कुल की रस्म के साथ सूफी का उर्स समपन्न, हजारों लोगों ने की जियारत
अल सुबह से ही जारी रहा धार्मिक कार्यक्रमों का सिलसिला
नागौर. जिला मुख्यालय स्थित सूफी साहब की दरगाह में सूफी हमीदुदीन नागौरी रहमतउल्लाह अलैह के 771 वा उर्स मुबारक का समापन मंगलवार को कुल की रस्म के साथ हुआ, मंगलवार को कुल की रस्म दरगाह के सज्जादाशीन पीर अब्दुल बाकी चिश्ती फारूकी के सान्धिय में दरगाह कमेटी के पदाधिकारियों की तरफ से मुकम्मल की गई, इस दौरान कुल का पानी हासिल करने के लिए हजारों की तादाद में लोगों का हुजूम सूफी साहब की दरगाह पहुंचा, वहीं दोपहर को जौहर की नमाज के बाद कव्वाली के कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया।
इस कव्वाली के कार्यक्रम में कव्वालों ने एक से बढकर एक कलाम सूफी की शान में पेश किए, इस दौरान जायरिनों ने नजराना देकर कव्वालों की हौसला अफजाई भी की, इस दौरान विशेष देग के पकवान पर विशेष फातिहा ख्वानी भी की गई, उर्स के आखिरी दिन विशेष दुआ का आयोजन भी सुबह फज्र की नमाज से लेकर देर रात जारी रहा, इस दौरान पूरे देश में खुशहाली, शांति, आपसी भाईचारे की दुआ भी गई, वहीं जायरिनों से सूफी के दर पर अपने मुरादों के धागे भी बांधे और सलामती की कामना के साथ यहां से रवाना हुए, वहीं इस दौरान मेला परिसर में लगी हुई दुकानों में भी देशभर से आए हुए जायरिनों की तरफ से खरीदारी भी गई, इस दौरान दुकानदारों के चहरे पर काफी खुशी नजर आई, वहीं देर रात को मनकबत मुशायरा कार्यक्रम दरगाह कमेटी की तरफ से आयोजित किया गया, इस कार्यक्रम में 27 शायरों व अन्य राज्यों के 5 शायरों ने अपना कलाम पेश किया, वहीं फरोग उर्दू के अध्यक्ष सलीम सिलावट ने भी कलाम पेश किया, निजामत मोहम्मद रजा और मोहम्मद इकबाल रौनक ने की।
सजावट बनी आकर्षण का केन्द्र
दरगाह में आए जायरिनों का मीडिया से बातचीत के दौरान कहना था कि फव्वारा चौराहे से लेकर दरगाह के बुलंद दरवाजे, दरगाह परिसर और मजार के सामने जिस तरह की विशेष सजावट की गई है, उस सजावट ने हम लोगों का मनमोह लिया, वहीं जायरिनों का कहना था कि जिस तरह से इस बार विशेष व्यवस्था दरगाह कमेटी के पदाधिकारियों की तरफ से की गई वो काबिल तारिफ है, लंगर खाने के लिए पहुंचे जायरिनों का कहना था कि पहली बार बैठकर आराम से खाने की व्यवस्था कि है उससे हम लोगों को काफी सुकून भी मिला और लाइन में लगने की भी जरा सी जरूरत महसूस नहीं हुई,
सभी का रहा सहयोग
दरगाह कमेटी के अध्यक्ष शमशेर खान ने बताया कि कोरोना महामारी के एक लंबे अरसे के बाद जिस तरह से हजारों की तादाद में पहुंचे जायरिनों के लिए व्यवस्था कि हुई इस व्यवस्था में खिदमत ए खल्क युवा विकास समिति, दावते इस्लामी, पुलिस प्रशासन, जिला प्रशासन, नगर परिषद, चिकित्सा विभाग सहित अन्य लोगों का काफी सहयोग रहा इसलिए हम सभी लोगों का तहे दिल से शुक्रिया अदा करते है, वहीं उन्होने बताया कि राजस्थान मुस्लिम वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष खानू खान बुधवाली पूरे मेले की मॉनिटरिंग कर रहे थे,