हेडमास्टर व प्रधानाध्यापक पहुंचाएंगे स्वच्छता का संदेश
नेहरू युवा केंद्र नागौर द्वारा चलाए जा रहे स्वच्छ भारत 2.0 कार्यक्रम के तहत ताऊसर में स्थित स्काउट गाइड के प्रशिक्षण केंद्र में नागौर पंचायत समिति के पी. ई. ई.ओ., हेड मास्टर, प्रधानाध्यक व संस्था प्रधान की तीन दिवसीय जेंडर इक्वालिटी प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे सदस्यों ने स्वच्छ भारत 2.0 के बारे में जानकारी प्राप्त की। कार्यक्रम में जिला युवा अधिकारी सुरमयी शर्मा ने स्वच्छ भारत 2.0 कार्यक्रम के बारे में बताते हुए कहा कि यह पूरे माह चलाया जाएगा ,इसके तहत न केवल स्वच्छता के लिए प्रेरित किया जाएगा बल्कि सिंगल यूज प्लास्टिक को बहिष्कार करने हेतु लोगों को प्रेरित किया जाएगा, साथ ही सिंगल यूज प्लास्टिक कचरे को सही तरीके से कैसे डिस्पोज करें इसकी जानकारी भी दी जाएगी। सभी संस्था प्रधानों से आग्रह किया कि आपके माध्यम से न केवल स्कूल में बल्कि गांव में भी इसका अधिक से अधिक प्रचार करें। इस मौके पर सीओ स्काउट अशफाक पंवार ने कहा कि सिंगल यूज प्लास्टिक का मतलब प्लास्टिक से बनी उन प्रोडक्ट से है जिसे एक बार ही इस्तेमाल किया जा सकता है। यह आसानी से डिस्पोज नहीं किए जा सकते। प्रदूषण को बढ़ाने में सिंगल यूज प्लास्टिक का सबसे ज्यादा योगदान है क्योंकि इनका रिसाइकिल नहीं किया जा सकता। ये प्लास्टिक न तो डीकंपोज होते हैं और न ही इन्हें जलाया जा सकता है। इनके टुकड़े पर्यावरण में जहरीले रसायन छोड़ते हैं जोकि मनुष्यों और जानवरों के स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारण होते हैं।हम जो सिंगल यूज प्लास्टिक फेंकते है वो बारिश के पानी को जमीन के नीचे जाने से रोकती है जिससे जमीन के नीचे पानी के लेवल में कमी आती है।
स्वच्छ भारत 2.0 कार्यक्रम का मकसद लोगों में व्यवहारिक बदलाव लाना है कि वे सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल बिलकुल न करें यदि इस्तेमाल करें भी तो उसका निस्तारण सही तरीके से करें।
स्वच्छता की आवश्यकता व्यक्ति और समाज दोनों को है।स्वच्छ मनुष्य ही स्वच्छ समाज की नीव रख सकते है। इस कार्यक्रम में स्काउट एवं गाइड भी अपना पूर्ण सहयोग देंगे। कार्यक्रम में राष्ट्रीय युवा स्वयंसेवक भूमिक गौड़, हर्षुल पटेल, नगा राम भी उपस्थित थे।