धूमधाम के साथ मनाया गया सूफी का बडा उर्स, पेश हुई चादर
नवंबर 29, 2022
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हजारों की तादाद में लोगों ने की शिरकत, कुल की रस्म कल मंगलवार को
नागौर. ख्वाजा साहब के खास खलिफा हजरत सूफी हमीद्दिन नागौरी रहमतउल्लाह अलैह का बड़ा उर्स
सोमवार को जिला मुख्यालय स्थित दरगह में अकिदत अहतराम और धूमधाम के साथ मनाया गया। इस दौरान अल सुबह से ही जायरिनों के आने का सिलसिला जारी रहा, वही अजमेर से नागौर पहुंची चादर की जियारत के लिए जायरीन भी नजरे गढाए हुए नजर आए, वहीं इस दौरान कलंदरों ने हैरत अंगेज करतब दिखाए।
इन करतबों को देखकर हर आदमी आश्चंचकित नजर आया।दरगाह में लंगर की व्यवस्था भी की गई, लंगर खिलाने की व्यवस्था दावते इस्लामी के सदस्य मौलाना रमजान अत्तारी व उनकी की टीम ने की। रमजान अत्तरी ने बताया कि दावते इस्लामी की तरफ से दरगाह के दिनी बातों के लिए इज्तीमे की भी व्यवस्था की गई, इस दौरान देर रात को दरगाह के सामने मुशायरा कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया, यह कार्यक्रम हाजी मोहम्मद रजा के नेतत्व में
आयोजित किया गया, इस कार्यक्रम में एक से बढकर एक प्रस्तुति भी वक़्ताओं ने दी।
चादर चढाकर अकिदत के फूल पेश
दरगाह कमेटी के अध्यक्ष शमशेर खान ने बताय कि बड़े उर्स के मौके पर अल सुबह बासनी के ग्रामिणों की तरफ से मुफती वली मोहम्मद के नेतत्व में सूफी के दर पर चादर चढाकर जायरिनों की मौजूदगी में खास दुआ का आयोजन किया। नगर परिषद नागौर की तरफ से सभापति मीतू बोथरा की तरफ से भी पार्षदों की मौजूदगी में चादर चढाई गई, आयुक्त श्रवण राम चौधरी ने भी चादर चढाकर अकिदत के फूल पेश किए।
एआईएमआईएम कोर कमेटी की टीम की तरफ से कमेटी के अध्यक्ष जमील खान के नेतृत्व में चढाई गई, बडे उर्स के मौके पर पूर्व पालिका अध्यक्ष अशोक कुमार मच्छी की तरफ से लंगर की व्यस्था की गई।कांग्रेस सेवा दल की तरफ से भी चादर चढाकर अकिदत के फूल पेश किए गए। इस दौरान हनुमान बांगडा, महावीर कोठारी, पूर्व प्रधान ओमप्रकाश सैन,सरफुदीन सोलंकी, ललित लोमरोड, हमीद गौरी, बाबू लोहार, तबरेज खान, खालिद हुसैन, रामनिवास बांता, जगदीश, हारून लोहार, मुराद खान, उस्मान खान जावच, सहित अन्य मौजूद रहे, वहीं शाम का लंगर ताजू खान की तरफ से हुआ,
निकला चादर का जुलूस
बडे उर्स के मौके पर विशेष चादर भी अजमेर से नागौर पहुंची इस दौरान उटंनी पर चादर का जुलूस भी
निकाला गया, यहां तहसील चौक स्थित शाहजानी मस्जिद से दोपहर को सवा तीन बजे के काजी वहीद अली अपने सर पर चादर रख कर जुलूस लेकर रवाना हुए और सदर बाजार, तिगरी बाजार, मच्छीयो का चौक, माही दरवाजा होते हुआ शाम को करीब साढ़े पांच बजे दरगाह पहुंचा।
यहां पर हजारों की तादाद में लोगों का हुजूम चादर को चुमने के लिए बेताब नजर आया। लेकिन जिस तरह से दरगाह कमेटी के पदाधिकारियों की तरफ से यहां पर व्यवस्था की गई थी उसकी वजह से लोगों ने चादर को छूने की जरूर कोशिश की थी लेकिन कामयाब नहीं हो सके, ऐसे में लोगों ने दूर से ही जियारत चादर की जियारत की।
उर्स के मौके पर दरगाह के सज्जादानशीन पीर अब्दुल बाकी चिश्ती फारूकी, नायब
सज्जादानशीन, पीर मोहम्मद, जमाल अख्तर सहित अन्य लोग मौजूद रहे। देशभर से आए हुए जायरिनों ने चादर चढाकर अकिदत के फूल पेश करते हुए देश में शांति और खुशहाली की दुआ मांगी।
देर रात कव्वालों ने बांधी संमा
बड़े उर्स के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में देश के मशहूर कव्वाल जुनैद सुल्तानी ने हक निभाना मेरे हुसैन का है, हर जमाना मेरे हुसैन का है... हम सारे गरीबों का मददगार है ख्वाजा.... जिस पर है मुझ पर यकिन
वो है काजी हमीदुदीन नागौरी.... वहीं अन्य कव्वालों ने भी कव्वाली पेश कर जायरिनों को सर्दी में भी पूरी रात को घर नहीं जाने दिया। वहीं विशेष फातिहा का भी आयोजन किया गया।
दरगाह कमेटी के अध्यक्ष शमशेर खान ने बताया कि बड़े उर्स के मौके पर पूर्व मंत्री हाजी हबीबुर्रहमान अशरफी,
जिला वक्फ कमेटी के अध्यक्ष मुस्ताक खान खात्यासनी, उप सभापति सदाकत सुलेमानी, आबिद हुसैन अल्वी, उस्मान खान, बाबू लोहार, रफिक गौरी, मईनुदीन बहलीम, शकील अहमद ताकली, अब्बास अहमद, तबरेज खान, अब्दुल गनी खरादी, पीर मोहम्मद खान, मकबुल अंसारी, मोहम्मद अयूब, आरिफ गौरी, शौकत खान, मोहम्मद अली अंसारी, अब्दुल हमीद गौरी, बुलाकी खान, उस्मान खान, उम्मेद खान फौजी, सलाउदीन कुरैशी, असलम मुल्तानी, याकूब दरखान, अब्दुल वहीद, शौकत खान नूरखानी, जावेद सोढा, खालिद हुसैन, फारूख अंसारी, याकूब पठान, मुराद खान पठान, मोहम्मद इलियास गौरी, अय्यूब खान सोढा, नदीम खान, शौकत हाजी, शाहरूख गौरी, जलालुदीन खान, बिलाल रंगरेज, सगीर आलम अंसारी, सैयद तौकीर वाजिद कुरैशी, शेरू कुरेशी, हनीफ भाटी, रफीक खान, चांद खान, इब्राहिम खान, शहबाज मुल्तानी, अकरम खान, कालू बागवान, आसिफ खोखर, अशगर हाजी सहित 500 से ज्यादा कार्यकर्ताओं ने वयवस्था संभाली।