यायालय परिसर के बाहर सामूहिक अवकाश पर बैठे न्यायिक कर्मचारियों द्वारा नारेबाजी को गई तथा मांगे पूरी नहीं होने तक सामूहिक अवकाश पर रहे का निर्णय लिया गया। इस आंदोलन से जिले के सभी न्यायालयों में कामकाज ठप्प रहा तथा पत्रावलीयां नही निकलने से पेशी पर आए पक्षकारों, राजकीय कार्मिकों आदि को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
आंदोलन में नागौर मुख्यालय से जिलाध्यक्ष विनोद भाटी, प्रांतीय प्रतिनिधि ओमप्रकाश पंवार, अभिषेक माथुर, नितिन माथुर, संजीव वर्मा, महावीर जांदू, आदर्श अरोड़ा, पूरनदान, रहमान, निसार, यशपाल आदि, मेंड़ता न्यायालय से अरविंद पारीक, अनिल त्रिपाठी, अगस्त गुजराती, राजेंद्र सिंह राजपुरोहित आदि, जायल मुख्यालय से चतुर्भुज, गोविंद, इंद्रजीत, रामेश्वरलाल आदि डीडवाना से महावीर दाधीच, दिलावर, हमीद, जावेद, मुमताज, राजेंद्र आदि, लाडनूं मुख्यालय से मदन सिंह, दुर्गाराम, चांदमल, अजीत खां आदि, कुचामन मुख्यालय से गजेंद्र सिंह, अशोक कुमार, गोविंद आदि नावा से मनोज मिश्रा, हनुमान प्रसाद आदि, परबतसर से श्रवण भाटी, देवेंद्र, प्रताप सिंह आदि मकराना से मदन सिंह, पवन, ओमप्रकाश आदि, डेगाना मुख्यालय से बाबूलाल, ओमप्रकाश, विजय राव आदि सहित सम्पूर्ण मेड़ता न्यायक्षेत्र के न्यायिक कर्मचारी शामिल रहें।