प्रदूषण को बढ़ाने में सिंगल यूज प्लास्टिक का सबसे ज्यादा योगदान
प्रदूषण को बढ़ाने में सिंगल यूज प्लास्टिक का सबसे ज्यादा योगदान युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय,भारत सरकार की स्वायतशासी निकाय नेहरु युवा केन्द्र संगठन,नागौर की जिला युवा अधिकारी सुरमयी शर्मा के निर्देशानुसार मौलासर पंचायत समिति के स्वयंसेवकों द्वारा पंचायत समिति डीडवाना के ग्राम किसान नगर दौलतपुरा की राजकीय प्राथमिक विद्यालय में स्वच्छता व श्रमदान कार्यक्रम किया गया स्वयंसेवक विनोद जांगिड़ ने बताया कि सिंगल यूज प्लास्टिक का मतलब प्लास्टिक से बनी उन प्रोडक्ट से है जिसे एक बार ही इस्तेमाल किया जा सकता है। यह आसानी से डिस्पोज नहीं किए जा सकते। प्रदूषण को बढ़ाने में सिंगल यूज प्लास्टिक का सबसे ज्यादा योगदान है क्योंकि इनका रिसाइकिल नहीं किया जा सकता। ये प्लास्टिक न तो डीकंपोज होते हैं और न ही इन्हें जलाया जा सकता है। इनके टुकड़े पर्यावरण में जहरीले रसायन छोड़ते हैं जोकि मनुष्यों और जानवरों के स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारण होते हैं।हम जो सिंगल यूज प्लास्टिक फेंकते है वो बारिश के पानी को जमीन के नीचे जाने से रोकती है जिससे जमीन के नीचे पानी के लेवल में कमी आती है।स्वच्छ भारत 2.0 कार्यक्रम का मकसद लोगों में व्यवहारिक बदलाव लाना है कि वे सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल बिलकुल न करें यदि इस्तेमाल करें भी तो उसका निस्तारण सही तरीके से करें।
स्वच्छता की आवश्यकता व्यक्ति और समाज दोनों को है।स्वच्छ मनुष्य ही स्वच्छ समाज की नीव रख सकते है। यह कार्यक्रम 1अक्टूबर से 31अक्टूबर तक मनाया जाएगा इस कार्यक्रम में स्वयंसेवक अरशद खान विनोद जांगिड़ एवं किसान नगर युवा मंडल के सदस्य शामिल रहे|