सिखों के प्रथम गुरु गुरु नानक जयंती हर्षोल्लास के साथ मनाई
नागौर ,,,,शारदा बाल निकेतन विद्यालय में आज सिखों के प्रथम गुरु गुरु नानक जयंती हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। विद्यालय के प्रधानाचार्य गेनाराम गुरु ने बताया कि 8 नवंबर को राजकीय अवकाश होने के कारण गुरु नानक जयंती का कार्यक्रम आज संपन्न किया गया ।
मुख्य अतिथि सरदार जगदीश सिंह रहे कार्यक्रम की अध्यक्षता गुरुसिंह सभा गुरुद्वारा के मुख्य सेवक रोहित सिंह ने की। विद्यालय के आचार्य गजेंद्र सारस्वत एवं प्रीति सोनी तथा बहन मोलिका चारण ने गुरु नानक का जीवन परिचय से संबंधित अनेक घटनाओं का वर्णन किया । अतिथियों का परिचय अरुणा दहिया ने करवाया कमला चारण ने अतिथियों को सद् साहित्य भेंट कर स्वागत किया । इस अवसर पर सरदार जगदीश सिंह ने कहा कि मुगल काल के समय मुगलों ने संपूर्ण हिंदू समाज को तोड़ने का दुस्साहस किया एवं हिंदुओं पर भयंकर अत्याचार किया गया
उस समय सिखों के प्रथम गुरु नानक देव ने हिंदू समाज को एकजुट करने के लिए देशभर में अनेक प्रयत्न किए उन्होंने शब्दवाणी और सत्संग के माध्यम से संपूर्ण हिंदू समाज को जोड़कर भक्ति आंदोलन के माध्यम से समाज में जागृति पैदा की थी उन्होंने कहा कि आज हम सबको गुरु नानक एवं महापुरुषों के पद चिन्हों पर चलते हुए देश और समाज को बचाने हेतु एकजुट रहने की आवश्यकता है उन्होंने कहा कि वोट बैंक की राजनीति के चलते राजनेताओं ने सिखों को हिंदुओं से अलग करने की कोशिश की है लेकिन सिख हिंदू समाज का ही अभिन्न अंग है उन्होंने छात्र छात्राओं को महापुरुषों के जीवन से प्रेरणा लेकर आगे बढ़ने हेतु प्रेरित किया । इस अवसर पर मेघराज राव, विनोद जोशी, जवरीलाल जांगिड़, सहित विद्यालय के सभी आचार्य बंधु भगिनी और भैया बहन मौजूद रहे। कार्यक्रमों का संचालन आचार्य सीमा मिश्रा ने किया।