महर्षि जनार्दन गिरी पुष्टिकर माध्यमिक विद्यालय रामबाग नागौर में सोमवार को क्रांतिकारी केसरी सिंह बारहठ की जयंती मनाई
पग पग भम्या पहाड़ , धरा छांड राख्यो धर्म
महाराणा र मेवाड़, हिरदे बसिया हिन्द रै ।।
महर्षि जनार्दन गिरी पुष्टिकर माध्यमिक विद्यालय रामबाग नागौर में सोमवार को क्रांतिकारी केसरी सिंह बारहठ की जयंती मनाई गई। विद्यालय प्रबन्ध कार्यकारिणी के व्यवस्थापक आनन्द पुरोहित ने बताया कि कार्यक्रम की शुरुआत प्रधानाध्यापक महेंद्र सिंह चारण, पुष्पेंद्र सिंह चारण व नीलम पुरोहित ने माँ सरस्वती और केसरी सिंह बारहठजी के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित व पुष्प अर्पित कर की। प्रधानाध्यापक महेन्द्र सिंह चारण ने बताया कि केसरी सिंह का पूरा परिवार ही आजादी के बलिदान में अग्रणी परिवारों में से एक रहा, उनके साहित्य पर प्रकाश डालते हुए ऐतिहासिक चेतावनी रा चुंगटिया ग्रँथ जिसमे उन्होंने बताया कि फतह सिंह को दिल्ली दरबार मे जाने से रोकने के लिए उनके लिखे सोरठे पढ़ कर के फतह सिंह का स्वाभिमान जाग गया तथा पुष्पेंद्र सिंह ने सोरठे डिंगल भाषा मे बोल कर उनका अनुवाद करके बच्चों में देश के प्रति त्याग का भाव जगाते हुए बताया कि उनके सोरठे में इतनी ताकत थी कि उनको सुनने के बाद फतह सिंह दिल्ली पहुंच कर के भी जार्ज पंचम के दरबार मे नही गए जिस में राजस्थान के सभी राजा महाराजा को बुलाया हुआ था लेकिन मेवाड़ की पगड़ी अंग्रेजो के सामने नीची नही हुई क्योंकि मेवाड़ी राजा उपस्थित ही नही हुआ इस अवसर पर विद्यालय की शिक्षिका ज्योति मुथा ने उनके जीवन परिचय के बारे में विस्तार से बताया। भगवान भारद्वाज ने मंच संचालन किया, इस अवसर पर सोना राम दिनेश मेहरा, सरिता पुरोहित , पुरणेश, शबनम, पूनम, नितिन पुरोहित, रवि जांगिड़, मदीना, हीना, शायका परवीन, रहनुमा, शबाना, रेशमा, शंकुन्तला सोनी आदि स्टाफ उपस्थित थे।