विवेकानंद संदेश यात्रा के आयोजन हेतु केशवदास जी की बगीची स्थित रामद्वारे में कार्यकर्ताओं की बैठक आयोजित
विवेकानंद संदेश यात्रा के आयोजन हेतु केशवदास जी की बगीची स्थित रामद्वारे में कार्यकर्ताओं की बैठक आयोजित की गई।बैठक का शुभारंभ स्वतंत्र शर्मा एवम जानकीदास जी महाराज ने स्वामी विवेकानंद जी और भारत माता के दिव्य चित्रों के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया।बैठक में आयोजन समिति के संरक्षक के रूप में संत जानकी दास महाराज, सुरेश राठी को दायित्व दिया गया जबकि आयोजन समिति के संयोजक भोजराज सारस्वत, सह संयोजक आनंद पुरोहित व नागरचंद भार्गव तथा कोषाध्यक्ष चरण प्रकाश डागा रहेंगे वहीं प्रचार प्रसार व मीडिया का दायित्व बालकिशन भाटी को सौंपा गया। नीलू खड़लोया इस कार्यक्रम की दृष्टि से महिला प्रभारी के नाते दायित्व निर्वहन करेगी। आयोजन समिति में व्यवस्था की दृष्टि से उप समितियों तथा आयोजन समिति के अन्य सदस्यों की घोषणा आयोजन कार्य समिति द्वारा की जाएगी।
कार्यक्रम में राजस्थान प्रांत के यात्रा संयोजक स्वतंत्र शर्मा ने स्वामी विवेकानंद के प्रेरक प्रसंगों का उल्लेख करते हुए कहा कि अपने गुरु की आज्ञा से स्वामी विवेकानंद ने अनेक वर्षों तक परिव्राजक के रूप में देश का भ्रमण किया। इसी क्रम में दिसंबर 1892 में कन्याकुमारी के समुद्र तट पर स्थित शीला पर पहुंचे जहां उन्होंने भारत की ओर मुख करके योग योग साधना की। 1963 में इसी शिला पर विवेकानंद शिला स्मारक का निर्माण किया गया। इसमें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह एकनाथ रानाडे की महत्वपूर्ण भूमिका रही जिन्होंने अपने जीवन में साहित्य की दृष्टि से स्वामी विवेकानंद के उद्घोष का संकलन किया। स्वामी विवेकानंद स्मारक के निर्माण में तत्कालीन समय में 33 लाख परिवारों से संपर्क करके 85 लाख रुपए की समर्पण निधि एकत्र की गई तथा अन्य विविध अर्थ सहयोग से एक करोड़ 25 लाख की राशि से इस भव्य स्मारक का निर्माण किया गया। उन्होंने कहा कि 1972 में विवेकानंद केंद्र की स्थापना की गई तथा राजस्थान में 1973 में सबसे पहले अजमेर में विवेकानंद केंद्र की स्थापना की गई। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने कहा है विश्वास, विश्वास, विश्वास। स्वयं पर विश्वास, अपने आप पर विश्वास भी भारतीय जनमानस में समाज में देश को सर्वोत्कृष्ट स्थान पर ले जाने का एकमात्र साधन है।
बैठक में अजमेर विभाग प्रमुख अशोक दाणी, अजमेर कार्यालय प्रमुख गणपत सिंह, रवि प्रकाश सोनी, रामकिशोर सारड़ा, विकास सोनी, योगेश सोनी, बजरंग लाल शर्मा, पुखराज सांखला, रामेश्वर सारस्वत, संजय सोनी, बालकिशन भाटी, मुकेश भाटी, हेमंत जोशी, नृत्यगोपाल मित्तल उपस्थित थे।बैठक का संचालन शरद कुमार जोशी ने किया।